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    नोएडा का बॉटेनिकल गार्डन मेट्रो स्टेशन बनेगा सबसे बड़ा इंटरचेंज, इस परियोजना पर भी जल्द शुरू हो सकता है काम

    Updated: Fri, 01 Aug 2025 12:22 PM (IST)

    नोएडा मेट्रो रेल कारपोरेशन जल्द ही सेक्टर-142 से बॉटेनिकल गार्डन तक लिंक लाइन परियोजना का निर्माण शुरू कर सकता है। एनएमआरसी को केंद्र सरकार से संकेत मिले हैं और अगस्त में अनुमति मिलने की संभावना है। एक्वा लिंक लाइन परियोजना 11.56 किमी का मेट्रो कॉरिडोर होगा जिससे यात्रियों को नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा और ग्रेटर नोएडा जाने में सुविधा होगी। बॉटेनिकल गार्डन मेट्रो स्टेशन सबसे बड़ा इंटर चेंज होगा।

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    बॉटेनिकल गार्डन मेट्रो स्टेशन से सेकटर-142 को जोड़ने के लिए बनेगी एक्वा लिंक लाइन। जागरण आर्काइव

    जागरण संवाददाता, नोएडा।Botanical Garden Link Line: नोएडा मेट्रो रेल कारपोरेशन (एनएमआरसी) बोड़ाकी तक मेट्रो विस्तार के साथ-साथ सेक्टर-142 से बॉटेनिकल गार्डन तक लिंक लाइन परियोजना का निर्माण भी शुरू करा सकता है। इसके संकेत एनएमआरसी प्रबंधन को केंद्र सरकार से मिलने लगे है।

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    संभवता अगस्त में किसी भी दिन एक्वा लिंक लाइन परियोजना पर काम शुरू कराने की अनुमति जारी हो सकती है, क्योंकि बुधवार को केंद्र सरकार के निर्देश पर देर शाम एनएमआरसी प्रबंध निदेशक डा लोकेश एम ने पब्लिक इनवेस्टमेंट बोर्ड (पीआइबी) के समक्ष एक्वा लिंक लाइन मेट्रो परियोजना का प्रस्तुतीकरण दे दिया है।

    वित्तीय मंजूरी मिलते ही केंद्र सरकार की ओर से पत्र जारी हो जाएगा। पिछले दिनों ग्रेटर नोएडा डिपो से बोड़ाकी तक एक्वा मेट्रो विस्तार का पत्र भी प्रस्तुतीकरण के एक सप्ताह बाद जारी हो गया था।

    बता दें कि एक्वा लिंक लाइन परियोजना की विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) को उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से 28 जून 2024 को अनुमोदित किया गया था। इसके बाद डीपीआर दो जुलाई 2024 को अनुमोदन के लिए आवास एवं शहरी कार्य मंत्रालय, भारत सरकार को भेजा गया था।

    एनएमआरसी की ओर से 27 मार्च 2025 को नेटवर्क योजना समूह की 90 वीं बैठक में डीपीआर प्रस्तुत किया गया था। योग्यता के आधार पर परियोजना को नेटवर्क योजना समूह द्वारा अनुशंसित किया गया है। आंतरिक मंत्रिस्तरीय सलाहकार का काम पूरा हो चुका है। परियोजना के मूल्यांकन के लिए पीआइबी की बैठक निर्धारित हुई थी। इसमें प्रस्तुतीकरण दिया गया है।

    नोएडा मेट्रो रेल कारपोरेशन (एनएमआरसी) प्रबंध निदेशक डा लोकेश एम ने बताया कि इस लाइन की वायबिलिटी क्या है? कितने मुसाफिर इससे सफर करेंगे ? पहले से जो लाइन चल रही है वो घाटे में फिर भी आप इस लाइन को लेकर उत्साहित है?

    इसी तरह कई प्रश्नों का जवाब अधिकारियों के समक्ष दिया। करीब एक घंटे तक प्रस्तुतिकरण दिया गया। उन्होंने बताया कि यह लिंक लाइन 11.56 किमी का मेट्रो कॉरिडोर बनाया जाएगा। इसकी डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) को प्रदेश कैबिनेट से अप्रूवल के बाद केंद्र को भेज दिया गया है।

    अगले कुछ माह में केंद्र से मंजूरी मिल जाएगी। इसके बाद निर्माण के लिए टेंडर जारी किया जाएगा। यह रूट पांच साल में बनकर तैयार होगा। रोजाना करीब 1.25 लाख लोग इस लिंक लाइन का प्रयोग करेंगे। इसके निर्माण में करीब 2254.35 करोड़ रुपये खर्च होंगे।

    रूट के संचालन के साथ बॉटेनिकल गार्डन मेट्रो स्टेशन नोएडा, ग्रेटर नोएडा मेट्रो का सबसे बड़ा इंटर चेंज होगा। यहां से दिल्ली के द्वारका से नोएडा के सेक्टर-62 तक चलने वाली ब्लू लाइन और बॉटेनिकल गार्डन से जनकपुरी तक जाने वाली मैजेंटा लाइन है।

    नया लिंक बनने से मैजेंटा और ब्लू लाइन के यात्रियों को नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा, नोएडा-ग्रेनो एक्सप्रेसवे के किनारे बसे सेक्टर व सोसायटी, आफिस या ग्रेटर नोएडा जाने में फायदा मिलेगा। वर्तमान में नोएडा और ग्रेटर नोएडा आपस में एक्वा लाइन मेट्रो से कनेक्ट है।

    यह लाइन सेक्टर-51 मेट्रो स्टेशन से ग्रेटर नोएडा डिपो तक है। पूरा ट्रैक 29.707 किमी का है। दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (डीएमआरसी) के सेक्टर-52 मेट्रो स्टेशन के ब्लू लाइन को जोड़ता है। मुसाफिर को इस इंटर चेंज के लिए करीब 300 मीटर पैदल चलना पड़ता है।

    नए लिंक बनने से ऐसा नहीं होगा। डीएमआरसी की नोएडा में दो लाइन है। पहला ब्लू जो दिल्ली के द्वारका से नोएडा के सेक्टर-62 और मैजेंटा लाइन नोएडा के बॉटेनिकल गार्डन से जनकपुरी तक है।