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    15 साल की किशोरी की सफल सर्जरी, पित्त की थैली में भरे थे पत्थर ही पत्थर; डॉक्टर भी हैरान

    Updated: Wed, 09 Jul 2025 08:22 PM (IST)

    ग्रेटर नोएडा के शारदा अस्पताल में 15 वर्षीय किशोरी की पित्त की थैली की सफल सर्जरी हुई। किशोरी के पेट के अंदरूनी अंग उल्टी दिशा में थे जिसे साइटस इनवर् ...और पढ़ें

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    शारदा अस्पताल नें 15 वर्षीय किशोरी की हुई सफल जटिल सर्जरी। फाइल फोटो

    जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा। नॉलेज पार्क स्थित शारदा अस्पताल में 15 साल की एक किशोरी के पित्त की सफल सरजरी हुई। किशोरी की पित्त की थैली में कई पत्थर थे और साथ ही उसके पेट के अंदरूनी अंग उल्टी दिशा में थे।

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    इस स्थिति को साइटस इनवर्सस विथ लेवोकार्डिया कहा जाता है। इस जटिल सर्जरी को मिनिमली इनवेसिव और जनरल सर्जरी के कंसल्टेंट डा. विजय आनंद ने सफलतापूर्वक किया।

    किशोरी को तेज पेट दर्द की शिकायत थी। जांच और स्कैन में पता चला कि उसकी पित्त की थैली में कई पत्थर हैं। जांच में सामने आया कि उसके शरीर के कई अंदरूनी अंग जैसे लिवर, आंतें आदि अपनी सामान्य जगह से उल्टी दिशा में हैं, जबकि दिल अपनी सामान्य जगह यानी बाईं ओर ही है।

    यह स्थिति बेहद दुर्लभ होती है और 10,000 लोगों में से किसी एक में ही पाई जाती है। डा. विजय आनंद ने बताया इस केस में सर्जरी करने से पहले योजना बनानी पड़ी। साइटस इनवर्सस वाले मरीजों में शरीर की बनावट आम लोगों से एकदम उल्टी होती है। ऐसे में सर्जरी के हर स्टेप को दिमाग में पहले उल्टा प्लान करना पड़ा।

    यह आपरेशन लगभग सवा घंटे चला। टीम ने लेप्रोस्कोपिक कोलेसिस्टेक्टामी की यानी छोटे-छोटे कट लगाकर और कैमरे की मदद से पित्त की थैली निकाली। उल्टे अंगों की वजह से सर्जरी में थोड़ा ज्यादा वक्त लगा, लेकिन सब कुछ बिना किसी दिक्कत के सफलतापूर्वक हो गया।