ग्रेटर नोएडा में उद्योगों के विकास को मिलेगी रफ्तार, 14 हजार हेक्टेयर से ज्यादा जमीन आरक्षित
ग्रेटर नोएडा फेज दो के मास्टर प्लान 2041 से उद्योगों को बढ़ावा मिलेगा। 14192 हेक्टेयर जमीन उद्योगों के लिए आरक्षित की गई है। मल्टी मॉडल लॉजिस्टिक पार्क ट्रांसपोर्ट हब और विशेष टाउनशिप के लिए पर्याप्त जमीन उपलब्ध होगी। प्राधिकरण भौतिक सर्वे करा रहा है जिसके बाद जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू होगी। फेज दो के विकास से यह क्षेत्र निवेश का बेहतर केंद्र बनेगा।

जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा। दादरी क्षेत्र के गांवों में शामिल करते हुए तैयार किए गए ग्रेटर नोएडा फेज दो के मास्टर प्लान 2041 से उद्योगों को रफ्तार मिलेगी। फेज दो में 14,192 हेक्टेयर जमीन उद्योगों के लिए आरक्षित की गई है। यह उद्योगों के लिए अब तक का सबसे बड़ा भूमि आरक्षण है।
इससे क्षेत्र में मल्टी माडल लाजिस्टिक पार्क, मल्टी माडल ट्रांसपोर्ट हब, विशेष टाउनशिप और औद्योगिक परियोजनाओं को धरातल पर उतारने के लिए पर्याप्त जमीन उपलब्ध होगी। फेज दो में औद्योगिक विकास को गति मिलेगी।
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने फेज दो के विकास को गति देने जा रहा है। इसका खाका तैयार करने के लिए प्राधिकरण मौके पर भौतिक सर्वे करा रहा है। इसके पूरा होने के बाद जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू कर बुनियादी ढांचे का विकास किया जाएगा।
ताकि भूखंड योजना के जरिये आवंटन की प्रक्रिया को शुरू किया जा सके। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण फेज एक में 19 औद्योगिक सेक्टरों में 2,750 इकाइयों को भूखंड आवंटित कर चुका है। फेज दो में इससे अधिक इकाइयों को भूमि उपलब्ध कराई जाएगी।
बोड़ाकी गांव के पास प्रस्तावित मल्टी मॉडल ट्रांसपोर्ट हब के लिए रेलवे ट्रैक की संख्या तय करने पर अभी फैसला होना बाकी है। प्राधिकरण सीईओ एनजी रवि कुमार ने बताया कि ग्रेटर नोएडा इलेक्ट्रॉनिक्स, मैन्युफैक्चरिंग, सूचना प्रौद्योगिकी और एमएसएमई उद्योगों का हब है।
फेज दो के विकास से यह क्षेत्र राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय निवेश के लिए और बेहतर जगह बनकर सामने आएगा। बुनियादी सुविधाओं के साथ परिवहन, सुरक्षा और आधुनिक सुविधाएं सुनिश्चित होंगी।
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