स्कूल में गुरुजी मिले गुल, अब वेतन रुकेगा फुल; ग्रेटर नोएडा की इस स्कूल का है मामला
ग्रेटर नोएडा में जिलाधिकारी मेधा रूपम ने दो प्राथमिक स्कूलों का निरीक्षण किया। मलकपुर स्कूल का भवन जर्जर पाया गया और ध्वस्तीकरण के निर्देश दिए गए। सुत्याना स्कूल में शिक्षक अनुपस्थित मिले जिसके चलते वेतन रोकने के आदेश दिए गए। डीएम ने शिक्षा के स्तर पर भी नाराजगी जताई और सुधार के निर्देश दिए।

जितेंद्र सिंह, ग्रेटर नोएडा। मुख्यमंत्री के जर्जर स्कूल भवनों को ध्वस्त करने व बुनियादी सुविधाओं को मुहैया कराने के आदेश के बाद से जिले में भी परिषदीय स्कूलों के जर्जर भवन को गिराने व उनमे बुनियादी सुविधाओं को मुहैया कराने की कवायद शुरू हो गई है।
शासन की ओर से सरकारी स्कूलों के लिए बुनियादी सुविधाएं मुहैया कराई जा रही हैं। प्राइवेट स्कूलों की तरह सरकारी स्कूलों में भी सुविधाओं को विकसित किया जा रहा है। हालांकि शासन के तमाम इंतजाम के बाद भी सरकारी स्कूल पुराने ढर्रे पर ही चल रहे हैं।
जिलाधिकारी मेधा रूपम ने बुधवार को दो प्राथमिक स्कूल का औचक निरीक्षण किया। प्राथमिक स्कूल मलकपुर में निरीक्षण के दौरान स्कूल का भवन बदहाल मिला। पूछताछ में पता चला कि स्कूल के भवन को ध्वस्तीकरण कर नया भवन बनाने की प्राधिकरण से बातचीत चल रही है।
डीएम ने ध्वस्तीकरण कर नया भवन बनाने के लिए निर्देश दिए। विभाग से मिली जानकारी के अनुसार जर्जर स्कूल भवन को बनाने के लिए प्राधिकरण द्वारा एस्टीमेट बनाया गया है। जल्द ही नए भवन का निर्माण कराया जाएगा। जानकारी के अनुसार स्कूल में 130 विद्यार्थी हैं।
पांच कक्षा संचालित होती हैं। एक कक्षा का भवन जर्जर होने के कारण एक कक्षा में दो कक्षाएं संचालित होती हैं। कक्षा पांच के विद्यार्थी बरामदे में बैठकर पढ़ाई करते हैं। स्कूल भवन का निर्माण हुए करीब पचास वर्ष हो गए हैं।
वहीं प्राथमिक स्कूल सुत्याना में निरीक्षण के दौरान 12 में से दो शिक्षक ही मिले। इस पर डीएम ने कार्रवाई करते हुए वेतन रोकने के निर्देश दिए हैं। एक शिक्षक करीब दो वर्ष से नहीं आ रही हैं।
उनकी सेवा समाप्ति के लिए संस्तुति की गई है। विभाग से मिली जानकारी के अनुसार प्राथमिक स्कूल सुत्याना में 10 शिक्षक व दो शिक्षामित्र हैं। तीन शिक्षक ट्रेनिंग पर चल रहे हैं। कुछ शिक्षक छुट्टी पर हैं। स्कूल में करीब 338 विद्यार्थी हैं।
गुणा-भाग के सवाल नहीं लगा सके कक्षा तीन व चार के विद्यार्थी
प्राथमिक स्कूल मलकपुर में निरीक्षण के दौरान कक्षा तीन व चार के विद्यार्थियों को डीएम ने गुणा भाग के सवाल दिए जो विद्यार्थी नहीं लगा सके। इस पर डीएम ने नाराजगी जाहिर की। उन्होंने कहा यह हाइटेक शहर है।
यहां के विद्यार्थियों का शिक्षा का स्तर अच्छा होना चाहिए। विद्यार्थीयों से उन्होंने पहाड़े सुने। कुछ विद्यार्थी ड्रेस नहीं पहनकर आए थे जिस पर विद्यार्थियों ने बताया कि उनकी ड्रेस गंदी हो गई थी उसे धुला गया है।
बुधवार को स्कूलों के निरीक्षण में प्राथमिक स्कूल सुत्याना में 12 में से दो शिक्षक ही स्कूल में मिले। अनुपस्थित मिले शिक्षकों का वेतन राेकने के निर्देश दिए हैं। प्राथमिक स्कूल मलकपुर में निरीक्षण के दौरान भवन बदहाल मिला। नए भवन के निर्माण के लिए निर्देश दिए हैं।
मेधा रूपम, डीएम
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