नोएडा में पार्किंग ठेकेदारों की मनमानी से वाहन चालक परेशान, हर दिन हो रहा इस तरह का बड़ा फर्जीवाड़ा
नोएडा में सरफेस पार्किंग ठेकेदारों की मनमानी से वाहन चालक परेशान हैं। अनुमति के बिना दोनों तरफ पार्किंग पर्ची जारी करने निर्धारित शुल्क से अधिक वसूली और घरों के सामने भी पर्ची काटने की शिकायतें मिल रही हैं। पार्किंग स्थल पर ठेकेदार का नाम और शुल्क नहीं लिखा होता। प्राधिकरण ने जांच और कार्रवाई की बात कही है।
प्रवेंद्र सिंह सिकरवार, नोएडा। सरफेस पार्किंग ठेकेदारों की मनमानी वाहन चालकों के लिए महंगी साबित हो रही है। सर्विस लेन के एक तरफ पार्किंग की अनुमति है, लेकिन दोनों तरफ पार्किंग पर्चियां जारी की जा रही हैं। पार्किंग स्थल पर न तो ठेकेदार का नाम दिखाई देता है और न ही शुल्क लिखा होता है।
प्रति घंटे के हिसाब से पार्किंग शुल्क लिया जा रहा है। अगर कोई वाहन मालिक पार्किंग क्षेत्र से दूर अपना वाहन पार्क करता है, तो उसके लिए भी पार्किंग पर्ची जारी की जाती है। भुगतान के लिए मारामारी मची रहती है। ठेकेदारों की मनमानी पर न तो कोई अंकुश है और न ही कोई निगरानी। नोएडा के पांच क्लस्टरों में पांच ठेकेदार हैं। जहां अनुमति नहीं है, वहां भी पार्किंग पर्चियां जारी की जा रही हैं।
बता दें कि क्लस्टर एक में वर्क सर्किल एक, दो और तीन के 18 सेक्टरों में प्राधिकरण ने एक ठेकेदार को 37355 वर्ग मीटर पार्किंग क्षेत्र आवंटित किया है। यहां सेक्टर-61 में शॉप्रिक्स मॉल के बाहर सेक्टर की ओर बने मकानों पर भी वाहन पार्किंग के लिए पर्चियां जारी की जाती हैं। कई बार यह विवाद का कारण भी बन चुका है। सेक्टर-33 स्थित एआरटीओ कार्यालय के बाहर एक तरफ पार्किंग की जा सकती है।
ठेकेदार दोनों तरफ वाहन खड़े करके शुल्क वसूल रहे हैं। पिछले दिनों यहां विवाद की स्थिति बन गई थी। न तो बोर्ड पर ठेकेदार का नाम लिखा है और न ही पार्किंग शुल्क का उल्लेख है। यहां कार के लिए 20 रुपये प्रति घंटा और बाइक के लिए 10 रुपये प्रति घंटा पार्किंग शुल्क लिया जा रहा है, जो दोगुना है।
लगातार हो रही अनियमितताओं के बावजूद यहां कोई कार्रवाई और सुधार देखने को नहीं मिल रहा है। यह क्षेत्र क्लस्टर तीन के अंतर्गत पार्किंग क्षेत्र में आता है। क्लस्टर तीन के अंतर्गत वर्क सर्किल पांच, आठ और नौ के 16 सेक्टरों में ठेकेदार को 48343 वर्ग मीटर पार्किंग स्थल आवंटित किया गया है।
निर्धारित पार्किंग शुल्क से अधिक वसूली के मामले भी यहां देखने को मिल रहे हैं। अन्य क्लस्टरों के 10 सेक्टरों में आवंटित 12414 वर्ग मीटर सरफेस पार्किंग क्षेत्र में वाहन चालकों से मनमानी वसूली की जा रही है।
प्राधिकरण ने प्रत्येक क्लस्टर में एक-एक ठेकेदार को पार्किंग आवंटित कर रखी है। ठेकेदार ने पार्किंग को टुकड़ों में दूसरे लोगों को दे रखा है। कई लोग एक ही जगह पर पर्चियाँ जारी कर रहे हैं। ये लोग निर्धारित जगह से दूर और सड़क के दोनों ओर पार्किंग करवा रहे हैं।
घरों के बाहर भी पर्चियां जारी
सेक्टर-41 में मार्केट के बाहर 672 वर्ग मीटर पार्किंग का आवंटन है। ठेकेदार सड़क के दूसरी ओर घरों के सामने वाहन खड़े होने पर भी पर्चियाँ जारी कर रहा है।
प्रति घंटे की दर से शुल्क
चार पहिया वाहन के लिए दो घंटे का पार्किंग शुल्क 20 रुपये है। समय बढ़ाने का शुल्क 10 रुपये प्रति घंटा है। एक दिन का शुल्क 80 रुपये है। इसके विपरीत, पार्किंग कर्मचारी 20 रुपये प्रति घंटे के शुल्क पर पर्चियाँ जारी कर रहे हैं। दो घंटे की पार्किंग के लिए भी पूरे दिन का शुल्क लिया जा रहा है।
वर्दी में नहीं हैं कर्मचारी
पार्किंग पर्ची जारी करने वाले कर्मचारी वर्दी में नहीं दिखते। पूछने और पूछताछ करने पर विवाद की स्थिति बन जाती है। जो पहले भी देखने को मिला है।
शिकायतें मिली हैं। ठेकेदारों को नोटिस भेजे गए हैं। पार्किंग स्थल पर ठेकेदार के नाम और पार्किंग शुल्क का बोर्ड लगाना ज़रूरी है। ज़्यादा शुल्क वसूलने पर रोक लगाने के लिए, पार्किंग स्थल की मैन्युअल रूप से अन्य वाहनों से जांच की जाती है। आज भी इस संबंध में जाँच की जाएगी।
- विश्वास त्यागी, वरिष्ठ प्रबंधक, नोएडा ट्रैफ़िक सेल
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