नोएडा में एक्सप्रेसवे-हाइवे किनारे बने औद्योगिक कॉरिडोर में ट्रैफिक व्यवस्था ठीक नहीं, नितिन गडकरी से मिले लोग
नोएडा में एक्सप्रेसवे और हाइवे के किनारे बने औद्योगिक कॉरिडोर में यातायात व्यवस्था ठीक न होने से उद्यमियों को परेशानी हो रही है। इंडियन इंडस्ट्रीज एसोसिएशन (आईआईए) ने केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को इस समस्या से अवगत कराया। गडकरी ने एमएसएमई क्षेत्र को सशक्त बनाने और हर संभव मदद करने का आश्वासन दिया है। एमएसएमई सेक्टर देश के विकास में बड़ा योगदान देता है।

जागरण संवाददाता, नोएडा। सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (एमएसएमई) सेक्टर भारत के सकल घरेलू उत्पाद में लगभग 30 प्रतिशत और निर्यात में 45 प्रतिशत से अधिक का योगदान देता है। यह उद्यमिता को बढ़ावा देकर और अपेक्षाकृत कम पूंजीगत लागत पर बड़े पैमाने पर रोजगार के अवसर पैदा करके देश की अर्थव्यवस्था और सामाजिक विकास में कृषि के बाद महत्वपूर्ण योगदान देता है।
केंद्र व राज्य सरकार के सहयोग इस सेक्टर को बढ़ावा देने के लिए लगातार एक्सप्रेसवे व हाइवे का निर्माण किया जा रहा है। निर्माण के साथ-साथ दोनों ओर औद्योगिक कारिडोर विकसित किया जा रहा है। कुछ जगहों पर एक्सप्रेसवे व हाइवे के किनारे औद्योगिक कारिडोर का संचालन शुरू हो गया है।
यहां पर उत्पादन इकाइयों ने प्रतिदिन कामगारों आ जा रहे है, लेकिन उनके आने जाने के लिए यातायत व्यवस्था को सुगम नहीं किया गया है। कई जगहों पर सर्विस रोड तक नहीं बनाई गई है। इससे सरकार की मंशा पर असर पड़ेगा और आने वाले समय में उद्यम संचालन में दिक्कत आएगी, कारोबार प्रभावित हो सकता है। इसलिए कारिडोर तक आने जाने के लिए पुख्ता इंतजाम किया जाए।
यह समस्या केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी के सामने उद्यमियों की ओर से मंगलवार को इंडियन इंडस्ट्रीज एसोसिएशन (आइआइए) प्रतिनिधिमंडल ने रखी। केंद्रीय मंत्री से उनके दिल्ली आवास पर मंगलवार की शाम आइआइए राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राजीव बंसल, दिल्ली प्रदेश की चेयरमैन ममता प्रियदर्शिनी व सचिव नीरज बजाज मुलाकात करने पहुंचे।
इस मौके पर केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने एमएसएमई क्षेत्र को सशक्त बनाने में आइआइए के प्रयासों की सराहना की और उठाए गए मुद्दों पर सरकार की ओर से पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया। उन्होंने राष्ट्र निर्माण में एमएसएमई की महत्वपूर्ण भूमिका पर बल दिया और उनके विकास के लिए अधिक सक्षम वातावरण बनाने की प्रतिबद्धता व्यक्त की।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।