नोएडा और जापान के विश्वविद्यालय प्रौद्योगिकी, बौद्ध अध्ययन, बायोटेक्नोलॉजी और एनवायरनमेंट साइंस पर करेंगे शोध
गौतमबुद्ध विश्वविद्यालय जापान के शिमाने नेशनल यूनिवर्सिटी के साथ विज्ञान प्रौद्योगिकी बौद्ध अध्ययन बायोटेक्नोलॉजी और पर्यावरण विज्ञान में अनुसंधान शुरू करने की योजना बना रहा है। जापानी वैज्ञानिकों के प्रतिनिधिमंडल ने जीबीयू प्रबंधन के साथ समझौता ज्ञापन की संभावनाओं पर चर्चा की। शिमाने के वैज्ञानिकों ने छात्रों के सामने अपने शोध कार्यों का प्रदर्शन किया। दोनों विश्वविद्यालयों के बीच छात्र विनिमय पर भी चर्चा हुई।
गजेंद्र पांडेय, ग्रेटर नोएडा। गौतमबुद्ध विश्वविद्यालय विज्ञान प्रौद्योगिकी, बौद्ध अध्ययन, बायोटेक्नोलॉजी और एनवायरनमेंट साइंस के क्षेत्र में जापान की सिमाने नेशनल यूनिवर्सिटी के साथ शोध कार्य शुरू करने की तैयारी है।
जापानी वैज्ञानिकों के प्रतिनिधिमंडल के साथ जीबीयू प्रबंधन ने इन विषयों पर एमओयू की संभावनाओं पर चर्चा की। सिमाने के वैज्ञानिकों ने यहां पर सावित्रीबाई फुले के विद्यार्थियों के सामने अपने शोध कार्यों का प्रजेंटेशन भी दिया।
सिमाने यूनिवर्सिटी के साथ एमओयू पर सहमति देश के हाईस्कूल व 11वीं कक्षा के वैज्ञानिक सोच रखने वाले विद्यार्थियों करियर के लिए मील का पत्थर साबित हो सकता है। जापान सरकार देश भर के हाईस्कूल और 11वीं के ऐसे छात्रों की खोज करती है, जो वैज्ञानिक दृष्टिकोण रखते हैं।
जापानी प्रतिनिधिमंडल में ऐसे ही तीन छात्र इहा ओमोरी, रिंको कोडा और शूई यूएनओ शामिल थे। यह छात्र हिरोशिमा, रोटोरी और सिमाने के रहने वाले हैं। वर्तमान में तीनों छात्र एनवायरमेंटल डीएनए पर शोध कर हैं।
जीबीयू के कुलपति प्रो. राणा प्रताप और कुल सचिव डाॅ. विश्वास त्रिपाठी और सिमाने के प्रो. तात्सुयुकी यामामोटो और सिमाने के अंतरराष्ट्रीय सेंटर के डिप्टी डायरेक्टर प्रो. हेमंथ नूथलापति व मियुकी यामामोतो के बीच विभिन्न विषयों पर अंतरराष्ट्रीय शोध में एक दूसरे के साथ सहयोग करने पर चर्चा की।
डाॅ. विश्वास त्रिपाठी ने बताया वार्ता सार्थक रही, जल्द ही सिमाने यूनिवर्सिटी के साथ एमओयू होने की संभावना है। दोनों विश्वविद्यालयों के बीच स्टूडेंट एक्सचेंज पर भी चर्चा की गई।
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