Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    नोएडा में अब नहीं होगा निपटाऊ काम, डीएम के दरबार में अधिकारी तय दिन पर करेंगे जनसुनवाई

    नोएडा की नई डीएम मेधा रूपम ने जनसुनवाई को लेकर बड़ा बदलाव किया है। अब अधिकारी अपने कार्यालयों की बजाय डीएम कार्यालय में ही जनता की समस्याएं सुनेंगे। हर विभाग के लिए दिन तय कर दिए गए हैं जिससे लोगों को राहत मिलेगी और उनकी समस्याओं का तेजी से समाधान हो सकेगा। इस नई व्यवस्था से निपटाऊ काम पर लगाम लगेगी।

    By jitendra singh Edited By: Abhishek Tiwari Updated: Wed, 06 Aug 2025 11:00 AM (IST)
    Hero Image
    गौतमबुद्ध नगर की नवागत डीएम मेधा रूपम। फोटो- जागरण

    जितेंद्र सिंह, ग्रेटर नोएडा। जनता की समस्याओं को तत्काल दूर कराने के लिए नवागत डीएम मेधा रूपम ने शासन के पूर्व में दिए गए कार्यालय में जनता दर्शन के निर्देश में संशोधन करते हुए डीएम कार्यालय में जनसुनवाई करने के आदेश जारी किए हैं।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    अभी तक शासन के निर्देश के अनुसार सभी विभागों में अधिकारी अपने कार्यालय में 10 से 12 जनता दर्शन के दौरान जनता की समस्याएं सुनते थे। इस दौरान कई बार बस निपटाऊ कार्य कर दिया जाता था। कई बार अधिकारी मौजूद ही नहीं रहते थे।

    इससे लोगों को कई बार विभाग के चक्कर लगाने पड़ते थे। इससे लोगों को काफी परेशानी होती थी। लोगों को इन परेशानियों का सामना न करना पड़े इसी के मद्देनजर डीएम ने शासन के निर्देश में संशोधन कर डीएम कार्यालय में उनके सामने ही विभागवार जनसुनवाई के आदेश जारी किए हैं।

    डीएम कार्यालय में विभागवार इस दिन होगी जनसुनवाई

    डीएम कार्यालय में सोमवार को एडीएम न्यायिक, जिला बेसिका शिक्षा अधिकारी व जिला समाज कल्याण अधिकारी, मंगलवार को एडीएम वित्त एवं राजस्व, जिला विद्यालय निरीक्षण व जिला प्रोबेशन अधिकारी, बुधवार को एडीए प्रशासन, जिला पूर्ति अधिकारी व जिला कार्यक्रम अधिकारी, बृहस्पतिवार को एडीएमू एलए, जिला विकास अधिकारी व परियोजना निदेशक डीआरडीओ, शुक्रवार को एडीएम एलए नोएडा व नोएडा एयरपोर्ट, जिला कृषि अधिकारी व जिला पंचायत राज अधिकारी 10 से 12 बजे तक जनता दर्शन के दौरान डीएम मेधा रूपम के सामने लोगो की समस्या सुनेंगे।

    जल्द होगा समस्या का समाधान

    डीएम के सामने जनता दर्शन के दौरान अधिकारियों द्वारा जनसुनवाई करने से तत्काल समस्या का समाधान हो सकेगा। आम तौर पर संबंधित विभाग में लोग समस्या के समाधान के लिए जाते हैं। यहां से सुनवाई न होने पर लोग डीएम से शिकायत करने पहुंचते हैं।

    इस दौरान काफी लोगों का जमावड़ा रहता है। ऐसे में शिकायत व ज्ञापन में समस्या के समाधान के लिए डीएम द्वारा संबंधित विभाग के अधिकारी को निर्देशित किया जाता है। लेकिन नई व्यवस्था के तहत डीएम के सामने जब अधिकारी लोगों की समस्या सुनेंगे तो इससे लोगों की समस्या का समाधान जल्द हो सकेगा।