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    जेपी अमन ग्रीन्स सोसायटी: 40 करोड़ की लागत का क्लब हाउस लील गया बिल्डर, करोड़ों के मेंटीनेंस का भी नहीं हिसाब

    Updated: Thu, 30 May 2024 10:39 AM (IST)

    40 करोड़ की लागत का जेपी अमन ग्रीन सोसायटी में लोगों ने बड़े उत्साह के साथ 2010 में फ्लैट बुक कराने शुरू किए। तब उम्मीद थी कि 4228 फ्लैट की यह सोसायटी रिहायश के साथ सुविधाओं को लेकर भी खास होगी। जीवन की जमा पूंजी लगाने के बाद अब लोगों को बिल्डर और प्राधिकरण के चक्कर भी काटने पड़ रहे हैं।

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    40 करोड़ की लागत का क्लब हाउस लील गया बिल्डर

    अजय चौहान, नोएडा। नोएडा व ग्रेटर नोएडा की सीमा पर बसी जेपी अमन ग्रीन सोसायटी में लोगों ने बड़े उत्साह के साथ 2010 में फ्लैट बुक कराने शुरू किए। तब उम्मीद थी कि 4228 फ्लैट की यह सोसायटी रिहायश के साथ सुविधाओं को लेकर भी खास होगी।

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    प्रोजेक्ट में टू बीएचके से लेकर पेंट हाउस तक शामिल होने से और बड़ा प्रोजेक्ट होने से लोगों को लगा कि घर के साथ बेहतर सुविधाओं वाला परिवेश भी मिलेगा, लेकिन अब पजेशन के चंद वर्षों में ही दीवारों पर लगे झड़ते प्लास्टर के दाग और बेसमेंट में टपकता पानी हकीकत बयां कर रहा है।

    सोसायटी में क्लब हाउस की सुविधा नहीं

    जीवन की जमा पूंजी लगाने के बाद अब लोगों को बिल्डर और प्राधिकरण के चक्कर भी काटने पड़ रहे हैं। निवासियों का प्रयास है कि किसी तरह से सुविधाओं को बेहतर बनाया जा सके। इतनी बड़ी सोसायटी में आज की तिथि में क्लब हाउस की सुविधा नहीं है, जबकि बिल्डर ने ले आउट में यह दिखाया था और पजेशन के छह साल बाद भी यह धरातल पर नहीं है।

    इसी तरह संशोधित डीड आफ डिक्लेरेशन (डीओडी) को लेकर नोएडा प्राधिकरण आदेश जारी कर चुका है, लेकिन बिल्डर आनाकानी कर रहा है। लगभग छह माह बाद भी नए आदेश का पालन नहीं कर रहा है। मेंटीनेंस को लेकर भी लोग संतुष्ट नहीं है। लोगों का आरोप है कि हर माह एक करोड़ से अधिक का मेंटीनेंस जमा होता है, लेकिन बिल्डर की तरफ से अभी तक वार्षिक खर्च का ब्योरा नहीं दिया है। प्रस्तुत है नोएडा से संवाददाता अजय चौहान की रिपोर्ट...

    सोसायटी को जानें

    •  2010 में प्रोजेक्ट लांच हुआ
    • 2018 में पजेशन मिलना शुरू
    • 26 टावर
    • 22 फ्लोर
    • 4228 फ्लैट
    • 2.25 रुपये प्रति स्क्वायर फीट मेंटीनेंस

    पांच प्रमुख समस्याएं

    • बेसमेंट व दीवार के ज्वाइंट पर सीलन
    • जर्जर कंस्ट्रक्शन के चलते झड़ रहा प्लास्टर
    • स्ट्रे डॉग की दहशत
    • ले आउट में होने के बाद भी नहीं बना क्लब हाउस
    • प्राधिकरण के आदेश के बाद भी संशोधित डीओडी (डीड आफ डिक्लेरेशन) में आनाकानी कर रहा बिल्डर

