नोएडा पुलिस की अनूठी पहल, 8 महीने में हर दिन एक परिवार को बिखरने से बचाया; 246 परिवारों की कराई सुलह
गौतमबुद्ध नगर पुलिस ने सराहनीय कार्य करते हुए आठ महीने में 246 परिवारों को टूटने से बचाया। पुलिस ने एफडीआरसी के माध्यम से काउंसलिंग और मध्यस्थता करके परिवारों के बीच समझौता कराया। आपसी सहमति से विवादों का समाधान किया गया जिससे कई परिवार बिखरने से बच गए। पुलिस आयुक्त ने महिला सुरक्षा के लिए उठाए जा रहे कदमों की भी जानकारी दी।

जागरण संवाददाता, नोएडा। गौतमबुद्ध नगर में पति-पत्नी की नोकझोंक, जरा-जरा सी बातों पर मर्यादा खाे देने जैसे मसले घर की चाहरदीवारी कूदकर थाने चौकी तक पहुंचे तो कमिश्नरेट पुलिस ने मसले का हल धाराओं में बांधने के बजाय परामर्श से हल करने की पहल की।
मनोवैज्ञानिक, पेशेवर काउंसलर व एफडीआरसी के माध्यम से सुलह कराई। गौतमबुद्ध नगर कमिश्नरेट पुलिस एक जनवरी 2025 से 31 अगस्त तक टूटने के कगार पर पहुंचे 246 परिवारों को बिखरने से बचा चुकी है। ऐसे दंपतियों से पुलिस ने कभी न झगड़ने का प्रण भी लिया।
गौतमबुद्ध नगर कमिश्नरेट पुलिस परिवारिक व वैवाहिक विवादों से संबंधित मामलों में मध्यस्थता व काउंसलिंग के लिए एफडीआरसी (फैमली डिस्प्यूट रिसोल्यूशन क्लीनिक) चला रही है। इसमें एफडीआरसी व महिला सहायता प्रकोष्ठ टीम मध्यस्थता व काउंसलिंग कर परिवारों के आपसी विवादों को सुनती है।
टीम मानसिक, भावनात्मक और व्यवहारिक समस्याओं को समझकर सुलह कराती है। इसका उदे्श्य परिवारों में आपसी विवादों को सुलझाकर खुशहाल समाज का निर्माण करना है। यह पुलिस और काउंसलिंग के माध्यम से परिवारों को टूटने से बचाने का एक प्रभावी माडल है। साथ ही वैवाहिक और पारिवारिक समस्याओं से निपटने के लिए जागरूकता कार्यक्रम भी आयोजित किए जा रहे हैं।
पुलिस आयुक्त गौतमबुद्ध नगर लक्ष्मी सिंह ने बताया कि एफडीआरसी सेक्टर-108, नालेज पार्क एवं कार्यालय महिला सहायता प्रकोष्ठ को आठ माह में 384 शिकायती प्रार्थना पत्र प्राप्त हुए। इनमें 266 मामले का समाधान कराया गया।
इनमें 20 में मुकदमा दर्ज कराया, जबकि 246 मामलों मे आपसी सहमती से समझौता कराया गया। उन्होंने बताया कि महिला सुरक्षा, सामुदायिक सहयोग व अपराध रोकने के लिए लगातार पहल की जा रही हैं। समाज में सुरक्षा की भावना को और अधिक सुदृढ़ किया जा सके।
महिला सुरक्षा पर विशेष जोर
डीसीपी महिला सुरक्षा प्रीति यादव ने बताया कि जिले में एफडीआरसी के अलावा 25 पिंक बूथ का संचालन किया जा रहा है। जिले में 89 स्वयंसिद्धा मोबाइल टीम भी गश्त कर रही हैं। यह नोएडा जोन में 35, सेंट्रल नोएडा जोन में 28 व ग्रेटर नोएडा जोन में 26 हैं।
इसके अतिरिक्त महिलाओं व बालिकाओं की सुरक्षा के लिए एंटी-रोमियो टीम भी कार्यरत है। छेड़छाड़, मनचलों की हरकतों और महिला उत्पीड़न की घटनाओं पर रोक लगाई जा सके।
उधर, जनसहभागिता को बढ़ावा देने व अपराध रोकने के लिए मिशन शक्ति अभियान के तहत भी कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। अगस्त में 501 कार्यक्रम कर 50,314 लोगों को जागरूक किया गया।
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