फरीदाबाद से आएगा नोएडा एयरपोर्ट के विमानों का ईंधन, 34 किमी लंबी भूमिगत पाइपलाइन तैयार
नोएडा अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के लिए हरियाणा के फरीदाबाद से जेवर तक बन रही विमान ईंधन पाइपलाइन का 95% काम पूरा हो गया है। भारत पेट्रोलियम ने 34 किलोमीटर लंबी भूमिगत पाइपलाइन बिछाई है जो विमानों के लिए एटीएफ (ATF) ईंधन लाएगी। यमुना नदी के नीचे से गुजरने वाली यह पाइपलाइन सीधे एयरपोर्ट तक ईंधन पहुंचाएगी जिससे पर्यावरण संरक्षण में मदद मिलेगी।

मनोज कुमार शर्मा, जेवर। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट से उड़ान भरने वाले विमानों को ईंधन उपलब्ध कराने के लिए हरियाणा के फरीदाबाद से जेवर तक बनाई जा रही पाइप लाइन का 95 प्रतिशत काम पूरा कर लिया गया है।भारत पेट्रोलियम ने पियाला डिपों से सीधे नोएडा एयरपोर्ट तक विमानों ने भरे जाने वाले विशेष प्रकार के विमानन टरबाइन ईंधन (एटीएफ) के लिए 34 किलोमीटर लंबी भूमिगत लाइन बिछाई हैं।
पाइप लाइन के हरियाणा से जेवर यमुना एक्सप्रेसवे तक बिछाने का काम पूरा कर लिया गया है। एयरपोर्ट के बाहर जेवर रजवाहे के नीचे से निकालकर एयरपोर्ट के अंदर तेल डिपों तक 1.2 किलोमीटर की लाइन बिछाने काम भी लगभग पूरा हो चुका है।
नोएडा एयरपोर्ट पर तैयार तेल भंडारण केंद्र। फोटो सौजन्य- नोएडा एयरपोर्ट
कब तक पूरा होगा पाइप लाइन बिछाने का काम?
जल्द लाइन को जोडकर एयरपोर्ट पर विमानों के ईंधन की आपूर्ति शुरू कर दी जाएगी। मुख्य सचिव ने हाल ही में एयरपोर्ट के निर्माण कार्यों की समीक्षा करते हुए 30 जून तक सभी कार्य पूरा करने के निर्देश दिए थे। इसी के तहत इस कार्य को भी समय रहते पूरा किया गया है।
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट और भारत पेट्रोलियम के बीच 20 फरवरी 2024 को विमानों के ईंधन को एयरपोर्ट तक पहुंचाने पर समझौता हुआ था। पर्यावरण संरक्षण को ध्यान मे रख टैंकरों से तेल पहुंचाने में होने वाले कार्बन उत्सर्जन से बचाव के लिए सीधे पाइप लाइन बिछाने का फैसला लिया गया।
हरियाणा से नोएडा एयरपोर्ट पर एटीएफ आपूर्ति के लिए बिछाई जा रही पाइपलाइन । जागरण
भारत पेट्रोलियम ने हरियाणा के फरीदाबाद के पियाला स्थित डिपों से सीधे नोएडा एयरपोर्ट तक 34 किमी लंबी और 14 इंच व्यास वाली एटीएफ पाइपलाइन बिछाने का काम शुरू किया था। कंपनी ने यमुना एक्सप्रेसवे तक इस पाइपलाइन को भूमिगत बिछाने का काम पूरा कर लिया है।
पांच दिन आपूर्ति नहीं होने पर भी भरा जा सकेगा ईंधन
लाइन को यमुना नदी के नीचे से निकाला गया है जिससे की कहीं भी लाइन दिखाई न दे सके। कंपनी जल्द ही जेवर रजवाहे के नीचे से निकालते हुए एयरपोर्ट तक पहुंचाने में जुटी हुई है। एयरपोर्ट के अंदर 1.2 किमी लंबी लाइन जो एयरपोर्ट की बाउंड्री से इंडियन आयल स्काईटैंकिंग लिमिटेड (आईओएसएल) के भंडारण टैंकों तक पहुंचाने का काम लगभग पूरा कर लिया गया है।
इंडियन ऑयल स्काईटैंकिंग लिमिटेड ने बनाए तेल डिपो और हाइड्रेंट सिस्टम
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट और इंडियन ऑयल स्काईटैंकिंग लिमिटेड (आईओएसएल) के बीच 30 साल के लिए समझौता हुआ है। जिसमें तेल डिपों और हाइड्रेंट सिस्टम स्थापित किया गया है। हरियाणा से आने वाले विमानन टरबाइन ईंधन (एटीएफ) एयरपोर्ट पर बनाए गए पांच तेल भंडारण टैंकों में सुरक्षित रखा जा सकेगा।
इस भंडारण केंद्र की क्षमता शुरूआत में 50 हजार किलोलीटर होगी। अगर हरियाणा से पांच दिनों तक पाइप लाइन से आपूर्ति नहीं भी हो पाती है तो भी यहां से विमानों में ईंधन की आपूर्ति होती रहेगी।
विमानन टरबाइन ईंधन (एटीएफ) पाइप लाइन के बिछाने का काम लगभग पूरा कर लिया गया है। सिंचाई विभाग के रजवाहे के नीचे से निकालने का काम बचा है भारत पेट्रोलियम और सिंचाई विभाग के अधिकारी जल्द इसे पूरा कर लेंगे। जिसके बाद एयरपोर्ट पर विमानन टरबाइन ईंधन (एटीएफ) की आपूर्ति शुरू हो जाएगी।
- शैलेंद्र भाटिया नोडल अधिकारी नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट
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