Iran Hijab Row : ईरानी महिला माहसा आमिनी के समर्थन में नोएडा की अनुपमा भारद्वाज ने काटे अपने बाल
ईरान में हिजाब न पहनने पर पुलिस हिरासत में कुर्दिश महिला माहसा अमीनी की मौत के विरोध में बड़े स्तर पर प्रदर्शन हो रहे हैं। इसको दुनिया के अलग-अलग हिस्सों से समर्थन मिल रहा है। नोएडा निवासी अनुपमा भारद्वाज ने इसके समर्थन में वीडियो इंटरनेट प्लेटफार्म पर साझा किया
नोएडा, जागरण संवाददाता। ईरान में हिजाब के विरोध में पुलिस हिरासत में 22 वर्षीय कुर्दिश महिला माहसा अमीनी की मौत के विरोध में वहां पर बड़े स्तर पर प्रदर्शन हो रहे हैं। अब इसको दुनिया के अलग-अलग हिस्सों से समर्थन मिल रहा है। नोएडा सेक्टर-15 ए निवासी डा. अनुपमा भारद्वाज ने भी इसके समर्थन में अपना वीडियो इंटरनेट प्लेटफार्म पर साझा किया है।
महिलाओं के मुद्दों पर जागरूकता का अभाव : अनुपमा
नोएडा निवासी डा. अनुपमा भारद्वाज वीडियो में वह बाल काटते हुए दिख रही हैं। पेशे से मान विज्ञानी डा. अनुपमा ने बताया कि 21वीं सदी में इस तरह की घटना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण हैं। हर किसी को इसके खिलाफ आवाज उठानी चाहिए। महिला मामलों में गंभीरता से बात करने का समय है। भारत में भी महिलाओं के सामने अनेक समस्याएं हैं। इन पर खुलकर बात करने का समय है। यह किसी धर्म विशेष का नहीं बल्कि सभी आम महिलाओं की बात है। लोगों में महिलाओं के मुद्दों को लेकर जागरूकता का अभाव है।
कोई दूसरा व्यक्ति महिला रहन-सहन नहीं तय कर सकता
अनुपमा ने बताया कि - जब मैंने विडिओ पोस्ट किया तो बहुत लोगों को इस घटना के बारे में जानकारी ही नहीं थी। मैं माहसा अमीनी के समर्थन के साथ हर उस सोच के खिलाफ लोगों का ध्यान आकर्षित करना चाहती हूं जो महिला के अधिकारों को दबाने के लिए आतुर रहती है। कभी धर्म तो कभी जाति के नाम पर महिलाओं का शोषण होता है। महिलाओं को अपने मन से जीने का अधिकार है। कोई दूसरा व्यक्ति उनका रहन-सहन नहीं तय कर सकता।
प्रदर्शन के बाद 1200 से अधिक लोग गिरफ्तार हुए
मालूम हो कि ईरान में महसा अमिनी की मौत के बाद ईरान के लोग सड़कों पर उतर आए थे। पुलिस हिरासत के बाद, महसा अमिनी की मौत से अब ईरान सरकार को भरी विरोध का सामना करना पड़ रहा है। बता दें कि महसा अमिनी ने हिजाब पहनने से इनकार किया था, जिसके बाद पुलिस ने उन्हें हिरासत में लिया था। आरोप है कि पुलिस ने माहसा के साथ मारपीट की थी, जिससे वह कोमा में चली गई और उन्ही मौत हो गई। महिला की मौत के बाद से पिछले 2 हफ्ते से ज्यादा समय से ईरान के 31 प्रांतों के 80 से अधिक कस्बों और शहरों में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। इस दौरान कई लोगों की मौत हुई है और 1200 से अधिक लोग गिरफ्तार हुए हैं।