Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    ग्रेटर नोएडा में खतरे के निशान पर पहुंचा यमुना का जलस्तर, बचाव कार्य में जुटी NDRF-SDRF की टीमें

    Updated: Fri, 05 Sep 2025 02:52 PM (IST)

    गौतमबुद्ध नगर में यमुना का जलस्तर खतरे के निशान पर पहुँच गया है जिससे कई गाँव प्रभावित हुए हैं। प्रशासन ने 3800 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुँचाया है और उनके लिए भोजन का प्रबंध किया है। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें बचाव कार्य में जुटी हैं। किसानों की फसलें नष्ट हो गई हैं और उन्होंने सरकार से मुआवजे की मांग की है।

    Hero Image
    खतरे के निशान पर पहुंचा यमुना का जलस्तर

    जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा। गौतमबुद्ध नगर में बृहस्पतिवार को यमुना का जलस्तर खतरे के निशान 200.60 मीटर पर पहुंच गया है। वहीं, हरनंदी का जलस्तर 200 मीटर पहुंच गया है, जो खतरे के निशान के 5.08 मीटर कम है।

    जिला प्रशासन की ओर से बृहस्पतिवार दोपहर जारी बुलेटिन के ओखला बैराज में यमुना का जलस्तर खतरे के निशान पर पहुंच गया, चेतावनी के निशान 202.17 से दो मीटर ही कम है। वहीं गाजियाबाद के हरनंदी बैराज पर जलस्तर 200 मीटर तक पहुंच गया है जो कि खतरे के निशान से 5.08 मीटर कम है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    वहीं, बृहस्पतिवार को वर्षा औसत नौ एमएम के मुकाबले तीन एमएम ही हुई है। ओखला बैराज से बृहस्पतिवार को 2,44,478 क्यूसेक पानी छोड़ा गया, वहीं हरनंद बैराज से 6487 क्यूसेक पानी छोड़ा गया।

    जिला प्रशासन के मुताबिक आबादी के 12 गांव सदर तहसील के व छह गांव दादरी तहसील के और जेवर तहसील में 25 गांव (कृषि) प्रभावित हैं। लगभग 3800 लोगों को निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है, जिसमें 2637 लोग बाढ़ शरणालय में रह रहें है। सभी को कम्यूनिटी किचन के द्वारा खाने-पीने का प्रबंधन किया गया है। बाढ़ कंट्रोल रूम (0120-2978231/ 2978232/ 2978233) संचालित है, जिसमें तीन शिफ्टों में ड्यूटी लगाई गई है।

    वहीं, बाढ़ की स्थिति को देखते हुए तहसील दादरी में 160 और सदर में 260 किट कुल 420 किट वितरित किए जा चुके हैं। सदर तहसील में छह, दादरी तहसील में आठ व जेवर तहसील में पांच बाढ़ चौकी संचालित हैं। आठ शरणालय तहसील दादरी, छह शरणालय तहसील सदर व एक शरणालय तहसील जेवर में स्थापित किए गए हैं।

    मुख्य चिकित्साधिकारी द्वारा अलग अलग शरणालयों में छह रिस्पांस टीम का गठन किया जा चुका बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में एक पशु शिविर सेक्टर 135 ग्रीन बेल्ट में बनाया गया है, जहा लगभग 1471 गोवंशी को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया गया है।

    राहत व बचाव को एनडीआरएफ-एसडीआरएफ टीम मुस्तैद

    राहत व बचाव के लिए एनडीआरएफ की दो टीम जिसमें एक टीम तहसील जेवर मेहंदीपुर, एक टीम तहसील सदर सेक्टर 150, पीएसी 44 बटालियन की एक टीम सदर थाना दनकौर ग्राम मुर्शदपुर में तैनात है। अग्निशमन विभाग की एक टिम तहसील सदर के सेक्टर 151ए में आठ नौकाओं के साथ तैनात है। वहीं एसडीआरएफ की दो टीम भी तैनात की गई हैं।

