Greater Noida Crime: STF के मुख्य आरक्षी से लूट की घटना का पर्दाफाश, पुलिस ने पांच बदमाश को किया गिरफ्तार
STF और बीटा 2 कोतवाली पुलिस ने पिछले वर्ष एसटीएफ के मुख्य आरक्षी साहब सिंह के साथ हुई लूट की घटना का पर्दाफाश किया। गैंग के सरगना निखिल सहित पांच बदमाशों को गिरफ्तार किया है। बदमाशों के द्वारा अंजाम दी गई पांच घटनाओं का भी पर्दाफाश किया है।

नोएडा, जागरण संवाददाता। एसटीएफ व बीटा दो कोतवाली पुलिस ने पिछले वर्ष एसटीएफ के मुख्य आरक्षी साहब सिंह के साथ हुई लूट की घटना का पर्दाफाश किया। गैंग के सरगना निखिल सहित पांच बदमाशों को गिरफ्तार किया है। बदमाशों के द्वारा अंजाम दी गई पांच घटनाओं का भी पर्दाफाश किया है। पुलिस ने लोकेश, रोहित, सोनू, सुकेश व निखिल को गिरफ्तार किया है।
जानें पूरा मामला
गिरफ्तार किए गए रोहित व सुकेश पूर्व में भी जेल जा चुके हैं। बदमाशों के पास से पुलिस ने चार तमंचा, चाकू, ईको कार सहित अन्य सामान बरामद किया है। पिछले वर्ष 21 मई को साहब सिंह ने पी थ्री गोलचक्कर के पास अपनी गाड़ी रोकी थी। इस दौरान दो मोटर साइकिल पर आए पांच बदमाशों ने उनकी कार लूट ली थी। जब बदमाश कार लेकर भागने लगे तो साहब सिंह ने गाड़ी पर दो फायर किया था। गोली शीशे पर लगी थी। मामले का पर्दाफाश करने के लिए एसटीएफ के साथ ही पुलिस की टीम भी कार्रवाई कर रही थी। घटना के अगले दिन ही पुलिस ने लूटी गई कार को लावारिस हालत में बरामद कर लिया था।
एसटीएफ को सूचना मिली थी शातिर लुटेरा निखिल कासना में आने वाला है। एसटीएफ व बीटा कोतवाली पुलिस ने घेराबंदी कर बदमाश को पकड़ लिया। पूछताछ में बदमाश निखिल ने बताया कि कार लूटने के बाद सभी लोग एक स्थान पर रुके थे। तलाशी लेने पर गाड़ी से सरकारी मैगजीन, कारतूस, पुलिसकर्मी का परिचय पत्र सहित अन्य सामान मिला था। गाड़ी को गुलावठी में एक परिचित के यहां पर छिपा दिया था। घटना के अगले दिन राजू गाड़ी को बेचने के लिए ग्रेटर नोएडा लेकर आया था। डर के कारण गाड़ी को छोड़कर भाग गया था। आरोपित की निशानदेही पर पुलिस ने घटना में शामिल अन्य बदमाश लोकेश, रोहित, सोनू व सुकेश को भी गिरफ्तार कर लिया।
पूछताछ के दौरान पुलिस को पता चला कि राजू आपराधिक प्रवृत्ति का व्यक्ति है। अन्य लोगों को अपने साथ शामिल कर गैंग बना लूट की घटनाओं को अंजाम देता था। राजू ने अपने साथियों के साथ मिलकर 2018 में बिसरख कोतवाली क्षेत्र में पिंटू का अपहरण कर मोबाइल फोन, मोटर साइकिल व तीन हजार रुपये लूट लिए थे। शिकायत के आधार पर पुलिस ने मामला दर्ज किया था। राजू ने गैंग के सदस्यों के साथ मिलकर 2018 में एक व्यक्ति को अपनी गाड़ी में बैठाकर एक लाख रुपये लूट लिए थे।
पुलिस ने दोनों घटनाओं का पर्दाफाश कर राजू को गिरफ्तार कर जेल भेजा था। जेल से आने के बाद दोबारा लूट की घटनाओं का अंजाम देने लगा था। मुखबिरी के शक में राजू ने 2022 में ओम प्रकार की गोली मारकर हत्या कर दी थी। हत्या के मामले वह जेल में ही बंद है। गैंग के अन्य सदस्य लूट की घटनाओं को अंजाम दे रहे थे। गैंग के सदस्य निखिल व गौरव ने बीटा कोतवाली क्षेत्र में 2021 में एक सेल्समैन से साढ़े चार लाख रुपये भी लूटे थे। मामले में दोनों आरोपितों को गिरफ्तार कर पुलिस ने जेल भेजा था।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।