नोएडा के अस्पताल में अल्ट्रासाउंड के लिए 'इंतजार' खत्म, टोकन से 185 मरीजों ने ली 5 मिनट में रिपोर्ट
नोएडा के सेक्टर-39 स्थित जिला अस्पताल में मंगलवार को गर्भवती महिलाओं समेत अन्य मरीजों के लिए अल्ट्रासाउंड सेवा दोबारा शुरू हो गई। टोकन प्रणाली लागू होने से मरीजों को काफी सुविधा हुई और उन्हें पुलिस सुरक्षा के बीच अल्ट्रासाउंड कराने का अवसर मिला। पहले दिन लगभग 185 मरीजों का अल्ट्रासाउंड किया गया और उन्हें तुरंत रिपोर्ट दी गई। अस्पताल प्रशासन ने इस व्यवस्था को सफल बताया है।
जागरण संवाददाता,नोएडा। सेक्टर-39 स्थित जिला अस्पताल में मंगलवार सुबह गर्भवती समेत अन्य मरीजों का अल्ट्रासाउंड के लिए इंतजार खत्म हो गया। प्रबंधन की टोकन व्यवस्था से दोपहर डेढ़ बजे तक 185 मरीजों ने पुलिस सुरक्षा के बीच अल्ट्रासाउंड कराया। सभी को महज पांच मिनट में रिपोर्ट लेकर भेज दिया गया।
दो बजे अल्ट्रासाउंड कराने पहुंचे मरीजों को बुधवार सुबह जांच के लिए बुलाया गया। सुरक्षा कर्मियों ने अल्ट्रासाउंड सेंटर के पास दोपहर डेढ़ बजे तक ही टोकन मिलने के नोटिस चस्पा किए।
सुबह आठ बजे जिला अस्पताल में मरीजों की पर्ची काउंटर पर डाक्टर से इलाज कराने के लिए मरीज और तीमारदारों की कतार लगी थी। स्टाफ कर्मियों ने पर्ची देकर उन्हें डाक्टर के पास ओपीडी में भेज दिया। वहां परामर्श के बाद डॉक्टर ने जांच के लिए अल्ट्रासाउंड कराने की सलाह दी।
महिलाएं और अन्य मरीज अल्ट्रासाउंड के लिए दूसरे तल पर पहुंचे तो वहां सुरक्षा इंचार्ज राजकुमार और अन्य गार्ड के साथ सेक्टर-39 थाने की महिला पुलिस खड़ी थी। सुरक्षा गार्डों ने गर्भवती महिलाओं को वरीयता देकर उन्हें केसरी रंग का टोकन नंबर दिया ।
इसके बाद उन्हें कमरे में रेडियोलाजिस्ट डॉ. जैनेंद्र झा के पास भेजा गया। वहां टोकन नंबर देकर सभी का अल्ट्रासाउंड किया गया। राहत की बात रही कि भीड़ नहीं होने से मरीजों को पांच मिनट में रिपोर्ट देकर डाक्टर के पास भेज दिया।
इस बीच महिला वार्ड में भर्ती गर्भवतियों का इमरजेंसी में अल्ट्रासाउंड कराया गया। इस तरह दोपहर तक ओपीडी से आए 168 मरीज और 17 भर्ती गर्भवतियों का अल्ट्रासाउंड हुआ। दोपहर पौने दो बजे तक अन्य मरीज भी अल्ट्रासाउंड कराने पहुंचे, लेकिन स्टाफ कर्मियों ने कुछ मरीजों का अल्ट्रासाउंड होने की बात बोलकर उन्हें बुधवार सुबह जल्दी आने के लिए कहा।
टोकन व्यवस्था लागू होने से मरीज और उनके तीमारदार काफी खुश नजर आए। किसी को अल्ट्रासाउंड के लिए जद्दोजहद नहीं करनी पड़ी। वहीं, अस्पताल में चर्चा थी कि टोकन व्यवस्था से भ्रष्टाचार करने वालों पर भी लगाम कसेगी। इसका असर पहले दिन से ही दिखने लगा।
कार्यवाहक सीएमएस डॉ. अजय राणा का कहना है कि पहले दिन 185 मरीजों का अल्ट्रासाउंड होने से टोकन व्यवस्था सफल रही। अगले दिन हरे रंग का टोकन मिलेगा। यह व्यवस्था निरंतर चलती रहेगी।
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