Noida: हाई कोर्ट में नौकरी का झांसा देकर रिटायर्ड दारोगा और वकील ने की ठगी, जांच में जुटी पुलिस
हाई कोर्ट में नौकरी का झांसा देकर सेवानिवृत्त दारोगा और अधिवक्ता ने की ठगी। दरोगा ने कहा कि 20 लाख रुपए खर्च करके नौकरी लग सकती है। पांच लाख रुपये पहले देने होंगे। बाकी बाद में देने होंगे।
नोएडा, जागरण संवाददाता। हाई कोर्ट में नौकरी लगवाने के नाम पर सेवानिवृत्त दारोगा और वकील ने पांच लाख रुपये ठग लिए। कोतवाली सेक्टर-113 पुलिस ने पीड़ित की शिकायत पर रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
प्रभारी निरीक्षक जितेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि सेक्टर-77 स्थित अंतरिक्ष सोसायटी में रहने वाले राजकुमार यादव ने रिपोर्ट दर्ज कराई है, जिसमें उन्होंने बताया कि मार्च 2019 में उनके परिचित उत्तर प्रदेश पुलिस से सेवानिवृत्त दारोगा रामेश्वर दयाल यादव का फोन आया। पूछा आपका बेटा क्या कर रहा है।
20 लाख में नौकरी लगवाने की कही बात
पीड़ित ने बताया कि उनका बेटा बेटा एमबीए की पढ़ाई कर रहा है। रामेश्वर दयाल ने कहा कि इलाहाबाद हाई कोर्ट में पद खाली है। 20 लाख रुपए खर्च करके नौकरी लग सकती है। पांच लाख रुपये पहले देने होंगे। बाकी बाद में देने होंगे।
पीड़िता से आरोपितों ने ले लिए 5 लाख
दारोगा ने अपने बेटे रमन व सुमित से उनकी बात करवाई तथा कहा कि मैंने दोनों की नौकरी इलाहाबाद हाई कोर्ट में लगवाई है। पीड़ित को विश्वास दिलाने के लिए दरोगा ने अधिवक्ता हरिओम पाराशरी से भी उनकी बात करवाई। पीड़ित के अनुसार, रामेश्वर दयाल और उसके गैंग के अन्य लोगों ने उनसे पांच लाख रुपये ले लिए।
वर्ष 2019 में जब एसटीएफ ने इलाहाबाद से एक ऐसे गैंग को गिरफ्तार किया तो उसके बाद रामेश्वर दयाल का फोन बंद हो गया। पीड़ित की शिकायत पर रामेश्वर दयाल यादव, रमन कुमार, रतन कुमार, सुमित कुमार, हरिओम पाराशरी, राहुल पाराशरी तथा देश दीपक पाराशरी के विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज हुआ है।