Greater Noida: यमुना एक्सप्रेसवे हुआ टोल फ्री, किसानों ने जेवर टोल प्लाजा पर डाला डेरा
किसानों की समस्याओं को लेकर मंगलवार को भारतीय किसान यूनियन टिकैत के कार्यकर्ताओं ने यमुना एक्सप्रेसवे के जेवर टोल प्लाजा पर धरना प्रदर्शन किया। टोल गेट पर धरना दे रहे किसानों को हटाने के दौरान पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों में तीखी नोकझोंक हुई। आक्रोशित कार्यकर्ताओं ने एक्सप्रेसवे को टोल फ्री करा दिया। अधिकारियों के समझाने पर करीब तीस मिनट बाद टोल व्यवस्था शुरू हो सकी।
ग्रेटर नोएडा, जागरण संवाददाता। किसानों की समस्याओं को लेकर मंगलवार को भारतीय किसान यूनियन टिकैत के कार्यकर्ताओं ने यमुना एक्सप्रेसवे के जेवर टोल प्लाजा पर धरना प्रदर्शन किया। टोल गेट पर धरना दे रहे किसानों को हटाने के दौरान पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों में तीखी नोकझोंक हुई। आक्रोशित कार्यकर्ताओं ने एक्सप्रेसवे को टोल फ्री करा दिया। अधिकारियों के समझाने पर करीब तीस मिनट बाद टोल व्यवस्था शुरू हो सकी।
भारतीय किसान यूनियन टिकैत के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष महेंद्र सिंह चौधरी के नेतृत्व में सैकड़ों किसान ट्रैक्टर ट्रॉली व निजी वाहनों से मंगलवार को यमुना एक्सप्रेसवे के जेवर टोल प्लाजा पर पहुंचे। कार्यकर्ताओं ने मांगों को लेकर यमुना एक्सप्रेसवे के जेवर टोल प्लाजा के एक गेट को बंद कराकर धरना शुरू कर दिया।
सूचना पर पहुंचे एसीपी रुद्र कुमार सिंह व कोतवाली प्रभारी निरीक्षक मनोज सिंह चौहान ने किसानों से टोल गेट से हटकर धरना देने को कहा। इस बीच किसानों व पुलिसकर्मियों के बीच तीखी नोकझोंक हुई। टोल प्लाजा के साइड में धरने पर बैठे किसानों ने टोल फ्री करने की घोषणा के बाद आगरा की ओर जाने वाले सभी टोल गेटों को टोल फ्री करा दिया, जिससे टोल प्रबंधन, पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों में हड़कंप मच गया।
अधिकारियों के समझाने पर करीब आधा घंटे बाद किसान टोल से अलग हुए। किसान नेता सुंदर सिंह बालियान ने बताया कि यमुना एक्सप्रेसवे के लिए किसानों की अधिग्रहण की गई भूमि पर 64.7 प्रतिशत बढ़ा हुआ मुआवजा व सात प्रतिशत विकसित भूखंड नहीं मिल सके हैं।
जेपी इंफ्राटेक द्वारा क्षेत्रीय किसानों को टोल फ्री सुविधा उपलब्ध कराने के लिए मैसेज सिस्टम लागू किया गया था व क्षेत्रीय किसान यूनियन के सदस्यों को फोन नंबर के आधार पर टोल फ्री सुविधा लागू की थी। वर्षों से चली आ रही मैसेज सुविधा में करीब दो माह से मैसेज की संख्या में कटौती कर दी गई है, जिससे क्षेत्र के किसान परेशान हो रहे हैं।
जेपी इंफ्राटेक द्वारा जेवर से आगरा जाने वाले व आगरा से जेवर आने वाले वाहन चालकों से अनुचित तरीके से जीरो प्वाइंट से टोल शुल्क की वसूली की जाती। दनकौर पर शुरू किए गए पर्ची सिस्टम को भी बंद कर दिया गया है, जिससे क्षेत्र के लोगों से ज्यादा टोल शुल्क की वसूली की जा रही है।
सूचना पर पहुंचे उपजिलाधिकारी जेवर अभय कुमार सिंह, यमुना प्राधिकरण के ओएसडी शैलेंद्र सिंह, जेपी इंफ्राटेक के जनरल मैनेजर कर्नल संदीप शर्मा व टोल प्रबंधक जेके शर्मा ने किसानों से वार्ता कर मांगों को पूरा करने का आश्वासन दिया, जिसके बाद किसानों ने धरना समाप्त करने का ऐलान किया। इस मौके पर विजय तालान, केशव शर्मा, संजय शर्मा, विकास शर्मा, मुकेश, जगदत्त शर्मा, मनोज मावी, अशोक भाटी, मनीष शर्मा व विमल तोमर आदि किसान मौजूद रहे।
यमुना एक्सप्रेस-वे के जेवर टोल प्लाजा प्रबंधक जेके शर्मा ने बताया कि सभी एक्सप्रेसवे पर सरकार द्वारा अलग-अलग तरीके से ओपन व क्लोज टोल प्रणाली लागू की गई है। क्लोज प्रणाली के तहत जिस स्थान से गाड़ी एक्सप्रेसवे पर चढ़ती है, वहां उसकी एंट्री की जाती है व जहां गाड़ी उतरती वहां तक का टोल शुल्क वसूल किया जाता है।
यह प्रणाली ईस्टर्न पेरीफेरल-वे पर लागू की गई है, जबकि मथुरा व अलीगढ़ हाईवे पर ओपन प्रणाली लागू की गई है, जिसके अनुसार टोल से पहले निर्धारित स्थान से ही टोल शुल्क की वसूली की जाती है। ओपन टोल प्रणाली ही यमुना एक्सप्रेस-वे पर लागू की गई है।
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