Noida News: सड़कों पर नियम तोड़ने में मां-बाप भी नहीं पीछे, न करें ऐसी गलती वरना जीवनभर करना पड़ सकता है अफसोस
Noida Traffic Rules Break दिल्ली से सटे नोएडा और ग्रेटर नोएडा शहर में यातायात नियमों का उल्लंघन आम है। खासकर सुबह के समय ज्यादातर मां-बाप अपने बच्चो ...और पढ़ें

नोएडा, जागरण संवाददाता। जिस सड़क को प्रगति का प्रतीक माना जाता है, उसी पर लोग नियम तोड़कर चल रहे हैं। नतीजा दुर्घटना और जान का जोखिम भी रहता है। दिल्ली-एनसीआर में क्या युवा और क्या बड़े, सभी सड़क के नियमों तो तोड़ते हुए वाहन दौड़ाते हैं। इनमें बड़े भी पीछे नहीं हैं। दोपहिया पर हेलमेल न लगाना और कारों में सीट बेल्ट नहीं लगाना एक फैशन सा बन गया है। नोएडा की सड़कों पर ऐसा नजारा आम है।
जान की परवाह भी नहीं करते हैं लोग
माता-पिता व अभिभावक जैसा आचरण करते हैं, बच्चे भी वैसा ही सीखते हैं। यह बात हमारे बड़े वर्षों से कहते आ रहे हैं, लेकिन लगता है सड़क पर बच्चों के साथ बिना हेलमेट दोपहिया वाहन दौड़ाते अभिभावक इस अनजान हैं। न यातायात पुलिस का भय है और न ही जान की परवाह। शहर की सड़कों पर रोजाना सैकड़ों ऐसे लोग दिख जाते हैं। यही नहीं लगातार दुर्घटनाएं भी होती रहती है। खासकर स्कूल आने-जाने के दौरान।
स्कूल आने और जाने के दौरान होता है नियमों का उल्लंघन
सुबह स्कूल जाने का वक्त हो या फिर दोपहर में लौटने का अभिभावक यातायात नियमों को खुलेआम उल्लंघन करते हैं। यातायात पुलिस के डर से खुद हेलमेट लगा भी ले तो बच्चों को नहीं लगाते हैं। प्री-प्राइमरी के छोटे-छोटे बच्चों को अभिभावक स्कूल व बाइक पर आगे बैठेता हैं।

बता दें कि नोएडा शहर में करीब 250 स्कूल है। बच्चों को लेकर यातायात पुलिस भी सख्ती नहीं करती। ऐसे में लोग चंद रुपये या समय बचाने के चक्कर में अपने बच्चों की जिंदगी खतरे में डालते हैं।

पुलिस अधिकारी की सलाह, लोग करें नियमों का पालन
एआरटीओ प्रवर्तन प्रशांत तिवारी ने बताया कि बच्चे हो या बड़े यातायात नियम सभी के लिए समान है। इसको लेकर लगातार कार्रवाई की जाती है। दोपहिया वाहन पर चार-पांच साल के बच्चों को बिन दूसरी सवारी के बैठाना अपने आप में ही खतरनाक है। अभिभावकों को स्वयं भी इसकी चिंता करनी चाहिए।

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