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    विश्व आत्महत्या रोकथाम दिवस: मौत के सामने खड़े 6 लोगों को पुलिस ने 'देवदूत' बनकर दिलाई जिंदगी, परिवारों में लौटाई खुशियां

    Updated: Wed, 10 Sep 2025 10:20 AM (IST)

    नोएडा कमिश्नरेट पुलिस ने विश्व आत्महत्या रोकथाम दिवस पर इंसानियत का परिचय देते हुए छह लोगों की जान बचाई। डायल 112 की त्वरित प्रतिक्रिया और पुलिसकर्मियों की तत्परता से कई लोगों को नया जीवन मिला। डॉक्टरों ने भी जहर खा चुके कई लोगों की जान बचाई। मनोचिकित्सकों का कहना है कि डिप्रेशन और नशे की हालत में लोग आत्महत्या का प्रयास करते हैं।

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    जान की बाजी लगाकर कमिश्नरेट पुलिस ने छह परिवारों में लौटाई खुशियां

    सुमित शिशोदिया,नोएडा। खाकी...न केवल ईमानदारी, कर्तव्यनिष्ठा और दायित्व के लिए तत्पर रहती है, बल्कि संघर्ष के बावजूद हार मान चुके लोगों के अंतिम क्षणों में फरिश्ता बनकर उनका जीवन सुरक्षित करने में भी आगे रहती है।

    विश्व आत्महत्या रोकथाम दिवस पर कमिश्नेरट पुलिस की इंसानियत और मानवता को बयां करने वालीं वो घटनाएं जुबां पर आती हैं, जिनकी अहमियत वो लोग जानते हैं, जो गुस्से, तनाव और असफलता के चलते जिंदगी खत्म करने चले थे।

    पुलिस आयुक्त लक्ष्मी सिंह ने बताया कि यूपी 112 की 135 पीआरवी चलती हैं। इनमें 71 चार पहिया वाहन हैं। यूपी-112 की 71 चार पहिया और 64 दोपहिया वाहनों से न सिर्फ कानून एवं सुरक्षा व्यवस्था बल्कि त्वरित मदद भी प्रदान की जाती है। डायल-112 ने शहरी क्षेत्र में पुलिसकर्मियों ने 3:28 मिनट जबकि ग्रामीण क्षेत्र में 3:31 मिनट में पहुंचकर लोगों को मदद दी।

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    जनवरी 2024 से पांच सितंबर 2025 तक जिला अस्पताल की इमरजेंसी में जहर खाकर पहुंचे 285 लोगों में से 242 की जान बचाकर डाक्टरों ने जीवनदान दिलाया। 35 लोगों को गंभीर स्थिति में दिल्ली रेफर कर दिया। इनमें से 22 की हालत ठीक हो गई और वह खुशी-खुशी परिवार के बीच लौट आए।

    मनोचिकित्सक डॉ. पल्लवी शर्मा का कहना है कि डिप्रेशन, बायपोलर डिसआर्डर विकार और नशे में व्यक्ति जीवन खत्म करने का गलत कदम उठाने का प्रयास करता है। समय पर लक्षणों काे पहचानना जरूरी है।

    विश्व स्वास्थ्य संगठन ने आत्महत्या रोकथाम के लिए जो रणनीति बनाई है, इसमें कीटनाशकों, हानिकारक रसायन और हथियार जैसे साधनों तक पहुंच को सीमित करना है। मीडिया के साथ संवाद, युवाओं में जीवन कौशल विकसित करना और जोखिमग्रस्त व्यक्तियों की शुरुआती पहचान करना है।

    सराहनीय कार्य: 

    थाना दादरी : पीआरवी- यूपी 32 डीजी 4180

    21 अगस्त को तुलसी विहार क्षेत्र में युवक ने आत्महत्या करने की सूचना दी। पीआरवी के कमांडर अंकुर कुमार व पायलट होमगार्ड मनोज कुमार ने सूचना देने वाले व्यक्ति को रेलवे ट्रैक से उठाकर उसकी जान बचाई। युवक ने गृहकलेश का कारण बताया।

    थाना बादलपुर : पीआरवी- यूपी 32 डीजी 1621

    02 अगस्त को गिरधरपुर रोड छपरौला मेंं युवक ने फांसी लगाने का प्रयास किया। कमांडर भगवान स्वरूप, ललित कुमार व कृष्णवीर ने फ्लैट का दरवाजा तोड़कर फांसी पर लटके युवक को नीचे उतारकर जान बचाई। युवक ने पारिवारिक विवाद को मुख्य कारण बताया।

    थाना सेक्टर-49 : पीआरवी -यूपी 32 डीजी 6350

    27 जून सेक्टर-101 मेट्रो स्टेशन के पास युवती नाले में कूदकर आत्महत्या का प्रयास कर रही थी। सूचना मिलते ही कमांडर मोहित सैनी, राजेश यादव ने मौके पर पहुंच गए।

    देखा कि युवती नाले के किनारे खड़ी होकर कूदने की धमकी दे रही थी। कमांडर ने कड़ी मशक्कत की युवती को नाले से दूर ले जाकर उसकी जान सुरक्षित की। युवती ने भी पारिवारिक कलेश को आत्महत्या का कारण बताया।

    थाना सेक्टर-113, पीआरवी- यूपी 32 डीजी 7076

    12 जून को एक युवक ने सूचना दी कि पत्नी ने गृहकलेश में जहरीला पदार्थ खा लिया है। कमांडर अरुण घनकर, पायलट अमनपाल महिला की गंभीर स्थिति में देखकर पीआरवी से ही नजदीकी अस्पताल ले गए। दोनों की मेहनत से डॉक्टरों ने भी महिला की जान बचा ली।

    थाना सेक्टर-49, पीआरवी- यूपी 32 डीजी 6350

    11 जून को सेक्टर-78 महागुन सोसायटी में एक व्यक्ति द्वारा नशे में कमरे का दरवाजा बंद कर आत्महत्या का प्रयास करने की सूचना मिली। पत्नी की सूचना पर कमांडर सतेंद्र यादव, प्रमोद कुमार ने सुरक्षा गार्ड की मदद से दरवाजा तोड़कर अंदर पहुंचे। व्यक्ति को फांसी के फंदे से नीचे उतारकर सीपीआर दी। जिला अस्पताल में प्राथमिक इलाज से युवक की जान बच सकी।

    थाना सूरजपुर, पीआरवी- यूपी 32 डीजी 4904

    19 मई को ग्राम देवला में हरिओम उपाध्याय नाम के व्यक्ति से फांसी लगाने की सूचना दी। कमांडर राघवेंद्र सिंह, किरणपाल सिंह ने पेड़ पर चढ़कर व्यक्ति के गले में बंधा कपड़ा निकालकर उनकी जान बचाई।