ऑनलाइन शॉपिंग के प्रभाव से खुदरा व्यापारियों की बढ़ी टेंशन, ग्राहकों को बाजार तक खींचने की अपील
उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार प्रतिनिधिमंडल ने केंद्र सरकार को पत्र लिखकर ऑनलाइन बाजार के कारण खुदरा क्षेत्र में हो रहे नुकसान पर चिंता जताई है। उन्होंने कहा कि ऑनलाइन शॉपिंग के बढ़ते चलन से छोटे व्यापारियों का टर्नओवर गिर रहा है और करोड़ों लोगों की नौकरियां खतरे में हैं। उन्होंने ग्राहकों से स्थानीय बाजारों में खरीदारी करने की अपील की है ताकि खुदरा व्यापारियों को बचाया जा सके।

कुंदन तिवारी, नोएडा। ऑनलाइन बाजार में अलग-अलग क्षेत्रों में 50 से 70 फीसदी प्रतिवर्ष तक की बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है। इससे खुदरा और असंगठित क्षेत्र में करोड़ों लोगों की नौकरियों पर खतरा पैदा हो गया है। ऑनलाइन बाजार ने जिस तरह से बाजार में अपने पैर जमाया है, प्रतिदिन देश भर में न्यूनतम 30 लाख ऑनलाइन ऑर्डर हो रहे हैं।
इनमें मोबाइल, कपड़े, मशीनें, चश्मे से लेकर रोजमर्रा के इस्तेमाल होने वाली दाल-सब्जी जैसी चीजें भी शामिल हैं। उसमें 120 से 140 फीसदी की कंपनियों के कारोबार बढ़ोतरी हुई है। इस पर गहरी चिंता जाहिर कर उत्तर प्रदेश उद्येाग व्यापार प्रतिनिधिमंडल ने केंद्र सरकार को पत्र लिखकर अवगत कराया है कि देश भर के खुदरा क्षेत्र में 6.5 करोड़ दुकानदार छोटी-मझोले स्तर की दुकानों से अपना राेजगार चलाते है, इनके गिरने से न्यूनतम 13 करोड़ लोगों का रोजगार प्रभावित हो सकता है।
जीएसटी दर कम होने के बाद उनके असर को लेकर खुदरा व्यापारियों के साथ चल रही उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार प्रतिनिधिमंडल चर्चा में बहुत ही चौकाने वाले तथ्य सामने आए है। प्रतिनिधिमंडल के प्रांतीय कोषाध्यक्ष व जिलाध्यक्ष नरेश कुच्छल ने बताया कि अब यह कारोबार केंद्र सरकार ने एमएसएमई सेक्टर से जोड़ दिया है।
ऐसे में संगठित व असंगठित क्षेत्र से 44 करोड़ से अधिक लोगों को रोजगार जुड़ा है, इससे 11 करोड़ प्रत्यक्ष और 33 करोड़ लोग अप्रत्यक्ष रूप से खुदरा बाजार से जुड़े हुए है। ऑनलाइन व्यापार से हर व्यापारी वर्ग भारी नुकसान हो रहा है। इस पर सरकार को बहुत जल्द ठोस निर्णय लेना होगा।
उन्होंने बताया कि सरकार ने भले ही जीएसटी दरों में बदलाव कर दिया है, लेकिन व्यापारियों का टर्नओवर गिरता जा रहा है। मोबाइल से लेकर कपड़ा व्यवसाय तक ऑनलाइन शॉपिंग के कारण लाखों का नुकसान व्यापारी झेल रहा है। इसी तरह हार्डवेयर सहित मेडिकल व्यवसाय पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है।
उन्होंने ग्राहकों से अपील की है कि आप परिवार के साथ बाजारों में समान खरीदारी के लिए निकलें, क्योंकि लोकल बाजार में खरीदारी न करने से बाजार की रौनक खत्म होती जा रही है, वह रौनक लौट आएगी। आपका परिवार भी कहीं न कहीं खुदरा व्यापार से जुड़ा है।
भ्रमित करने वाला ऑनलाइन शॉपिंग का डिस्काउंट
ऑनलाइन शापिंग पर मिलने वाला डिस्काउंट भ्रमित करने वाला है। ऑनलाइन शॉपिंग के बढ़ते चलन के कारण नोएडा शहर व छोटे कस्बों से खरीदारों की चहल-पहल करीब खत्म-सी हो गई है। अधिकतर लोग ऑनलाइन शॉपिंग को तवज्जो दे रहे हैं।
ऐसे में ग्राहकों की दुकानों से दूरी चिंता का विषय है। आज हर दुकानदार आर्थिक मंदी सहित टर्नओवर की कमी से जूझ रहा है। मोबाइल, कपड़ा, फुटवीयर, फर्नीचर और इलेक्ट्रॉनिक सामानों के व्यवसायियों को नुकसान उठाना पड़ रहा है। त्योहारों के सीजन में ग्राहकों के लिए कितना स्टाक कर रखें, यह दुकानदारों के बीच तय नहीं हो पा रहा है।
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