नोएडा एयरपोर्ट की SPV का नाम 'यमुना' के नाम पर, स्विस कंपनी ने हासिल की थी हवाईअड्डे के लिए निविदा
नोएडा एयरपोर्ट अब यमुना नाम से दुनिया भर में जाना जाएगा। स्विस कंपनी ज्यूरिख एयरपोर्ट इंटरनेशनल एजी ने अपनी कंपनी का नाम यमुना नदी के नाम पर रखा है। टर्मिनल बिल्डिंग की सजावट में भारतीय संस्कृति और उत्तर प्रदेश की कला की झलक दिखेगी। एयरपोर्ट का डिजाइन वाराणसी के घाटों से प्रेरित है।

जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा। भारतीय संस्कृति की रग-रग में प्रवाहित यमुना नदी का नाम एविएशन सेक्टर की कंपनी के रूप में दुनिया के कोने-काेने में पहुंचने जा रहा है। स्विस कंपनी ज्यूरिख एयरपोर्ट इंटरनेशनल एजी ने भारतीय जनमानस में रची बसी यमुना के नाम पर अपनी स्पेशल पर्पज व्हीकल (एसपीवी) कंपनी का गठन किया।
इस नाम के साथ ही यमुना प्राधिकरण, यमुना एक्सप्रेसवे भी नोएडा एयरपोर्ट के साथ जुड़ गए है। टर्मिनल बिल्डिंग की आंतरिक साज सज्जा में भी भारतीय और खासकर उत्तर प्रदेश के कलात्मकता दिखाई देगी।
ज्यूरिख एयरपोर्ट इंटरनेशनल एजी नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट को स्विस तकनीकी और भारतीय संस्कृति एवं आतिथ्य से जोड़ती है। आधुनिकता और सांस्कृतिक विरासत का संगम के तौर पर विकसित हो रहे नोएडा एयरपोर्ट की डिजायन और साज सज्जा में भी इसका विशेष ख्याल रखा गया है।
एयरपोर्ट का वस्तु की परिकल्पना करते हुए इसे वाराणसी के घाट, गंग की लहरों व पुरानी हवेलियों के परकोटे से प्रेरित होकर डिजायन किया गया है, जहां यात्री अपने आप को भारतीय संस्कृति और विरासत के बीच महसूस करेंगे।
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट लि. के नोडल अफसर शैलेंद्र भाटिया का कहना है कि यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्रा. लि. ज्यूरिख की 100 प्रतिशत सब्सिडरी कंपनी है। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट और उसके नाम पर प्रदेश सरकार की एसपीवी नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट लि. का गठन पहले हो गया था।
एयरपोर्ट के विकासकर्ता चयन की शर्त में भारतीय एसपीवी का गठन अनिवार्य रूप से शामिल था, उसके साथ ही कंसेशन एग्रीमेंट हस्ताक्षर किया जा सकता था। इसलिए ज्यूरिख ने एसपीवी के गठन के लिए यमुना नाम को प्राथमिकता दी गई। नोएडा एयरपोर्ट यमुना प्राधिकरण क अधिसूचित क्षेत्र में होने के साथ ही यमुना एक्सप्रेसवे से भी समीप है। यमुना नदी भारतीयता की अभिन्न पहचान है।
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