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    Fake Paneer: 20 लाख में जमीन बेचकर 2 भाइयों ने शुरू की नकली पनीर की फैक्ट्री, रोज कमा रहे थे लाखों का मुनाफा

    नोएडा में नकली पनीर बनाने वाले एक गिरोह का पर्दाफाश हुआ है। अलीगढ़ के दो भाइयों ने 20 लाख में जमीन बेचकर यह फैक्ट्री शुरू की थी और हर दिन लाखों रुपये कमा रहे थे। वे पेंटिंग रंग और केमिकल से नकली पनीर बनाते थे जिससे लोगों के स्वास्थ्य को खतरा था। पुलिस ने फैक्ट्री सील कर दी है और एक भाई को गिरफ्तार कर लिया है।

    By Munish Kumar Sharma Edited By: Abhishek Tiwari Updated: Mon, 30 Jun 2025 11:07 AM (IST)
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    सेक्टर 63 थाना पुलिस ने पकड़े नकली पनीर वाले आरोपितों की अलीगढ़ स्थित फैक्टरी में रखे उपकरण।

    मुनीश शर्मा, नोएडा। अलीगढ़ के सहजपुरा के रहने वाले दो भाई गुड्डू उर्फ हरीश और उसका भाई अफसर नकली पनीर बेचकर हर दिन एक गाड़ी पर दो से सवा दो लाख रुपये तक मुनाफा कमा रहे थे।

    वह आंखों पर पट्टी बांधकर और अपने जमीर को मारकर इस कदर संवेदनहीन हो गए। यह भी भूल गए कि पेंटिंग रंग, केमिकल, रिफाइंड से बने नकली पनीर को खाकर किसी की जान पर भी बन सकती है।

    लोगों के स्वास्थ्य से खिलवाड़ का आरोपितों को नहीं अफसोस

    पुलिस के पकड़े जाने पर भी फैक्ट्री संचालक गुड्डू को अफसोस नहीं था कि वह किसी के स्वास्थ्य से खिलवाड़ कर रहा है। उसे चिंता थी तो केवल और केवल यह कि उसने छह माह पहले जमीन बेचकर शुरू किया काले कारोबार के चौपट हो गया। हालांकि मिलावटखोरों के पकड़े जाने पर हर कोई यह ही कहता दिखा कि काले कारोबार की चाह में जमीन और जमीर ही बेच दिए।

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    नकली पनीर बेचने वाले आरोपितों से बरामद सामान। फोटो- जागरण

    कब शुरू किया था पनीर की सप्लाई का काम?

    गुड्डू और उसका भाई का पिछले साल तक पनीर की सप्लाई करने का काम था। पनीर का काम करने वालों को चंद दिनों में करोड़पति बनते देखा तो खुद भी अमीर बनने का सपना सजोने लगे थे, लेकिन आगे बढ़ने का कोई रास्ता नहीं मिल पा रहा था।

    पिछले साल एक कारोबारी से नकली पनीर बनाने का आइडिया मिला। तो फिर क्या था दोनों भाइयों ने अपने पैतृक गांव में 20 लाख रुपये की जमीन बेच दी। बची जमीन के एक हिस्से में पनीर बनाने की फैक्ट्री शुरू की।

    मार्केटिंग के अनुभव का पनीर की सप्लाई में मिला फायदा

    शुरुआत में असली पनीर के साथ कुछ नकली पनीर बनाना और खपाना शुरू किया। नकली पनीर में करीब चार गुना तक मुनाफा आया जबकि असली पनीर थोड़ा ही लाभ हुआ। फिर क्या था दोनों भाई पिछले छह माह से नकली पनीर ही बना रहे हैं।

    अपने पूर्व में मार्केटिंग करने के अनुभव का फायदा उठाकर आसानी से एनसीआर में खपा भी रहे थे, लेकिन शनिवार को दोनों के काले कारोबार का भंडाफोड़ हो गया। यहां तक कि फैक्ट्री सील हो गई और गुड्डू जेल पहुंच गया। हालांकि अभी उसका भाई अफसर पुलिस से बचकर फरारी काट रहा है।

    कितना हानिकारक है तेल मिला पनीर?

    डॉ. अरूण कुमार ने बताया कि नकली पनीर सिंथेटिक या केमिकल से बना होता है। इसे खाने से हार्ट अटैक, किडनी व लिवर डैमेज का खतरा काफी हो सकता है। किसी भी पनीर को बनाने में रिफांइड या तेल प्रयोग करना बहुत हानिकारक होता है।