मोदी-योगी के AI फर्स्ट नेशन के सपने को लगे पंख, थमेगा ब्रेन ड्रेन; डिजिटल हब बन रहा नोएडा
प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के सपने को पंख मिले हैं। नोएडा में एआई सक्षम डाटा सेंटर माइक्रोसाफ्ट के इंडिया डेवलपमेंट सेंटर और एमएक्यू कंपनी परिसर के विस्तार से नोएडा आईटी हब बनने की ओर अग्रसर है। इससे ब्रेन ड्रेन भी रुकेगा। गौतमबुद्ध नगर में निवेश के साथ-साथ आईटी कंपनी की इकाईयों को स्थापित किया जा रहा है। एआई और टेक्टनोलाजी की दिशा में भी काम हो रहा है।

मुनीश शर्मा, नोएडा। प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री का सपना है कि देश एआई फर्स्ट नेशन बने। नोएडा में सिफी इन्फिनिट स्पेसेस कंपनी के एआई सक्षम डाटा सेंटर शुरू होने, माइक्रोसाफ्ट के इंडिया डवलपमेंट सेंटर की नींव रखने व एमएक्यू कंपनी परिसर का विस्तार से शनिवार को इनके सपने को पंख मिला।
जिले में आईटी कंपनी की इकाइयों के स्थापित होकर काम करने से आईटी हब बनने को और बल मिला। देश से होने वाला ब्रेन ड्रेन (उन्नत ज्ञान, कौशल और योग्यता वाले व्यक्ति का अपने देश से दूसरे देश में प्रवास) भी थमेगा। नोएडा व ग्रेटर नोएडा में मोबाइल व इलेक्ट्रानिक उपकरण निर्माण का लगातार विस्तार हो रहा है।
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प्रदेश की मोबाइल फोन बनाने में 65 प्रतिशत व इलेक्ट्रानिक उपकरणों के उत्पादन में 55 प्रतिशत हिस्सेदारी है। इसमें जिला पहले पायदान पर है। एआई डाटा सेंटर शुरू होने से शनिवार को उत्तर भारत के आईटी सेक्टर के नए युग की शुरुआत होना माना जा रहा है।
आगामी दिनों में माइक्रोसाफ्ट के वर्ल्ड क्लास के मानकों से बेहतर इंडिया डेवलपमेंट सेंटर भी तैयार होगा। इसमें देश के सबसे बेहतर योग्यता वाले इंजीनियर को देश में काम करने का अवसर मिलेगा। आईटी के क्षेत्र में काम की तलाश में देश से बाहर जाने वाले युवाओं को एक विकल्प मिलेगा। देश का ब्रेन ड्रेन होने भी रुकेगा।
इन परियोजना का शिलान्यास हुआ
- नोएडा-ग्रेटर नो एक्सप्रेसवे पर दो अंडरपास : 181 करोड़
- सेक्टर-62 डी पार्क का नवीनीकरण : 24 करोड़
- सेक्टर-94 जापानी पार्क का निर्माण : 10.97 करोड़
माइक्रोसाफ्ट के मुख्यालय से भी उत्कृष्ट होंगी सुविधाएं
माइक्रोसाफ्ट के पदाधिकारियों का दावा है कि नोएडा के सेक्टर 145 स्थित इंडिया डवलपमेंट सेंटर वर्ल्ड क्लास में बेहतर होगा। यह सुविधाओं के मामले में विश्व में कई नए आयाम भी स्थापित करेगा।
उधर, सिफी का एआई बेस्ड डाटा सेंटर सस्टेनेबल डवलपमेंट, ऊर्जा बचत, भविष्य रोडमेप, हरित ऊर्जा, उच्च क्षमता पर आधारित होगा। यह भविष्य में दस गुना लेवल की सिक्योरिटी के साथ काम करेगा।
महाराणा प्रताप की प्रतिमा का अनावरण कर योगी ने बढ़ाया ‘प्रताप’
दादरी के एनटीपीसी गेट पर शनिवार को महाराणा प्रताप की प्रतिमा का अनावरण कर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ साठा चौरासी में क्षत्रिय समाज संग जिले के निवासियों में अपना प्रताप छोड़ गए। करीब एक वर्ष से क्षेत्र के निवासी प्रतिमा के अनावरण का इंतजार कर रहे थे। इससे पहले 30 वर्ष तक प्रतिमा की स्थापना को लेकर भी साठा चौरासी प्रयासरत था, जो जुलाई 2023 में शिलान्यास के साथ पूरा हुआ।
2024 जनवरी में इसकी स्थापना हुई। इतने लंबे इंतजार के कारण नाराज क्षत्रिय समाज का बड़ा वर्ग मुख्यमंत्री द्वारा प्रतिमा का लोकार्पण होने पर सपने को साकार होता देख रहा है। इससे पहले साठा चौरासी के गांवों को सीधे हापुड़ से जोड़ने के लिए 13 किमी लंबी सड़क को 24 करोड़ रुपये खर्च कर बनवाया जा रहा है।
नाराज थे क्षत्रिय समाज के लोग
प्रतिमा को जयपुर के कारीगरों ने बनाया है। साठा चौरासी में 60 गांव शिशौदिया राजपूत व 84 गांव तोमर राजपूत के हैं। ग्रेटर नोएडा के बिसहाड़ा से गढ़ गंगा तक का क्षेत्र राजपूत बहुल है। पिछले लोकसभा चुनाव में क्षत्रिय समाज के जुड़े नेताओं के टिकट कटने, गौतमबुद्ध नगर के सांसद का साठा चौरासी क्षेत्र की अनदेखी का आरोप लगने के बाद यहां के क्षत्रिय समाज के साथ ही अन्य समाज के लोग भी नाराज थे।
नाराज चल रहे इस समाज के लोगों में पिछले एक वर्ष से नाराजगी इस बात से और बढ़ती जा रही थी कि पिछले करीब एक वर्ष से महाराणा प्रताप की प्रतिमा स्थापित हो रखी है, लेकिन मुख्यमंत्री ने इसके अनावरण के लिए समय तक नहीं निकाला। आठ दिन पहले ही मुख्यमंत्री के समक्ष इस मुद्दे को रखा गया, जिसके बाद कार्यक्रम तय हुआ।

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