गाजियाबाद से आगरा तक चलेगी रैपिड रेल, नए शहर का मास्टर प्लान तैयार कर रहा यीडा; 8 लाख लोगों को मिलेगा रोजगार
यमुना प्राधिकरण आगरा में एक नया शहर विकसित करने की योजना बना रहा है जो चंडीगढ़ की तर्ज पर होगा। इसके लिए मास्टर प्लान तैयार किया जा रहा है जिसमें प्रदूषण मुक्त उद्योगों और पर्यटन को बढ़ावा दिया जाएगा। शहर को हरा-भरा रखने के लिए हरित क्षेत्र विकसित किए जाएंगे और कनेक्टिविटी को बेहतर बनाने के लिए रैपिड रेल का विस्तार किया जाएगा।

जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा। चंडीगढ़ की तर्ज पर आगरा में नए विकसित होने वाले शहर के मास्टर प्लान को यमुना प्राधिकरण जल्द अंतिम रूप देगा। प्राधिकरण इसी माह बैठक कर मास्टर प्लान पर आगरा विकास प्राधिकरण, व्यापारी समेत विभिन्न क्षेत्र के लोगों के सुझाव लेगा। उनके सुझावों को शामिल करते हुए नए शहर के खाका अंतिम रूप से तैयार किया जाएगा।
बनाया जाएगा 130 किमी लंबा ट्रैक
इसके बाद मास्टर प्लान को बोर्ड से स्वीकृत कराकर न्यू आगरा को धरातल पर उतरने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। प्रदूषण से मुक्त व हरे भरे शहर के लिए बफर जोन, हरित पट्टी के अलावा आईटी, सेमीकंडक्टर व कृषि आधरित उद्याेग होंगे। गाजियाबाद से नोएडा एयरपोर्ट को जोड़ने वाली नमो भारत रैपिड रेल का नए आगरा शहर तक विस्तार की भी योजना है। इसके लिए 130 किमी लंबा ट्रैक बनाया जाएगा।
मथुरा में हेरिटेज सिटी परियोजना का काम तेज
यमुना प्राधिकरण के अधिसूचित क्षेत्र में आगरा जिले के 58 गांव अधिसूचित हैं। प्राधिकरण पहले फेज में गौतमबुद्ध नगर व बुलंदशहर में विकास परियोजनाओं पर काम कर रहा है। फेज दो में शामिल अलीगढ़ व मथुरा का मास्टर प्लान स्वीकृत होने बाद टप्पल में मल्टीमाडल लाजिस्टिक हब व मथुरा में हेरिटेज सिटी परियोजना के लिए जमीन क्रय करने की कार्रवाई चल रही है।
प्राधिकरण आगरा में अधिसूचित क्षेत्र में भी नए शहर के विकास के लिए मास्टर प्लान तैयार करा रहा है। नौ हजार हेक्टेयर में नए शहर को विकसित किया जाएगा। ताजमहल के कारण नए शहर को हरभरा और प्रदूषण मुक्त रखने की योजना है। इसमें 14.6 लाख लोगों के लिए शहरी ढांचा होगा। पर्यटन और उद्योगों के जरिये साढ़े आठ लाख लोगों को नए शहर में रोजगार मिलेगा।
प्रदूषण मुक्त उद्योगों पर होगा जोर
नए आगरा में प्राधिकरण का फोकस उद्योग के साथ पर्यटन पर होगा। प्रदूषण मुक्त रखने के लिए आइटी, सेमीकंडक्टर,कृषि आधारित आदि उद्योग लगाए जाएंगे। 2051 हे. क्षेत्र आवासीय होगा। जबकि कुल क्षेत्रफल की बीस प्रतिशत 1813 हे. औद्योगिक क्षेत्र होगा।
शहर को हरा भरा रखने के लिए 640 हे. में कामर्शियल पर्यटन व रिक्रिएशनल काे विकसित किया जाएगा। यमुना नदी के किनारे पर्यटन केंद्र विकसित किया जाएगा। इसके साथ ही ग्रीन बफर जोन होगा। जो शहर के फेफड़े का कार्य करेगा।
पर्यटन के लिए डिज्नीलैंड, यूनिवर्सल स्टूडियो जैसा ढांचा विकसित करने की योजना है। इसके अलावा 1139 हे. क्षेत्र सड़क इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए होगा। सड़कों के किनारे हरित पट्टी विकसित की जाएगी। परिवहन की आधुनिक सुविधाओं से नए शहर को लैस किया जाएगा।
प्रदूषण मुक्त होगा नया शहर
ईवी वाहनों के संचालन से शहर को प्रदूषण से मुक्त रखने का प्रयास होगा। इसके साथ ही गाजियाबाद से नोएडा एयरपोर्ट को जोड़ने वाली नमो भारत रैपिड रेल का नए आगरा शहर तक विस्तार की भी योजना है। इसके लिए 130 किमी लंबा ट्रैक बिछाने की जरूरत होगी।
प्राधिकरण ने नए शहर का ड्राफ्ट मास्टर प्लान तैयार कर लिया है, लेकिन इसे अंतिम रूप देने से पहले क्षेत्र के लोगों के सुझाव लिए जाएंगे।
ओएसडी एवं जीएम नियोजन शैलेंद्र भाटिया का कहना है कि आगरा में इसी माह बैठक होगी। इसमें आगरा विकास प्राधिकरण, व्यापारी एवं कारोबारियों समेत अन्य स्टेक होल्डर से सुझाव लिए जाएंगे। उपयोगी सुझावों को मास्टर प्लान में शामिल कर समग्र विकास का खाका तैयार किया जाएगा।

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