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    गुड न्यूज! YEIDA City में खुलेंगे हेल्थ सेंटर, इलाज पर मिलेगी 40 फीसदी तक छूट; पढ़ें पूरा अपडेट

    Updated: Tue, 17 Jun 2025 07:06 PM (IST)

    ग्रेटर नोएडा में प्राइवेट अस्पतालों के महंगे इलाज से राहत देने के लिए यीडा सिटी में हेल्थ सेंटर खुलेंगे। यहां 30 बेड के अस्पताल बनेंगे जिनमें 25-40% त ...और पढ़ें

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    यीडा सिटी में सस्ते इलाज के लिए एक रुपये प्रति वर्गमीटर पर जमीन देगा प्राधिकरण। फाइल फोटो

    जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा। प्राइवेट अस्पताल के महंगे इलाज से राहत के लिए यीडा सिटी में हेल्थ सेंटर एवं फैमिली वेलफेयर सेंटर विकसित किया जाएंगे। 30 बेड के अस्पताल बनाए जाएंगे। इसमें मरीजों को 25 से 40 प्रतिशत तक सस्ती दर पर इलाज मिलेगा। इनका संचालन स्वयं सेवी संस्थाएं करेंगी।

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    यमुना प्राधिकरण इन अस्पतालों को एक रुपये प्रति वर्गमीटर की दर से जमीन आवंटित करेगा। प्राधिकरण की बुधवार को होने वाली 85वीं बोर्ड बैठक में इसका प्रस्ताव स्वीकृति के लिए रखा जाएगा। बोर्ड की स्वीकृति के बाद भूखंड आवंटन के लिए योजना निकाली जाएगी।

    यमुना प्राधिकरण के सेक्टर 16, 18, 20, 22 डी आवासीय हैं। इसके अलावा सेक्टर 28, 29, 32, 33, 24, 24ए आदि औद्योगिक हैं। इनमें लाखों की संख्या में लाेग बसेंगे एवं नौकरी करेंगे। यीडा सिटी में रहने वालों के लिए किफायती दरों पर उपचार की सुविधा के लिए प्राधिकरण ने स्वयं सेवी संस्थाओं के लिए छोटे अस्पताल बनाने का फैसला किया है।

    इन अस्पतालों में मरीजों के लिए 30 बेड की व्यवस्था होगी। आधुनिक तकनीक की मदद से उपचार की सुविधा लोगों को मिलेगी। यीडा संस्थाओं को एक रुपये प्रति वर्गमीटर की दर से जमीन का आवंटन करेगा।

    इसके साथ ही यह शर्त लगाई जाएगी कि उन्हें मरीजों को 25 से 40 प्रतिशत तक सस्ते उपचार की सुविधा देनी होगी। इन शर्तों का पालन कराने के लिए एसीईओ की अध्यक्षता में समिति गठित की जाएगी।

    यीडा सीईओ डा. अरुणवीर सिंह का कहना है कि शहर में मरीजों को सस्ता उपचार मिलना बड़ी चुनौती है। हेल्थ सेंटर और फैमिली वेलफेयर सेंटर से शहर के लोगों को अपने घरों के नजदीक सस्ते इलाज की सुविधा मिलेगी।

    इसके साथ ही सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं की प्रचार प्रसार भी इनके माध्यम से हो सकेगा। परिवार नियोजन, मातृ और शिशु स्वास्थ्य सेवाएं सहित अन्य संबंधित सेवाएं का प्रचार-प्रसार किया जाएगा। मरीजों को सस्ती दवा, चिकित्सा आदि की निगरानी के लिए एसीईओ की अध्यक्षता में समिति गठित की जाएगी।