भारी बारिश के बाद नोएडा में सांपों का आतंक, रेस्क्यू में जुटी वन विभाग की टीम
नोएडा में वन विभाग सांपों की बढ़ती शिकायतों से परेशान है। इस साल अधिक बारिश के कारण सांपों के दिखने की घटनाएं बढ़ गई हैं। बचाव टीम प्रतिदिन सांपों को बचाने के लिए तत्पर है और उन्हें जंगल में छोड़ रही है। शहरीकरण और बारिश के कारण सांप अपने बिलों से बाहर निकल रहे हैं जिससे इंसानों से उनका सामना बढ़ रहा है।

चेतना राठौर, नोएडा। वन विभाग इन दिनों साँपों के दिखने की शिकायतों से जूझ रहा है। इस साल, पिछले साल की तुलना में ज़्यादा बारिश के कारण साँपों के दिखने की घटनाओं में वृद्धि हुई है। विभाग की रेस्क्यू टीम को सोसाइटियों या सेक्टरों में साँपों के दिखने की रोज़ाना दो से तीन रिपोर्ट मिलती हैं।
टीम दिन या रात किसी भी समय घटनास्थल पर पहुँचकर साँपों को बचाने और उन्हें जंगल में छोड़ने के लिए घंटों काम करती है। पिछले साल, बारिश के मौसम में कम शिकायतों के कारण, केवल 80 साँप ही पकड़े गए थे। इस साल, ज़्यादा बारिश के कारण, टीम ने 150 साँपों को बचाया है।
गौरतलब है कि मानसून के दौरान, विभिन्न इलाकों में जलभराव के कारण साँप अपने बिलों से बाहर निकल आते हैं। इसलिए, इन दिनों साँपों के दिखने की घटनाएँ बढ़ जाती हैं। बारिश के कारण उनके बिल भर जाते हैं, जिससे उन्हें घरों, खेतों और अन्य मानव बस्तियों में सूखा और सुरक्षित आश्रय ढूँढना पड़ता है।
शहरीकरण के कारण उनके प्राकृतिक आवास सिकुड़ रहे हैं, जिससे उन्हें भोजन और आश्रय के लिए इंसानों के करीब आना पड़ रहा है। इसके अलावा, नम हवा और बढ़े हुए तापमान के कारण सांप ज़्यादा सक्रिय हो जाते हैं और प्रजनन काल में उनकी संख्या बढ़ जाती है, जिससे इंसानों से उनका सामना होने की संभावना बढ़ जाती है।
इस साल, ज़्यादा बारिश के कारण, सांप देखे जाने की शिकायतें ज़्यादा आई हैं। कोबरा और अन्य सामान्य साँप प्रजातियाँ पाई गई हैं, और उन्हें जंगल में छोड़ा जा रहा है। साँप देखे जाने की सूचना मिलते ही एक टीम तुरंत घटनास्थल पर भेजी जाती है।
-दाताराम राठौर, रेंज अधिकारी, दादरी
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