यू आर अंडर अरेस्ट..., मुंबई के 'पुलिस अधिकारियों' ने नोएडा की महिला से फोन कॉल पर इस तरह लूटे पांच लाख
Digital Arrest मुंबई पुलिस का अधिकारी बता महिला को डिजिटल अरेस्ट कर लिया। वह महिला से वीडियो कॉल के जरिए बातचीत कर रहे थे। उन्होंने महिला को डरा-धमकाकर रात भर जगाए रखा। उन्होंने महिला से मनी लॉन्ड्रिंग और पार्सल में ड्रग्स होने का डर दिखा 5.20 लाख रुपये ठग लिए। पीड़िता ने लोन लेकर साइबर अपराधियों को रुपये दिए हैं।

जागरण संवाददाता, नोएडा। कोतवाली सेक्टर-20 क्षेत्र की एक महिला से साइबर अपराधियों ने मनी लॉन्ड्रिंग और पार्सल में ड्रग्स होने का डर दिखा 5.20 लाख रुपये ठग लिए। आरोपितों ने खुद को मुंबई पुलिस का अधिकारी बताकर कार्रवाई का भय दिखाकर ठगी की।
सेक्टर-19 की प्रियंका बडोनी ने दर्ज कराई एफआईआर में बताया कि कुछ दिन पहले उनके पास एक अज्ञात नंबर से फोन आया था। कालर ने खुद को फेडेक्स कंपनी का कर्मचारी बताते हुए मनी लॉन्ड्रिंग में शामिल होने और पार्सल में ड्रग पकड़े जाने की धमकी दिया। यह कहकर कालर ने कथित मुंबई साइबर क्राइम ब्रांच में काल ट्रांसफर कर दी।
वीडियो कॉल ऐप कराया डाउनलोड
क्राइम ब्रांच की तरफ से वीडियो कॉलिंग ऐप डाउनलोड करवाया गया। इसके बाद वीडियो कॉल पर कथित रूप से पूछताछ की गई। बैकग्राउंड में वर्दी में मौजूद कई पुलिस अधिकारी भी दिखाई दे रहे थे। इसके कुछ देर बाद बताया गया कि आपकी आइडी कई गैर कानूनी गतिविधियों ड्रग्स सप्लाई, मनी लॉन्ड्रिंग व अन्य जगह उपयोग में लाई गई है।
रात भर सोने नहीं दिया
इसके बाद लगातार वीडियो कॉल पर सवाल पूछे गए और रात भर सोने नहीं दिया गया। अगले दिन वीडियो कॉल पर एसीपी बनकर जांच करने के लिए आए। इसके बाद अलग-अलग तरीके से डरा धमका कर पांच लाख 20 हजार रुपये खाते में डलवा लिया। पीड़िता ने लोन लेकर साइबर अपराधियों को रुपये दिए हैं। कोतवाली प्रभारी निरीक्षक डीपी शुक्ल का कहना है कि मुकदमा दर्ज कर जांच की जा रही है।
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