गौतमबुद्ध विश्वविद्यालय के 17 साल पूरे, आज पहली बार धूमधाम से मनाया जा रहा है स्थापना दिवस समारोह
गौतमबुद्ध विश्वविद्यालय ने 17 वर्ष पूरे कर 18वें वर्ष में प्रवेश किया। विश्वविद्यालय ने एमबीए पाठ्यक्रम से शुरुआत की थी और अब 160 पाठ्यक्रमों के साथ 4360 सीटें हैं। यहां भारत समेत आठ देशों के छात्र शिक्षा ले रहे हैं। विश्वविद्यालय में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस ड्रोन और साइबर सिक्योरिटी लैब भी हैं। इस सत्र में 10 नए पाठ्यक्रम शुरू किए गए हैं। स्थापना दिवस पर सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
गजेंद्र पांडेय, ग्रेटर नोएडा। गौतमबुद्ध विश्वविद्यालय स्थापना दिवस के 17 बसंत पूरे कर शनिवार को 18वें वर्ष में कदम रख युवा हो गया। एमबीए के पाठ्यक्रम की 130 सीटों पर प्रवेश से शुरू हुए सफर ने 17 वर्षों में 160 पाठ्यक्रम की 4360 सीटों के साथ कारवां का रूप ले लिया।
जीबीयू में भारत के अलावा आठ देशों के 100 से अधिक छात्र शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। प्रबंधन पहली बार शनिवार को धूमधाम से स्थापना दिवस मनाने की तैयारी में है। जीबीयू के विभिन्न विभागों के भवन का निर्माण 511 एकड़ में वर्ष 2008 में पूरा हुआ था।
तत्कालीन मुख्यमंत्री मायावती ने 23 अगस्त 2008 में लोकार्पण किया था। पहले कुलपति रामसिंह निर्झर बने थे। इस सत्र में सिर्फ एमबीए पाठ्यक्रम शुरू किया गया था। जिसमें 130 सीटों में से 100 पर विद्यार्थियों ने प्रवेश लिया था।
इसके बाद हर वर्ष जीबीयू प्रगति करता रहा। नये नये पाठ्यक्रम व सीटों की संख्या बढ़ती रही। वर्तमान में परिसर में अंतरराष्ट्रीय स्तर के पाठ्यक्रम संचालित हैं। उत्तर प्रदेश की पहली आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस लैब का करीब 50 प्रतिशत निर्माण पूरा हो चुका है।
इसके अलावा ड्रोन लैब, फोरेंसिक लैब और साइबर सिक्योरिटी लैब संचालित है। जिसका विद्यार्थियों को लाभ मिल रहा है। एनिमल सेंटर का संचालन शुरू करने की तैयारी है। अब तक यहां पर 10 कुलपति सेवाएं दे चुके हैं।
वर्तमान में सेवारत कुलपति प्रो. राणा प्रताप ने इस सत्र में 10 नए पाठ्यक्रम शुरू किए हैं, जिनमें सभी सीटें फुल हो चुकी हैं। कुलपति ने बताया कि स्थापना दिवस पर विभिन्न शैक्षणिक व सांस्कृतिक कार्यक्रमों के आयोजन की तैयारी पूरी कर ली गई है।
परिसर में यह आठ कॉलेज हैं संचालित
कॉलेज आफ इंजीनियरिंग, कॉलेज आफ मैनेजमेंट, कॉलेज आफ बायोटेक्नोलाजी, कॉलेज आफ बुद्धिस्ट स्टडीज एंड सिविलाइजेशन, कॉलेज आफ ह्यूमैनिटीज एंड सोशल साइंसेज।
कॉलेज आफ इंफार्मेशन एंड कम्युनिकेशन टेक्नोलॉजी, कॉलेज ऑफ ला, जस्टिस एंड गवर्नेंस, कॉलेज आफ वोकेशनल स्टडीज एंड एप्लाइड साइंसेज आदि पाठ्यक्रम उपलब्ध हैं।
इस वर्ष शुरू हुए नए पाठ्यक्रम
स्नातक और परास्नातक - बीएससी (आनर्स) क्लिनिकल साइकोलाजी, मास्टर आफ फिजिकल एजुकेशन एंड स्पोर्ट्स, एमएससी (आपरेशन रिसर्च एंड कंप्यूटर एप्लीकेशन), एमएस डब्ल्यू (मेडिकल साइकियाट्रिक सोशल वर्क), मास्टर आफ डिजाइन (इंटीरियर डिजाइन) शामिल किए गए हैं।
इंटीग्रेटेड और शोध पाठ्यक्रम - इंटीग्रेटेड बीएससी, एमएससी (आयुर्वेद बायोलाजी), इंटीग्रेटेड बी प्लान और एमप्लान, इंटीग्रेटेड एमएससी, पीएचडी (लाइफ साइंसेज एंड सिस्टम मेडिसिन) शामिल किए गए हैं।
नौकरीपेशा लोगों के लिए - बीटेक (मैकेनिकल इंजीनियरिंग वीकेंड) पाठ्यक्रम शुरू किया है।
डिप्लोमा पाठ्यक्रम में - पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा (साइको-सोशल रिहैबिलिटेशन)।
पहले से संचालित पारंपरिक पाठ्यक्रम : बीए, बीएससी, बीकाम, बीएड, एमए, एमएससी, बीटेक, एमटेक, आइटीईपी (बीए बीएड, बीएससी बीएड, बीकाम बीएड)।
पाठ्यक्रम का नाम पाठ्यक्रम की संख्या कुल सीटें
- यूजी 52 2520
- एंटीग्रेटेड प्रोग्राम 07 210
- ड्यूल कोर्स 01 120
- पीजी 62 1240
- एमफिल 01 10
- डाक्टोरल 20 124
- बीटेक में लेटरल एंट्री 11 66
- पीजी में लेटरल एंट्री 02 20
- डिप्लोमा कोर्स 04 50
- कुल पाठ्यक्रम 160 4360
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