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    Noida News: यूएस ट्रेजरी सचिव जेनेट ने भी किया स्वीकार, विश्व की सबसे तेज बढ़ती अर्थव्यवस्था में से एक है भारत

    By Vaibhav TiwariEdited By: JP Yadav
    Updated: Fri, 11 Nov 2022 01:28 PM (IST)

    अमेरिकी ट्रेजरी सचिव जेनेट येलेन ने कहा कि ग्रीन हाइड्रोजन सौर ऊर्जा सहित प्रद्योगिकी के क्षेत्र में भारत के पावर हाउस पर अमेरिका स्वागत करेगा। उन्होंने यह भी कहा कि हम आर्थिक व राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए अपनी क्षमता बढ़ाने को प्रतिबद्ध हैं नवाचार का समर्थन करते हैं।

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    यूएस- इंडिया इकोनामिक एंड फाइनेंशियल पार्टनरशिप में शामिल जेनेट येलेन।

    नोएडा, जागरण संवाददाता। भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में से एक है। आजादी के 75 वें वर्ष का जश्न मना रहा भारत जी 20 के अध्यक्ष बनने की तैयारी कर रहा है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा है कि भारत देश अमेरिका के अपरिहार्य भागीदारों में से एक है। मुझे यहां आकर खुशी हो रही है। यह बातें इंडोनेशिया में आयोजित जी 20 सम्मेलन में शामिल होने से पहले अमेरिकी ट्रेजरी सचिव के रूप में पहली बार भारत पहुंची जेनेट येलेन ने यूएस- इंडिया इकोनामिक एंड फाइनेंशियल पार्टनरशिप में कहीं।

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    नोएडा सेक्टर- 16 ए फिल्म सिटी स्थित माइक्रोसाफ्ट इंडिया डेवलेपमेंट सेंटर का दौरा करते हुए बिजनेस लीडर्स से मुलाकात की है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का जिक्र करते हुए कहा कि उन्होंने सही कहा था कि यह दौर युद्ध का नहीं है। कठिन समय परीक्षा लेता है, लेकिन चुनौतियां भारत व अमेरिकी संबंध को नजदीक ला रहे हैं।

    भारत-अमेरिका व्यापार उच्चतम स्तर पर

    लोकतंत्र लोगों के लिए काम करता है, वैश्विक अर्थव्यवस्था भारत व अमेरिका द्वारा एक साथ किए जाने वाले कार्य से आकार लेंगे। हिंद व प्रशांत क्षेत्र की समृद्धि के लिए यह सच भी है। भारत व अमेरिकी संबंध लगातार बढ़ रहे है। भारत व अमेरिका के बीच द्विपक्षीय व्यापार पिछले वर्ष अभी तक के सबसे उच्चतम स्तर पर पहुंच गया है ।

    हम इसके निरंतर वृद्धि की उम्मीद कर रहे है। हमारे लोग व कंपनियां एक दूसरे पर निर्भर हैं, जैसे भारतीय व्हाट्सऐप से संवाद करते हैं। वहीं कई अमेरिकी कंपनी अपना संचालन करने के लिए इंफोसिस पर भरोसा करती हैं। ग्रीन हाइड्रोजन व सौर ऊर्जा सहित अन्य प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में भारत के पावर हाउस बनने की महत्वाकांक्षा का अमेरिका स्वागत करता है।

    अमेरिका व भारत विश्व में आपूर्ति श्रृंखला को मजबूत करने का काम कर रहे हैं, जबकि कुछ सरकारें इसे भू राजनीतिक हथियार की तरह इस्तेमाल कर रही हैं। जानकारी के मुताबिक सेक्टर- 16 ए स्थित माइक्रोसाफ्ट इंडिया डेवलेपमेंट सेंटर में डेलिगेशन दो घंटे तक शुक्रवार सुबह करीब 7: 45 से 9: 45 तक रहा है।

    ऊर्जा निर्यात पर भी रूस को कोसा

    जेनेट येलेन ने कहा कि रूस ने लंबे समय तक ऊर्जा निर्यात के मामले में विश्वसनीय भागीदार की भूमिका निभाई है, लेकिन रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने भू राजनीतिक लाभ उठाने की नियम से व्यापार को बाधित किया है। कोरोना संक्रमण के कारण में सुस्त पड़ी अर्थव्यवस्था पर रूसी राष्ट्रपति द्वारा थोपे गए यूक्रेन युद्ध से बुरा असर पड़ा है। युद्ध के कारण लाखों लोगों गरीबी व भुखमरी का शिकार हुए है।

    डिजिटल अंतर खत्म करने के लिए काम करने को इच्छुक US

    जेनेट येलेन ने कहा कि अमेरिका वैश्विक डिजिटल अंतर को पाटने के लिए भारत के साथ काम करने को तैयार है। आर्थिक एकीकरण के लिए अंतरराष्ट्रीय भुगतान प्रणाली की आवश्यकता है। सीमा पार होने वाला भुगतान, सस्ता, तेज व अधिक पारदर्शी होना चाहिए।