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Ramlila 2022: रावण के रोल के लिए छोड़ी दिल्ली पुलिस की नौकरी, 2009 से निभा रहे किरदार

रामलीला में रावण का किरदार निभा रहे प्रदीप पावर ने रामलीला में मंचन करने के लिए दिल्ली पुलिस की नौकरी छोड़ दी थी।उन्होंने बताया कि उन्होंने नौकर छोड़ीतो घर वालों ने कहा कि देखेंगे कब तक रामलीला से जीवन चलेगा।1987 से रामलीला में मंचन में मंचन करना शुरू किया।

By Ankur TripathiEdited By: Prateek KumarPublished: Sun, 02 Oct 2022 10:48 PM (IST)Updated: Sun, 02 Oct 2022 10:48 PM (IST)
Ramlila 2022: रावण के रोल के लिए छोड़ी दिल्ली पुलिस की नौकरी, 2009 से निभा रहे किरदार
शहर की सबसे विख्यात रामलीला साइट चार में आयोजित हो रही है।

ग्रेटर नोएडा, जागरण संवाददाता। शहर की सबसे विख्यात रामलीला साइट चार में आयोजित हो रही है। रामलीला में रावण का किरदार निभा रहे प्रदीप पावर ने रामलीला में मंचन करने के लिए दिल्ली पुलिस की नौकरी छोड़ दी थी। उन्होंने बताया कि उन्होंने जब नौकर छोड़ी तो घर वालों ने कहा कि देखेंगे कब तक रामलीला से जीवन चलेगा। 1987 से रामलीला में मंचन में मंचन करना शुरू कर दिया था। सबसे पहले रावण के बेटे अक्षय कुमार का किरदार निभाया उसके बाद एक साल मेघनाद का किरदार दिल्ली एनसीआर के विभिन्न शहरों की रामलीला में निभाया।

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2009 से निभा रहे रावण का किरदार

ग्रेटर नोएडा के साइट चार में आयोजित रामलीला में 2009 से रावण का किरदार निभा रहे है। प्रदीप ने बताया कि पापा रामलीला दिखाने के लिए ले जाते थे तो उन्हें रामलीला में कुछ भी समझ नहीं आता था। पापा रामलीला में ही बताते थे कि कौन सा प्रसंग चल रहा है। जब रामलीला समझ में आने लगी तो देखने के लिए बहाना बनाकर दोस्त के साथ जाने लगा। मोहल्ले की रामलीलाओं में मंचन करने के लिए चुना हैं। मंचन करने के चुने पर बहुत खुशी हुई। कई सालों तक रामलीला में मंचन करने के दौरान कुछ भी नहीं मिला। रात में मंचन करने के लिए दस दस घंटे का अभ्यास किया।

पहली बार मिले थे 150 रुपये

रावण का किरदार को निभाने पर पहली बार 150 रुपये रामलीला की कमेटी के द्वारा दिए गए। जब पहली बार अवार्ड से सम्मानित किया गया तो सबसे पहले मां को फोन कर बताया कि मुझे रामलीला में सबसे अच्छा मंचन करने पर अवार्ड मिला है। प्रदीप ने बताया कि वह साकेत कला केंद्र के अध्यक्ष भी है। उनकी मंडली में 60 से अभी अधिक कलाकार है । मंडली के कई कलाकार पढ़ाई के साथ रामलीला में मंचन भी करते है। प्रत्येक रविवार को रामलीला का अभ्यास भी किया जाता है।

परिवार के सदस्य दे रहे सेना में सेवाएं

प्रदीप ने बताया कि उनका जन्म दिल्ली में हुआ,लेकिन उनका पूरा परिवार मुरादाबाद में रहता है। उनके परिवार में अधिकतर लोग सेना में अपनी सेवाएं दे रहे हैं। पत्नी रेलवे में फैमली इंचार्ज है। दोनों बेटियां अभी पढ़ाई कर रही है। 


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