यूपी के इस जिले के किसानों के लिए गुड न्यूज, सहकारिता में शेयरधारक बनने का मिलेगा मौका
गौतमबुद्धनगर जिले में सहकारिता विभाग किसानों को सहकारी समितियों से जोड़कर उनकी आय बढ़ाने का प्रयास कर रहा है। इसके लिए एम पैक्स सदस्यता महाअभियान चलाया जा रहा है जिसके तहत किसान आजीवन सदस्य बन सकते हैं। सदस्यता शुल्क 226 रुपये है और सदस्यों को ऋण खाद और अन्य योजनाओं में प्राथमिकता मिलेगी। इसका उद्देश्य किसानों को आर्थिक रूप से मजबूत करना है।

गजेंद्र पांडेय, ग्रेटर नोएडा। जिले की सहकारी समितियों में किसानों काे आजीवन सदस्य बनाया जा रहा है। योजना से जुड़कर किसानों को सहकारिता में शेयरधारक बनने का मौका है। दो सौ से पांच हजार रुपये तक के शेयर ले सकते हैं, लाभांश किसानों को मिलेगा।
खास बात यह है कि सहकारी समितियों में सदस्यता ग्रहण करने वाले किसानों को बैंक से ब्याज व खाद समेत अन्य योजनाओं का प्राथमिकता के आधार पर लाभ दिया जाएगा। सहकारिता विभाग किसानों की आय बढ़ाने और आत्मनिर्भर बनाने की कवायद कर रहा है। इसके लिए शासन ने किसानों को सहकारी समितियों से जोड़ने का खाका खींचा है।
सहकारी समितियों में किसानों को जोड़ने के लिए विभाग ने 12 सितंबर से एम पैक्स सदस्यता महाअभियान शुरू किया है। यह 12 अक्टूबर तक चलेगा। जिले की तीन तहसीलों की सहकारी समितियों में 16000 किसानों को सदस्य बनाने का लक्ष्य मिला है।
सदर, जेवर और दादरी तहसील के अंतर्गत आने वाली 31 समितियों में अभी तक 3848 किसानों को सदस्य बनाया गया है। सदस्यता शुल्क 226 रुपये निर्धारित है। इस धनराशि से किसान के नाम सौ-सौ रुपये के दो शेयर, 21 रुपये सदस्यता शुल्क और पांच रुपये पास बुक के लिए जाएंगे। यह शुल्क जमा करने वाले किसान समितियों में आजीवन सदस्य रहेंगे। दोबारा सदस्यता शुल्क नहीं जमा करना होगा।
समितियों में सदस्य बने किसानों काे यह मिलेंगे लाभ
सदस्यता ग्रहण करने वाले किसानों को सहकारी समितियों के चुनाव में मतदान करने का अधिकार मिलेगा। साथ ही वह भी किसी पद के लिए चुनाव लड़ सकेंगे। बैंकों से तीन प्रतिशत ब्याज पर ऋण ले सकेंगे।
समितियों के माध्यम से वितरित की जाने वाली यूरिया, डीएपी, कीटनाशक, कृषि उपकरण समेत सहकारिता विभाग के अंतर्गत संचालित सभी योजनाओं में प्राथमिकता के आधार पर लाभ दिया जाएगा।
सदस्यता अभियान का उद्देश्य किसानों को आर्थिक रूप से मजबूत करना है। समितियों के पदाधिकारियों के माध्यम से गांव-गांव किसानों से संपर्क कर सदस्य बनाया जा रहा है।
- विवेका सिंह, सहायक आयुक्त एवं प्रबंधक, सहकारिता विभाग, गाैतमबुद्धनगर
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