Nikki Murder Case: मोबाइल लोकेशन से खुलेगा निक्की हत्याकांड का राज! नए एंगल पर हो रही तहकीकात
ग्रेटर नोएडा के निक्की हत्याकांड में नया मोड़ आया है। आरोपित पक्ष ने पुलिस कमिश्नर को पत्र लिखकर मोबाइल लोकेशन और सीसीटीवी फुटेज की जांच की मांग की है। उनका कहना है कि वायरल वीडियो में निक्की ब्यूटी पार्लर को लेकर परेशान थी। परिवार पार्लर चलाने के खिलाफ था जिससे विवाद हुआ। आरोपित पक्ष गूगल टाइमलाइन से घटना के दिन की स्थिति स्पष्ट करने की मांग कर रहा है।

जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा। कासना कोतवाली क्षेत्र के सिरसा गांव का निक्की हत्याकांड प्रकरण सुर्खियों में है। पीड़ित व आरोपित पक्ष के लोगों का आरोप-प्रत्यारोप जारी है। मामले से जुड़े रोज नए वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। एक वीडियो सामने आया है। जिसे 11 फरवरी 2025 का बताया जा रहा है। वीडियो में आवाज को निक्की की आवाज बताया जा रहा है।
वह कहती सुनाई दे रही है कि मेहनत करके कमाकर ब्यूटी पार्लर में पैसा लगाया था। एक पैसा किसी ने नहीं दिया। सब बर्बाद कर दिया। वीडियो में फर्स खून के धब्बों से रंगा नजर आ रहा है। पीड़ित पक्ष का आरोप है कि 11 फरवरी 2025 को आरोपित विपिन व उसकी मां दया ने निक्की के साथ मारपीट की थी। आरोपित ने ब्यूटी पार्लर भी तोड़ दिया था। जिसके बाद दोनों बहने अपने मायके चली गई थी।
मोबाइल लोकेशन व सीसीटीवी फुटेज जांच की मांग
निक्की हत्याकांड के आरोपित पक्ष ने पुलिस कमिश्नर के नाम पत्र सौंपते हुए मोबाइल लोकेशन व सीसीटीवी फुटेज जांच कराने की गुहार लगाई है। आरोपित विपिन के चाचा ब्रहमसिंह के नाम पर यह पत्र डाक के माध्यम से पुलिस कमिश्नर, डीसीपी ग्रेटर नोएडा, कासना कोतवाली प्रभारी व जांच अधिकारी के नाम भेजा गया है।
भेजे गए पत्र में आरोपित पक्ष ने मृतका निक्की, उसकी बहन कंचन समेत जेल में बंद आरोपितों के मोबाइल फोन जब्त कर गूगल लोकेशन टाइमलाइन की जांच करने की मांग की है। साथ ही घटना के दिन के सिरसा टोल प्लाजा व फोर्टिस अस्पताल की सीसीटीवी फुटेज सुरक्षित किए जाने की गुहार लगाई है।
आरोपित पक्ष के लोगों का कहना है कि परिवार ग्रामीण पृष्ठभूमि से जुडा हुआ है। घर की बहुएं निक्की और कंचन ‘कंचन मेकओवर्स’ नाम से पार्लर चलाती थीं और सोशल मीडिया पर मेकअप से जुड़ी रील्स पोस्ट करती थीं। परिवार के लोगों को इसपर आपत्ति थी।
इसी कारण घर में कई बार विवाद हुआ। फरवरी 2025 में निक्की और विपिन के बीच धक्का-मुक्की की घटना हुई थी, जिसका वीडियो कंचन ने रिकार्ड कर लिया था। इसके बाद दोनों बहुएं मायके चली गई थीं। बाद में पंचायत में समझौते के बाद वे घर लौटीं और पार्लर बंद कर दिया गया था।
आरोपित पक्ष का दावा है कि एक सप्ताह पहले कंचन ने दोबारा पार्लर खोलने की अनुमति मांगी थी, लेकिन ससुर सतबीर ने साफ मना कर दिया था। उन्होंने कहा कि खर्च की जरूरत होगी तो वह पैसा देंगे, लेकिन पार्लर नहीं चलेगा। आरोपितों के अधिवक्ता मनोज भाटी ने बताया कि पत्र की प्रति पुलिस कमिश्नर , डीसीपी ग्रेटर नोएडा, कासना कोतवाली प्रभारी, विवेचक को डाक व व्यक्तिगत रूप से भेजी गई है।
गूगल टाइमलाइन की जांच से यह स्पष्ट होगा कि घटना के समय कौन कहां मौजूद था। आरोपित पक्ष के लोगों का कहना है कि जिला जेल में बंद सतबीर, रोहित और विपिन के मोबाइल उनके पास सुरक्षित हैं और वे उन्हें जांच अधिकारी को सौंपने को तैयार हैं। वहीं, कंचन और मृतका निक्की का मोबाइल फोन फिलहाल कंचन के पास है।
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