Noida News: 20 हजार हेक्टेयर में बसेगा नया नोएडा, बोर्ड की मंजूरी के बाद शासन को भेजा जाएगा मास्टर प्लान
New Noida Master Plan 80 गांव की जमीन पर ‘नया नोएडा’ बसाया जाएगा। इसे करीब 20 हजार हेक्टेयर में बसाये जाने की योजना है। बोर्ड की मंजूरी के बाद शासन को ‘नया नोएडा’ का मास्टर प्लान भेजा जाएगा।
नोएडा, जागरण संवाददाता। दादरी-नोएडा-गाजियाबाद इनवेस्टमेंट रीजन (डीएनजीआइआर) के रूप में नोएडा प्राधिकरण ‘नया नोएडा’ विकसित करने जा रहा है। बुलंदशहर व ग्रेटर नोएडा के 87 गांवों की जमीन पर नया नोएडा बसाया जाएगा। इसके लिए मास्टर प्लान 2041 बनकर तैयार हो गया है। सिर्फ जमीन अधिग्रहण और फाइनेंशियल माडल पर मुहर लगनी बाकी है।
जुलाई 2021 में साइन किया गया था एमओयू
बैठक में मास्टर प्लान को रख शासन को मंजूरी के लिए भेजा जाएगा। मुख्य कार्यपालक अधिकारी रितु माहेश्वरी के अनुसार, ‘नया नोएडा’ को बसाने के लिए मास्टर प्लान 2041 तैयार करने की जिम्मेदारी नोएडा प्राधिकरण ने स्कूल आफ प्लानिंग एंड आर्किटेक्चर (एसपीए) दिल्ली को दी थी। जुलाई 2021 में एमओयू साइन किया गया था।
व्यावसायिक संपत्ति के लिए स्थान किया गया चिह्नित
अब एसपीए ने मास्टर प्लान 2041 तैयार कर नोएडा प्राधिकरण को सौंप दिया है। हालांकि यह अधूरा दिया है। प्राधिकरण को सौंपी रिपोर्ट के अनुसार, ‘नया नोएडा’ करीब 20 हजार हेक्टेयर में बसाया जाएगा। इसमें 41 प्रतिशत में औद्योगिक संपत्ति, 11.5 प्रतिशत आवासीय, 17 प्रतिशत हरियाली और रिएक्शनल, 15.5 प्रतिशत में सड़क, 9 प्रतिशत संस्थागत और 4.5 प्रतिशत स्थान व्यावसायिक संपत्ति के लिए जगह चिह्नित की गई है।
चार फेज में बसाया जाएगा पूरा शहर
एसपीए की ओर प्रस्तुत रिपोर्ट को इस माह बोर्ड बैठक कराकर उसमें रखा जाएगा। बोर्ड के सदस्यों के निर्णय के अनुसार आगे की योजना पर काम किया जाएगा। पूरा शहर चार फेज में बसाया जाएगा। अप्रैल 2023 तक शासन से मंजूरी लेने के प्रयास किए जाएंगे। जुलाई 2021 में एमओयू होने पर तय हुआ था कि 10 माह में मास्टर प्लान तैयार कर नोएडा प्राधिकरण को सौंप दिया जाएगा। फाइनल मास्टर प्लान गौतमबुद्ध नगर व बुलंदशहर के 87 गांव की जमीन पर बन रहा है।
अब एसपीए से तैयार नहीं कराया जाएगा प्लान
शासन की तरफ से 80 गांव के नोटिफिकेशन में 60 गांव बुलंदशहर व 20 गौतमबुद्ध नगर के शामिल थे। एसपीए ने जब सर्वे शुरू किया तो पाया कि 5 गांव थोड़ा दूर पड़ रहे हैं, 12 गांव नजदीक हैं। जिन्हें शामिल जो रिपोर्ट सौंपी है उसमें जमीन के अधिग्रहण से लेकर उसके आय के स्रोत क्या होंगे, यह प्लान अभी अधूरा दिया है। ऐसे में प्राधिकरण ने तय किया है कि यह प्लान अब एसपीए से तैयार नहीं कराया जाएगा।