    बाढ़ में फंसे लोगों को रेस्क्यू कर पुलिस ने बचाया

    यमुना नदी का जलस्तर बढ़ने से दनकौर क्षेत्र के कई गांव के जंगल में बाढ़ आ गई है। हालांकि बाढ़ ग्रस्त क्षेत्र में कोई घर नहीं बना हुआ है, जिससे कोई जानमाल की हानि नहीं हुई है। जबकि यह क्षेत्र हरियाणा की सीमा से सटा है। सीमा से सटे हरियाणा के गांव मोजाबाद के जंगल में कुछ घर बने हुए हैं। बृहस्पतिवार को इन घरों तक पानी पहुंच गया। काफी लोग हरियाणा की तरफ चले गये जबकि 26 लोग बाढ़ में फंस गये। पीड़ित लोगों द्वारा डायल 112 पर फंसे होने की सूचना दी।

    सूचना के बाद दनकौर पुलिस ने स्टीमर की सहायता से लोगों को रेस्क्यू कर सुरक्षित बाहर निकाला। कोतवाली प्रभारी मुनेंद्र सिंह ने बताया कि पीएसी की बचाव टीम ने अपने सुरक्षा उपकरण व स्टीमर लाइफ बोट के साथ मौके पर पहुंचकर 26 लोगों को सुरक्षित निकालकर राहत शिविर तक पहुंचाया है। गौतमबुद्ध नगर पुलिस के थाना दनकौर व थाना नालेज पार्क टीम द्वारा एनडीआरएफ के सहयोग से बाढ़ग्रस्त इलाकों में फंसे कुल 35 लोगों का रेस्क्यू किया गया।

    जेवर में लगातार बढ़ रहा है यमुना का जलस्तर

    बाढ़ के खतरे को देखते हुए प्रशासन ने एनडीआरएफ की टीम मौके पर बुला बाढ़ चौकियों से लगातार निगरानी की जा रही है। बाढ़ क्षेत्र में किसी भी व्यक्ति के जाने पर पूरी तरह प्रतिबंध लगा दिया गया है। यमुना पर बने पुश्ता की भी अधिकारी लगातार निगरानी कर रहे हैं।

    यह भी पढ़ें- यमुना के उफान से पूर्वी दिल्ली में हाहाकार, तीन दिन में बोट क्लब ने 2500 लोगों और 1500 पशुओं को बचाया

    पलवल-अलीगढ़ मार्ग से जुड़ने वाली जगह पर पुश्ते को मजबूती देने के लिए सिंचाई विभाग मिट्टी से भरे प्लास्टिक के कट्टे लगवा रहा है, जिससे पानी और ज्यादा बहाव के कारण कटाव न हो सके। एसडीएम जेवर अभय कुमार सिंह ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में पुलिस के साथ दौरा कर ग्रामीणों से पानी में न जाने की अपील की है।

    किसान मजदूर संघर्ष मोर्चा ने किया बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा

    किसान मजदूर संघर्ष मोर्चा ने बाढ़ प्रभावित दर्जनों गांवों का दौरा किया। राष्ट्रीय महासचिव कृष्ण नागर ने कहा की आज क्षेत्र के दर्जनों गांवों का दौरा किया है जिनमें जगनपुर, अट्टा गुजरान, नौरगपुर, मुरसदपुर, मड़ैया, घरबरा, अट्टा फतेहपुर सहित दर्जनों गांवों की हजारों बीघा धान, ज्वार, बाजरा आदि की फसल नष्ट हो गई। किसानों के सामने रोजी रोटी का संकट खड़ा हो गया है। पानी का स्तर लगातार बढ़ रहा है।

    किसानों ने फसल के नुकसान की भरपाई के लिए जिला प्रशासन व प्रदेश सरकार से मुआवजा की गुहार लगाई है जिला प्रशासन भी बचाव कार्य में जुटा हुआ है, लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है।

    comedy show banner
    comedy show banner