Greenfield Expressway: यूपी और हरियाणा के 20 गांवों के लिए खुशखबरी, ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस-वे बनने से किसानों को मिल सकता है फायदा
Greenfield Expressway इस एक्सप्रेस-वे का रोड मैप जारी किया गया है। यह एक्सप्रेस-वे गौतमबुद्ध नगर के 5 गांव और फरीदाबाद के 15 गांवों से होकर गुजरेगा। इससे जहां किसानों को फायदा होगा वहीं दोनों राज्यों के बीच कनेक्टिविटी बेहतर हो जाएगी।

नोएडा/फरीदाबाद, जागरण डिजिटल डेस्क। गौतमबुद्ध नगर के जेवर में बन रहे अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे (Jewar International Airport) को ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस-वे (Greenfield Expressway) के जरिए दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे (Delhi-Mumbai Expressway) से जोड़ा जाएगा। इस प्रोजेक्ट को बनाने के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) ने एपको इंफ्राटेक कंपनी को ठेका दिया है।
इस एक्सप्रेस-वे का रोड मैप जारी किया गया है। यह एक्सप्रेस-वे गौतमबुद्ध नगर के 5 गांव और फरीदाबाद के 15 गांवों से होकर गुजरेगा। इससे जहां किसानों को फायदा होगा, वहीं दोनों राज्यों के बीच कनेक्टिविटी बेहतर हो जाएगी। साथ ही दिल्ली, हरियाणा और उत्तर प्रदेश के कई शहरों से जेवर एयरपोर्ट तक पहुंच आसान हो जाएगी।
6 लेन का होगा एक्सप्रेस-वे
एक्सप्रेस-वे 31.4 किलोमीटर लंबा और 6 लेन में बनेगा। यह गौतमबुद्ध नगर के दयानतपुर, बल्लभनगर, करौली बांगर, फलैदा, बांगर और अमरपुर गांव से होते हुए फरीदाबाद के झुप्पा, फलैदा खादर, बाहपुर कलां, छांयसा, मोहियापुर, मोहना, हीरापुर, मेहमदपुर, नरहावाली, पन्हेरा खुर्द, फफूंडा, बाहभलपुर, सोताई, चनावली और शाहूपुरा गांव के बीच से गुजरेगा। यह एक्सप्रेस-वे दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे को भी जोडे़गा।
इंफ्राटेक कंपनी करेगी निर्माण
ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस-वे का लगभग 1660.50 करोड़ रुपये की लागत से निर्माण किया जाएगा। इसके लिए NHAI ने इंफ्राटेक कंपनी को ठेका दिया है। कंपनी अगले 2 सालों में इस एक्सप्रेस-वे का निर्माण करने का लक्ष्य लेकर चल रही है।
तीन एक्सप्रेस-वे जुड़ेगे एक साथ
ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस-वे से दिल्ली-मुंबई, ईस्टर्न पेरिफरल, और यमुना एक्सप्रेस-वे को एक साथ जोड़ेगा। इन तीनों एक्सप्रेस-वे के बीच आवागमन सुगम हो जाएगा। कनेक्टिविटी बेहतर होने से लोगों को फायदा मिलेगा।
किसानों को मिलेगा फायदा
ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस-वे के बनने से हजारों किसानों को फायदा मिल सकता है। मुआवजे से मिलने वाली राशि से वह अपने बच्चों का भविष्य संवार सकते हैं। बेहतर शिक्षा दिला सकते हैं। कंपनी भूमि अधिग्रहण की कार्रवाई से पहले गांवों का सर्वे करेगी। उसके बाद तय मुआवजा राशि किसानों को दी जाएगी। हालांकि अभी मुआवजे की राशि की आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है।
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