ग्रेटर नोएडा देश का तीसरा सबसे प्रदूषित शहर, सड़कों पर उड़ती धूल ने AQI पहुंचाया 200 के पार
नोएडा में अगस्त के बाद हवा फिर से दूषित होने लगी है जिसका मुख्य कारण सड़कों पर उड़ती धूल है। सोमवार को ग्रेटर नोएडा देश का तीसरा सबसे प्रदूषित शहर रहा। बारिश के बाद सड़कें उखड़ने से स्थिति और खराब हो गई है। प्रदूषण नियंत्रण विभाग की ओर से कोई ठोस कदम नहीं उठाए जा रहे हैं जिससे लोगों को परेशानी हो रही है।

जागरण संवाददाता, नोएडा। अगस्त के बाद शहर की हवा एक बार फिर से दूषित होने लगी है। सड़कों पर उड़ती धूल प्रदूषण को बढ़ावा दे रही है। पिछले दिनों वर्षा होने से मौसम के साथ शहर की हवा भी स्वच्छ थी, लेकिन मौसम गर्म होने के साथ हवा भी दूषित होने लगी है।
साेमवार को 201 एक्यूआई के साथ ग्रेटर नोएडा देश का तीसरा प्रदूषित शहर रहा। बता दें कि ग्रेनो की हवा 14 सितंबर रविवार को 216 एक्यूआइ के साथ प्रदूषित रहा था। वहीं नोएडा की हवा भी दूषित होने लगी है। एक्यूआई 134 दर्ज किया गया।
शहर की सड़के वर्षा के बाद उखड़ने लगी है। इससे सड़क पर वाहन की स्पीड अपने पीछे धूल के गुब्बारे छोड़ रही है। इससे लोगों को सांस लेने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। लेकिन प्रदूषण नियंत्रण विभाग और नोएडा प्राधिकरण प्रदूषण की रोकथाम के लिए कोई कदम नहीं उठा रही हैं।
वहीं नोएडा का सेक्टर 125 का एक्यूआई 200 दर्ज किया गया। चारों स्टेशनों से अधिक रहा है। एक तरफ बढ़ता प्रदूषण और दूसरी तरह बढ़ती उमस भरी गर्मी भी लोगों को सताने लगी है।
पसीने छुड़ा रही चिलचिलाती धूप
वहीं चिलचिलाती धूप लोगों के पसीने छुड़ा रही है। सोमवार को दिन का तापमान 34.3 डिग्री सेल्सियस और रात का 26.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं मौसम में 96 प्रतिशत आर्द्रता लोगों को परेशान कर रही है।
सितंबर में वर्षा न होने से मौसम में गर्म हो गया है। दिन और रात के तापमान बढ़ोतरी लोगों को तंग कर रही है। आइएमडी के अनुसार आने वाले एक सप्ताह तक मौसम साफ रहने से धूप परेशान करेगी।
वहीं मंगलवार को मौसम विभाग ने दो दिन बूंदाबांदी के आसार तो जताए हैं,लेकिन गर्मी से राहत मिलने के कोई आसार नहीं हैं। दिन का तापमान 34 से 35 डिग्री और रात का तापमान 25 से 28 डिग्री रहने से लोगों को गर्मी सताएगी।
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