    समस्याओं पर निवासियों की दो टूक

    ले आउट के अनुसार बिल्डर को सोसायटी में क्लब हाउस बनाना था, लेकिन अभी तक यह बना नहीं है। यह लगभग 40 करोड़ की लागत से बनना था। इससे सोसायटी निवासियों जरूरी सुविधाओं से वंचित हो रहे हैं। 

    - योगेश सिंह, सोसायटी निवासी

    सोसायटी में अभी से प्लास्टर झड़ने लगा है। यह बता रहा है कि कंस्ट्रक्शन की गुणवत्ता की स्तर की है। इसको लेकर बिल्डर को संज्ञान लेते हुए बिल्डर को कम से कम बाहर से तो मरम्मत करानी चाहिए।

    मनजोत सिंह, सोसायटी निवासी

    सोसायटी में आवारा कुत्तों का बहुत ज्यादा आतंक है। लगातार यहां पर कुत्तों के काटने की घटनाएं हो रही है। इसके बाद भी मेंटीनेंस एजेंसी कोई भी ठोस कदम नहीं रही है। यह एक बड़ी समस्या है। 

    नील चौहान, सोसायटी निवासी

    सोसायटी में निर्माण इस तरह से हुआ है कि बेसमेंट पूरी सीलन है। यह साफ देखने को मिलता है, लेकिन बिल्डर इसको लेकर मौन बना हुआ है। बिल्डर को इसको लेकर बेहतर कदम उठाने की जरूरत है। 

    गजेंद्र चौधरी, सोसायटी निवासी

    सोसायटी में हर साल करोड़ों रुपये का मेंटनेंस जमा होता है, लेकिन उसके हिसाब से सुविधाएं नहीं मिल रही है। बिल्डर ने कभी खर्च का भी हिसाब नहीं दिया। यह हम लोग सुविधाओं के लिए देते है। \\B

    गीता शर्मा, सोसायटी निवासी

    बिल्डर ने कामन एरिया अपने पास रखा हुआ था। जब हम लोगों ने इसको लेकर प्राधिकरण में शिकायत की तो उन्होंने आदेश जारी किया, लेकिन बिल्डर को भी मानने में आनाकानी कर रहा है। 

    जन्मेजय पांडेय, सोसायटी निवासी

    बिल्डर की तरफ से हर मामले में ही मनमानी की जाती है। क्लब हाउस बनाया नहीं। प्राधिकरण के आदेश को मान नहीं रहा है। हर मामले मे निवासियों के परेशान होना पड़ता है। अधिकारियों के चक्कर काटने पड़ते है।\\B

     डॉ. अमित वर्मा, सोसायटी निवासी

    क्या बोले जिम्मेदार

    बिल्डर...

    निवासियों की शिकायत और आरोपों को लेकर बिल्डर प्रतिनिधि जनरल दलजीत सिंह से संपर्क किया गया तो उन्होंने सुनने के बाद कोई जवाब नहीं दिया। उसके बाद उनको वाट्सएप किया गया तो भी उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया। लोगों को आरोप है कि बिल्डर करोड़ों रुपये मेंटीनेंस शुल्क का हिसाब नहीं दे रहा। ले आउट में शामिल 40 करोड़ रुपये के क्लब हाउस का निर्माण नहीं कर रहा है।

    नोएडा प्राधिकरण...

    नोएडा प्राधिकरण के एसीईओ सीतश पाल को जेपी ग्रीन्स अमन सोसायटी बिल्डर द्वारा संशोधित डीओडी पर प्राधिकरण का आदेश नहीं मानने के बारे में पूछा गया तो उन्होंने बताया कि अभी मामला उनके संज्ञान में नहीं था। वह नियोजन विभाग से पूरी मामले की जानकारी कर आगे की कार्रवाई करेंगे। निवासियों की सभी शिकायतों को सुना जाएगा और नीति संगत रूप से पालन भी कराया जाएगा। इसमें किसी की मनमानी नहीं चलेगी।