Noida Air Quality: नोएडा की हवा 5 साल बाद सबसे साफ, इन चीजों पर रोक रही बड़ी वजह
नोएडा में 2025 में पिछले पांच सालों की तुलना में सबसे साफ हवा दर्ज की गई। प्रदूषण में कमी का अहसास लोगों को होने लगा है। वार्षिक औसत एक्यूआई 2021 में 200 था जो 2025 में घटकर 149 हो गया। यह सुधार मौसम गतिविधियों और 15 साल पुराने वाहनों पर रोक के कारण हुआ।

चेतना राठौर, नोएडा। शहर की हवा स्वच्छ होने लगी है। पिछले पांच सालों में सबसे साफ हवा 2025 में रही है। प्रदूषण में कमी का अहसास लोगों को भी होने लगा है। जहां 2021 और 2022 में हवा में जहर घुल रहा था,वहीं 2025 में सुधार होने लगा है। वार्षिक औसत एक्यूआई 2021 में 200 था, वहीं 2025 में 149 दर्ज किया गया है।
जो शहर की हवा में सुधार का दर्शाता है। हवा में सुधार होने का कारण मौसम गतिविधियों के साथ 15 साल पुराने वाहनों के उपयोग पर रोक माना जा रहा है। हालांकि प्रदूषण विभाग के आकंड़ों के अनुसार साल दर साल हवा स्वच्छ हो रही है। लेकिन सबसे अधिक प्रदूषण में कमी 2025 में देखी जा रही है।
वर्ष 2024 में सुप्रीम कोर्ट ने ग्रैप लगाने के एक्यूआई लिमिट में बदलाव किया था। जो प्रदूषण को रोकने में सहायक हुआ है। पिछले सालों तक 400 से अधिक एक्यूआई होने पर ग्रैप की पाबंदियां लगाई जाती थी,लेकिन कोर्ट के आदेश के बाद एक्यूआई 300 से 350 होते ही ग्रैप की पाबंदियां लगाना प्रदूषण रोकने में सहायक रहा।
एमिटी विश्वविद्यालय के पर्यावरण विभाग की डायरेक्टर डॉ. रेनू धूपर ने बताया कि 15 साल से पुराने, अधिक प्रदूषण फैलाने वाले वाहनों में वापस ईंधन भरवाने पर रोक लगाने से भी वायु प्रदूषण में कमी आई है।
साथ ही पंजाब-हरियाणा क्षेत्र में 2025 में पराली जलाने की घटनाएं अपेक्षाकृत कम रहीं और हवा की दिशा भी ऐसी रही जिसने बाहर से आने वाले प्रदूषण को और अधिक फैलने से रोकने में मदद की।
साल दर साल हवा में सुधार हाे रहा है,लेकिन सर्दियों में प्रदूषण अधिक बढ़ने लगता है। निर्माणाधीन कार्य से समस्या बनी हुई है।
उत्सव शर्मा,क्षेत्रिय अधिकारी,राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड,नोएडा
प्रदूषण विभाग के अनुसार
वर्ष- एक्यूआई
- 2021 - 208
- 2022 - 199
- 2023 - 188
- 2024 - 184
- 2025 (जून तक)- 149
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।