Cyber Crime: नोएडा में विदेशी फोरेक्स ट्रेडिंग ब्रोकर बनकर शिक्षिका से ठगे 20 लाख, भूलकर भी न करें ये गलतियां
ग्रेटर नोएडा में एक शिक्षिका को विदेशी फ़ॉरेक्स ब्रोकर बनकर साइबर ठगों ने 20 लाख रुपये का चूना लगाया। ठगों ने पहले निवेश का प्रशिक्षण दिया और मुनाफा दिखाकर विश्वास जीता। बाद में मुनाफे सहित रकम निकालने में समस्याएं आईं और पीड़िता को ठगी का एहसास हुआ। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है और 6 लाख रुपये फ्रीज किए हैं।

जागरण संवाददाता, नोएडा। साइबर ठगों ने विदेशी फोरेक्स ट्रेडिंग ब्रोकर बनकर शेयर बाजार में निवेश कराने के नाम पर ग्रेटर नोएडा की एक शिक्षिका से 20 लाख रुपये ठग लिए। साइबर ठगों ने शुरुआत में प्रशिक्षण दिया और मुनाफे की रकम बैंक खाते में ट्रांसफर कराकर विश्वास दिलाया।
मुनाफे समेत पूरी धनराशि नहीं निकलने पर पीड़िता को ठगी होने का पता चला। पीड़िता ने धोखा देने, किसी का रूप धारण कर धोखाधड़ी करने व आइटी एक्ट की धाराओं में मंगलवार को साइबर क्राइम थाने में मामला दर्ज कराया। उधर, पुलिस ने ठगी की रकम में से छह लाख रुपये फ्रीज कराए हैं।
मुनाफा कमाने का दिया था झांसा
ग्रेटर नोएडा के चाई पांच की रहने वाली श्वेता राय प्राइवेट स्कूल में शिक्षिका हैं। उनके पास 25 फरवरी को उनके मोबाइल पर अनजान नंबर से कॉल आई थी। फोन करने वाले ने खुद को एफएक्सराड(फारेक्स ब्रोकर) कर्मी बताया था। शेयर मार्केट विशेषज्ञ तौर पर अपनी टीम के अनुभव से निवेश कर मुनाफा कमाने का झांसा दिया।
ठग ने एफएक्सराड नाम का एप्लीकेशन डाउनलोड करवाई और टेलीग्राम ग्रुप पर जोड़ लिया। ठग ने प्रशिक्षण देकर किस कंपनी में कब और कितना निवेश कराना सिखाया। प्रशिक्षण प्राप्त कर प्रतिदिन मुनाफा क कमा रहे लोगों के स्क्रीन शाट भी साझा किए।
28 फरवरी को पीड़िता को एक ईमेल भेजकर 19,000 रुपये निवेश करने को बोला गया। मुनाफा होने और रुपये बैंक खाते में ट्रांसफर करने से पीड़िता को यकीन होने लगा कि वह रकम को सही जगह पर निवेश कर रही हैं। ऐसा कर वह कम समय में ज्यादा पैसा कमा सकती हैं।
टेलीग्राम पर मैसेज व ईमेल कर मांग रहे रकम
पीड़िता ने विश्वास कर छह बार में 20 लाख रुपये ठगों के बताए बैंक खाते में ट्रांसफर कर दिए। पीड़िता ने अप्रैल में मुनाफे समेत पूरी धनराशि निकालने का प्रयास किया तो ठगाें ने नियम और शर्तें बतानी शुरू कर दीं। कर के रूप में और धनराशि की मांग की। इससे पीड़िता रुपये नहीं निकल पाईं।
उन्होंने साइबर क्राइम थाना पुलिस से शिकायत की। उधर, पीड़िता का कहना है कि ठग अभी भी टेलीग्राम पर मैसेज व ईमेल कर रकम मांग रहे हैं। जमा पूंजी ठगों के ऐंठने से पीड़िता परेशान है।
डीसीपी साइबर प्रीति यादव ने बताया कि पीड़िता की शिकायत पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। साइबर ठगों की पहचान और तलाश में टीम लगी है। फ्रीज कराए छह लाख रुपये को वापस कराने की प्रक्रिया की जा रही है। शेष धनरााशि को फ्रीज कराने के लिए अन्य बैंक खातों की जानकारी जुटाई जा रही है।
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