शेयर में 10 हजार से शुरुआत कराकर ठग लिए 1.85 करोड़ रुपये, 57 करोड़ तक दिखाया मुनाफा
नोएडा के रहने वाले अजय सिंह को साइबर ठगों ने शेयर बाजार में निवेश के नाम पर 1.85 करोड़ रुपये का चूना लगाया। ठगों ने पहले कम निवेश कराकर मुनाफा दिखाया फिर बड़ी रकम निवेश कराई। मुनाफा निकालने के समय टैक्स के नाम पर और पैसे मांगे गए। पीड़ित ने साइबर क्राइम थाने में शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

जागरण संवाददाता, नोएडा। साइबर ठगों ने सेक्टर-128 स्थित जेपी ग्रीन्स के रहने वाले बुजुर्ग कारोबारी से अजय सिंह से शेयर बाजार में निवेश कर मोटा मुनाफा कमाने के नाम पर 1.85 करोड़ रुपये ठग लिए।
ठगों ने पहले 10 हजार रुपये से निवेश कराने शुरूआत की। एप पर 57 करोड़ रुपये का मुनाफा दिखाया। रकम निकालने का प्रयास करने पर ठगों ने निवेश से ज्यादा कर के रूप में मांग कर डाली। इससे पीड़ित को ठगी का अहसास हुआ। पीड़ित ने साइबर क्राइम थाने में मुकदमा दर्ज कराया है।
क्या है पूरा मामला?
अजय सिंह शेयर बाजार में भी रुचि रखते हैं। ठगों ने सात जून को शेयर बाजार संबंधी एक वाट्सएप ग्रुप पर जोड़ा था। 15 जून को फोन कर एडमिन अनिकिता डेका नाम की महिला ने ग्रुप और खुद को कथित बजाज फाईनेंशल कंपनी से बताया था। उसके निर्देशन में निवेश करने पर शत प्रतिशत मुनाफा होने का दावा किया था।
नामी कंपनी और सेबी से जुड़े कागजात भी दिखाए। इससे अजय को ठगों पर विश्वास हुआ। ठगों ने एप पर पंजीकरण कराकर शुरुआत में 10 से 50 हजार का निवेश कराया। ठग हर दिन एप पर मनचाहा मुनाफा दिखाते जाते। अजय से निवेश की रकम का आंकड़ा बढ़वाते जाते। आइपीओ की लाट खरीद के नाम पर रकम ऐंठी।
पीड़ित के मना करने पर खुद ही सात दिनों के लिए 10 लाख रुपये का ब्याजमुक्त लोन दिया। अजय ने 19 जुलाई तक 1.85 करोड़ रुपये ट्रांसफर कर दिए। एप पर पोर्टफोलियो 59 करोड़ रुपये दिख रहे थे। जमा पूंजी खत्म होने पर अजय ने मुनाफे समेत रकम को निकालना चाहा।
ठगों ने तपाक से कैपिटल गेन और सर्विस चार्ज के नाम पर 13.5 कराेड़ रुपये जमा कराने का फरमान सुना दिया। यह सुनकर अजय के होश उड़ गए। उन्होंने रकम जमा करने से मना किया तो ठगों ने ग्रुप से निकालकर संपर्क बंद कर दिया।
थाना प्रभारी भूपेंद्र कुमार ने बताया पीड़ित की शिकायत पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। इस मामले को साइबर क्राइम थाने भेजकर जांच कराई जाएगी।
फ्रीज कराए 2.5 लाख रुपये
पीड़ित के मुताबिक ठगों ने एचडीएफसी, आइडीएफसी, यश बैंक, सेंट्रल बैंक आफ इंडिया, एचडीएफ, इंडसलैंड बैंक, आइडीबीआइ, करूर वैश्य बैंक, बैंक आफ बड़ौदा के खातों में रकम को ट्रांसफर कराया।
यह खाते वेफमोर ई कार्मस, अबडुस स्टोर, सुभी गारमेंट, ग्लोबल टेक्नोलाजी, नार्थ ईस्ट इंटरप्राइजेज, जीत इंटरप्राइजेज, हरिहरन ट्रेडर आदि फर्म के नाम पर निकले, जबकि ठगों ने बैंक खातों को थर्ड पार्टी खाता और आरबीआइ व सेबी द्वारा स्वीकृत बताया था। पीड़ित ने सेबी और बजाज कंपनी को मेल कर जानकारी मांगी तो वहां से फर्जी होने की जानकारी मिली।
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