शारीरिक कमी नहीं रोक पाई हुनर, नोएडा में दिव्यांग बच्चों ने व्हील चेयर पर दिखाई अपनी कला
नोएडा के एमिटी विश्वविद्यालय में दिव्यांगजनों के सशक्तिकरण के लिए पर्पल फेयर 2025 का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में दिव्यांग बच्चों ने विभिन्न साहसिक गतिविधियों में भाग लिया। फेयर का विषय हुनर से आत्मनिर्भरता तक था। मनमीत कौर नंदा ने दिव्यांगजनों की क्षमताओं पर जोर दिया। फेयर में दिव्यांगजनों के लिए काम कर रहे कई संगठनों ने स्टॉल लगाए और छात्रों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए।

जागरण संवाददाता,नोएडा। दिव्यांगजनों के सशक्तिकरण, आर्थिक समावेशन और सामाजिक भागीदारी को बढ़ावा देने के लिए एमिटी विश्वविद्यालय में बुधवार को पर्पल फेयर 2025 का आयोजन किया। विश्वविद्यालय परिसर में दिव्यांग बच्चे तरह तरह का एडवेंचर करते नजर आए।
उनकी शारीरिक कमी उनके हुनर को रोक नहीं पा रही थी। फेयर का विषय ‘हुनर से आत्मनिर्भरता तक - दिव्य जन, दिव्य आशा’ रहा। यह कार्यक्रम एमिटी इंस्टीटयूट आफ रिहेबिलिटेशन साइंसेस ने भारतीय सांकेतिक भाषा अनुसंधान एवं प्रशिक्षण केंद्र के सहयोग से आयोजित किया। कार्यक्रम का शुभारंभ भारत सरकार के दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग की अतिरिक्त सचिव मनमीत कौर नंदा ने किया।
उन्होंने कहा कि आज हम एक ऐसा उत्सव मना रहे है जो दिव्यांगजनों या विशेष बच्चों की क्षमता को दर्शाता है कि जीवन में वो किसी से कम नही है। उन्हें आपकी सहानुभूति नही चाहिए बल्कि समानुभूति चाहिए।
इस अवसर पर एमिटी विश्वविद्यालय की वाइस चासंलर डा. बलविंदर शुक्ला, भारतीय सांकेतिक भाषा अनुसंधान एवं प्रशिक्षण केंद्र के निदेशक कुमार राजू, एमिटी विश्वविद्यालय में हैल्थ साइंसेस क्षेत्र के वरिष्ठ निदेशक डा. एस के श्रीवास्तव और एमिटी इंस्टीटयूट आफ रिहेबिलिटेशन साइंसेस की निदेशक डा. जयंती पुजारी मौजूद रहे।
इस अवसर पर विशेष छात्रों ने बनाए चित्रों को प्रदर्शन भी किया गया। कार्यक्रम में अमर ज्योती चैरिटेबल ट्रस्ट के छात्रों ने सांस्कृतिक प्रस्तुती दी गई। कार्यक्रम में 130 छात्रों ने हिस्सा लिया।
फेयर में लगाए स्टाल
फेयर में दिव्यांगजनों के लिए कार्य कर रहे उद्यमियों, गैर-सरकारी संगठनों, दिव्यांगजन शैक्षणिक संस्थानों, उद्योग प्रतिनिधियों जैसे सक्षम रिर्सोस सेंटर, होली हार्ट स्पेशल स्कूल, यस वी कैन ट्रस्ट, हिगाशी आटिजम स्कूल आदि ने कुल 16 स्टाल लगाए।
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