Toll Tax News: टोल के सालाना पास से मिलेगी बड़ी राहत, यहां समझें कैसे होगी भारी बचत?
केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने 15 अगस्त 2025 से राष्ट्रीय राजमार्गों पर सालाना पास की सुविधा शुरू करने का निर्णय लिया है। 3000 रुपये में बनने वाले इस पास से वाहन स्वामी एक साल में 200 ट्रिप लगा सकेंगे। इस पहल से नोएडा और ग्रेटर नोएडा जैसे औद्योगिक क्षेत्रों के कारोबारियों को काफी राहत मिलेगी जिन्हें व्यापार के सिलसिले में अक्सर दूसरे शहरों में जाना पड़ता है।
जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा। केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने राष्ट्रीय राजमार्ग का अधिक उपयोग करने वाले वाहन स्वामियों को बड़ी राहत देते हुए सालाना पास की सुविधा देने का निर्णय लिया है। 15 अगस्त 2025 से ये सुविधा सभी राष्ट्रीय राजमार्ग पर चालू हो जाएगी।
3000 रुपये में बनेगा सालाना पास
तीन हजार रुपये में सालाना पास बनेगा जिससे वाहन स्वामी एक वर्ष में अधिकतम 200 ट्रिप लगा सकेंगे। केंद्रीय मंत्री द्वार एक्स पर पोस्ट कर दी गई इस जानकारी के बाद जिले के व्यापारियों, उद्यमियों और निवासियों इस पहल की सरहाना की है।
नोएडा व ग्रेटर नोएडा में औद्योगिक शहर होने के साथ ही शिक्षा का हब है। मल्टीनेशनल कंपनियां हैं। जिले में लाखों की संख्या में लोग अन्य प्रदेश के अन्य शहरों के साथ ही आसपास के प्रदेशों के भी रहते हैं। कारोबारियों को कारोबार के सिलसिले में आगरा, लखनऊ, कानपुर, वाराणसी, मुरादाबाद, बरेली के अलावा मध्य प्रदेश, उत्तराखंड, राजस्थान, पंजाब, हिमाचल प्रदेश जाना पड़ता है। समय की बचत के लिए अपने वाहनों से जाते हैं।
वहीं अपने गृह जनपद जाने व घूमने फिरने के लिए भी अधिकतर लोग अपने वाहनों का उपयोग करते हैं। ऐसे में राष्ट्रीय राजमार्ग पर लगने वाले टोल देना पड़ता है, जो कि जेब पर अधिक भार डालता है। इस पास की सुविधा शुरू होने से उन्हें काफी राहत मिलेगी।
कैसे होगी बचत?
एक व्यापारी ने बताया कि उत्तराखंड के रुद्रपुर इंडस्ट्रियल क्षेत्र में जाने पर एक तरफ का करीब 600 रुपये का टोल लगता है। यानी आने जाने में 1200 रुपये को टोल पड़ता है। साल में कई बार जाना होता है।
इसके अलावा अन्य प्रदेशों और शहरों में भी जाना पड़ता है। ट्रेन पकड़ने के लिए दिल्ली का रुख करना पड़ता है, समय की बर्बादी होती है। ऐसे में अपने वाहन का ही उपयोग अधिकतर समय करते हैं। इस पास के बनने से काफी बचत होगी।
क्या बोले व्यापारी?
व्यापार के सिलसिले के अलावा अन्य सामाजिक कार्यों के लिए दूसरे शहरों में जाना पड़ता है। हाइवे पर कई जगह टोल पड़ते हैं। इस पास के बनने से बड़ी राहत मिलेगी। यमुना एक्सप्रेसवे समेत प्रदेश के अन्य एक्सप्रेसवे के लिए भी यह सुविधा होनी चाहिए। - मुकुल गोयल, व्यापारी
उत्तराखंड, पंजाब, राजस्थान जाने पर एक तरह का टोल 600 से 700 रुपये का पड़ता है। दोनों तरफ का 1400 रुपये के करीब होता है। व्यापार आदि के लिए कई बार जाना पड़ता है। पांच बार भी चक्कर लग गए तो सात हजार रुपये का खर्च है। सालाना पास की सुविधा से बड़ी राहत मिलेगी। - वरुण ऐरन, व्यापारी
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