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    Noida Flood: जेवर में बढ़ने लगा यमुना नदी का जलस्तर, किसानों को सता रहा बाढ़ का डर

    पहाड़ों में भारी बारिश के चलते हथिनीकुंड बैराज से पानी छोड़े जाने के कारण यमुना का जल स्तर फिर बढ़ गया है। जेवर के पूरननगर शमशमनगर और झुप्पा गांवों में किसानों की फसलें तीसरी बार जलमग्न हो गई हैं। किसानों को बची हुई फसल के भी बर्बाद होने का डर सता रहा है।

    By manoj kumar sharma Edited By: Abhishek Tiwari Updated: Thu, 28 Aug 2025 09:03 AM (IST)
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    जेवर में बढ़ा यमुना का जलस्तर। फोटो सौजन्य- ग्रामीण

    जागरण संवाददाता, जेवर। पहाड़ों पर लगातार हो रही भारी वर्षा की वजह से हथिनीकुंड बैराज से लगातार छोड़े जा रहे पानी ने इस सीजन में तीसरी बार यमुना के जल स्तर को बढ़ा दिया है। एक सप्ताह पहले 20 अगस्त को यमुना का जलस्तर कम होने पर किसानों ने राहत की सांस ली थी।

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    बुधवार देर शाम यमुना का जलस्तर फिर से बढ़ना शुरू हो गया। जिसके बाद जेवर के तीन गांव के किसानों की फसलें फिर से जलमग्न हो गई। आने वाले दिनों में जलस्तर के ओर बढ़ने का अनुमान लगाया जा रहा है।

    पूरननगर निवासी किसान अशोक शर्मा ने बताया कि बुधवार दिन में यमुना अपने सामान्य रूप में बह रही थी। लेकिन बुधवार शाम से अचानक जलस्तर बढ़ना शुरू हो गया। देर शाम को किसान अपने खेतों को देखने पहुंचे तो यमुना का पानी अपनी धार से निकलकर खेतों में घुसना शुरू हो चुका था।

    जलस्तर कम होने के बाद डूब क्षेत्र में पहुंचे किसानों ने बाढ़ के डर से अपना समान निकालना शुरू कर दिया है। किसानों ने बताया कि नीचले इलाकों की फसल पहले ही बर्बाद हो चुकी है।

    बुधवार देर शाम पूरननगर, शमशमनगर और झुप्पा गांव के किसानों की फसले तीसरी बार जलमग्न हो गई। अगर यमुना का जलस्तर जिस तेजी से बढ़ा है अगर उसी तेजी से आगे भी बढ़ता रहा तो इस बार बची हुई फसल भी बर्बाद होना तय मानी जा रही हैं।