Noida Rains: बागपत के बाद नोएडा में हुई सबसे ज्यादा बारिश, जानिए प्रदेश में कहां कितनी हुई बारिश
Noida Rains उत्तर प्रदेश में बुधवार को भारी बारिश हुई जिससे जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। गौतमबुद्ध नगर में 52 मिमी बारिश दर्ज की गई। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में अनुमान से अधिक वर्षा हुई जबकि पूर्वी उत्तर प्रदेश में सामान्य वर्षा हुई। बागपत और गौतमबुद्ध नगर सबसे अधिक प्रभावित जिले रहे।

आशीष चौरसिया , ग्रेटर नोएडा। उत्तर प्रदेश में बुधवार को जगह-जगह हुई वर्षा ने लोगों के लिए अब आफत बनती हुई दिखाई दे रही है। बुधवार को प्रदेश में सबसे अधिक वर्षा बागपत जिले में हुई। दूसरे नंबर पर गौतमबुद्ध नगर जिला रहा।
बुधवार को बागपत में 103 मिमी, गौतमबुद्ध नगर जिले में 52 मिमी, मेरठ में 45.7 मिमी, हापुड़ में 33.5 और गाजियाबाद में 18.3 मिमी वर्षा हुई। मानसून के शुरू होने से अब तक में जिले में सबसे अधिक वर्षा बुधवार को ही हुई। इससे लोगों का जीवन अस्त-व्यस्त हो गया।
आइएमडी के अनुसार बुधवार को अनुमानित वर्षा के अनुसार उत्तर प्रदेश के पश्चिमी क्षेत्र के जिलों में अधिक ही वर्षा हुई। जहां पर आइएमडी ने पश्चिमी उत्तर में 5.6 मिमी वर्षा होने का अनुमान लगाया था, लेकिन 10.5 मिमी वर्षा हुई। इसके चलते पश्चिमी यूपी में 4.9 मिमी वर्षा अधिक हुई।
वहीं पूर्वी उत्तर प्रदेश में 7.1 मिमी का अनुमान लगाया गया था, जहां पर 7.0 मिमी वर्षा हुई। पूर्वी यूपी में 0.1 मिमी वर्षा कम हुई है। वहीं पूरे प्रदेश में 12.7 मिमी वर्षा का अनुमान लगाया था, जिसमें 17.5 मिमी वर्षा होने के कारण 4.8 मिमी अधिक वर्षा हुई।
अधिक वर्षा होने वाले शीर्ष पांच जिले
नाम | अनुमानित (मिमी) | हुई वर्षा (मिमी) | अधिक वर्षा का प्रतिशत |
---|---|---|---|
बागपत | 5.8 | 103 | 1676 |
गौतमबुद्ध नगर | 3.4 | 52 | 1429 |
मेरठ | 8 | 45.7 | 472 |
हापुड़ | 6.4 | 33.5 | 423 |
गाजियाबाद | 3.5 | 18.3 | 421 |
नोट : आइएमडी से जारी आंकड़ों के आधार पर
तीन दिनों से हो रही वर्षा ने जीवन किया अस्त-व्यस्त
आसमान से होने वाली वर्षा अब गौतमबुद्ध नगर के निवासियों के आफत बनकर बरस रही है। जिले के डूब क्षेत्र से लेकर शहर की सड़कें तक तालाब में तब्दील हो गई हैं। जगह-जगह वर्षा के पानी का भराव होने के कारण लोगों का जीवन अस्त-व्यस्त हो चुका है।
डूब क्षेत्रों में पानी भरने से लोग पलायन करने पर मजबूर हो गए हैं, वहीं शहरी क्षेत्र में सड़कों से लेकर घरों के बाहर तक जलभराव होने के कारण लोगों का आवागमन तक प्रभावित होने लगा है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।