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    Noida : गणेश मूर्ति विसर्जन के दौरान बड़ा हादसा, दलदल में फंसे चार बच्चे; दो सगे भाइयों की हुई मौत

    By Jagran NewsEdited By: Abhi Malviya
    Updated: Thu, 28 Sep 2023 10:43 PM (IST)

    कोतवाली सेक्टर 20 क्षेत्र के ग्राम निठारी गली नंबर दो से घर पर रखे गणेश मूर्ति को विसर्जन के लिए परिवार के साथ दिल्ली मयूर विहार ले जाया गया था। विसर्जन करते समय चार बच्चे दलदल में फंसकर डूब गए थे जिन्हें स्वजन द्वारा बचाकर चाइल्ड पीजीआइ हॉस्पिटल सेक्टर 30 में भर्ती कराया गया। अस्पताल में उपचार के दौरान दो बच्चों की मृत्यु हो गई है।

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    सचिन उम्र 17 वर्ष को प्राथमिक उपचार किया जा रहा है एवं अभिषेक को कैलाश हॉस्पिटल रेफर किया गया है।

    जागरण संवाददाता, नोएडा। नोएडा के निठारी से दिल्ली के मयूर विहार गणेश मूर्ति का विसर्जित करने गए दो सगे भाइयों की यमुना की दलदल में फंसने से मौत हो गई। वहीं, तीसरे भाई और एक अन्य को गंभीर हालत में नोएडा के कैलाश अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जहां दोनों की हालत गंभीर बनी हुई है।

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    डीसीपी हरीश चंदर नोएडा के सेक्टर-10 स्थित निठारी गांव में गली नंबर-दो में कई परिवार रहते हैं। बृहस्पतिवार शाम करीब 16 से 20 लोग कार, ई-रिक्शा और बाइक से डेढ़ फीट ऊंचाई की गणेश मूर्ति का विसर्जित के लिए दिल्ली के मयूर विहार स्थित यमुना के खादर में गए थे। इनके साथ एक ही परिवार के नीरज (15), कृष्ण (5) और सचिन (17) तीनों भाई भी गए थे।

    यमुना के किनारे नहाते समय तीनाें दलदल में फंस गए। इनके साथ नेतराम का पुत्र अभिषेक भी दलदल में फंसा था। किसी तरह सभी को दलदल से निकालकर नोएडा के चाइल्ड पीजीआइ लाया गया। यहां इलाज के दौरान नीरज और कृष्ण ने दम तोड़ दिया।

    वहीं, सचिन और अभिषेक की गंभीर हालत को देखते हुए कैलाश अस्पताल रेफर कर दिया। जहां दोनों का इलाज किया जा रहा है। वहीं मृतकों के स्वजन का रो-रो कर बुरा हाल है। बता दें कि अस्पताल प्रबंधन की ओर से नोएडा पुलिस को जानकारी दी गई। इसके बाद नोएडा पुलिस मौके पर पहुंची। खबर लिखे जाने तक स्वजन ने शवों का पोस्टमार्टम कराने से इन्कार कर दिया था।

    दो भाईयों की मौत पर परिवार में मचा कोहराम

    चाइल्ड पीजीआइ अस्पताल में आंखों से आंसू छलकाते हुए धीरज कुमार ने बताया कि वह वेल्डिंग का काम करते हैं। गणेश की मूर्ति विसर्जन को लेकर कई दिनों से बच्चों ने तैयारी कर रखी थी। बृहस्पतिवार सुबह से ही बच्चों में उत्साह था। उन्होंने बताया कि उनके पांच बेटे हैं। जिनमें से दो बेटों की मौत हो गई। तीसरा मौत से जंग लड़ रहा है। पूरे परिवार में कोहराम मचा हुआ है।

    अस्पताल पहुंचे परिचित और रिश्तेदार

    हादसे की सूचना पाकर धीरज के परिचित और रिश्तेदार चाइल्ड पीजीआइ पहुंच गए। लोगों के पास सांत्वना देने के लिए कुछ नहीं था। इस दौरान धीरज परेशान इधर से उधर घूम रहे थे कि अस्पताल में भर्ती सचिन पर ध्यान दूं या मौत की नींद सो चुके दो बच्चों के अंतिम संस्कार की तैयारी में जुटें।

    दिल्ली पुलिस और प्रशासन ने हादसे की जानकारी से किया इनकार

    हादसा होने के बाद दिल्ली पुलिस और प्रशासन से इस संबंध में जब पूछा गया तो उन्होंने किसी हादसे की जानकारी होने से इन्कार कर दिया। इस मामले में नोएडा पुलिस ने सीमा विवाद में न पड़ते हुए पीड़ित परिवार की मदद की।

    रिपोर्ट इनपुट- गौरव भारद्वाज

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