तीनों प्राधिकरण में शामिल गौतमबुद्ध नगर के कई गांव पोर्टल से गायब, डीएम ने अधिकारियों से मांगी लिस्ट
गौतमबुद्ध नगर के प्राधिकरणों में शामिल कई गांव समाज कल्याण विभाग के पोर्टल से गायब हैं जिससे ग्रामीणों को पेंशन आवेदन में दिक्कत आ रही है। डीएम मेधा रूपम ने प्राधिकरण अधिकारियों से गांवों की सूची मांगी है ताकि पोर्टल अपडेट किया जा सके और ग्रामीणों को योजनाओं का लाभ मिल सके। ऑनलाइन आवेदन में गांव का नाम न दिखने से शिकायतें दर्ज कराई गई हैं।

गजेंद्र पांडेय, ग्रेटर नोएडा। शहरीकरण का सपना दिखाकर प्राधिकरणों में शामिल की गईं कई ग्राम पंचायतों के ग्रामीणों को पेंशन योजना के लाभ से वंचित होना पड़ रहा है। वजह जिला समाज कल्याण विभाग के पोर्टल पर इन गांवों के नाम नहीं दिखना है। इसके चलते ग्रामीण पेंशन योजना का लाभ लेने के लिए आनलाइन आवेदन नहीं कर पा रहे हैं।
डीएम मेधा रूपम ने तीनों प्राधिकरण के अधिकारियों को ऐसे गांवों के नामों की लिस्ट उपलब्ध कराने के लिए पत्र लिखा है। नोएडा, ग्रेटर नोएडा और यमुना प्राधिकरण के गठन में गौतमबुद्ध नगर जिले के करीब 200 ऊपर गांवों को शामिल किया गया है।
इनमें से कई गांवों के नाम जिला समाज कल्याण विभाग पोर्टल पर नहीं दिख रहे हैं। विभिन्न योजनाओं के लिए आनलाइन आवेदन करने वाले ग्रामीणों को अपने गांव का नाम नहीं दिखा। इसके चलते आईआरजीएस पोर्टल पर कुछ ग्रामीणों ने शिकायत दर्ज कराई।
डीएम ने आईआरजीएस पोर्टल पर शिकायतों के निस्तारण की समीक्षा की तो समाज कल्याण विभाग के अधिकारियों ने कारण बताया। समस्या को गंभीरता से लेते हुए डीएम ने तीनों प्राधिकरण के अधिकारियों से ऐसे गांवों की लिस्ट मांगी है। इसमें प्राधिकरण में शामिल तहसील क्षेत्र का नाम, प्राधिकरण द्वारा अधिसूचित गांव का नाम और अधिसूचित गांव के सेक्टर की जानकारी मांगी है।
बता दें जिला समाज कल्याण विभाग के अंतर्गत वृद्धावस्था पेंशन योजना, राष्ट्रीय पारिवारिक लाभ योजना व शादी अनुदान आदि योजनाएं संचालित हैं। इन सभी योजनाओं का लाभ लेने के लिए आनलाइन माध्यम से ही आवेदन किया जाना है। जिला समाज कल्याण अधिकारी सतीश कुमार ने बताया गांवों की लिस्ट मिलते ही पोर्टल पर अपडेट करा दिया जाएगा। ताकि सभी पात्रों को शासन की योजनाओं का लाभ मिल सके।
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