Yamuna Flood: एनसीआर में रौद्र रूप दिखा रही यमुना, नोएडा में पानी में डूबे 5 हजार से ज्यादा फार्म हाउस
यमुना नदी में जलस्तर बढ़ने से नोएडा के डूब क्षेत्र में अवैध फार्म हाउस डूब गए हैं जिससे कामगारों को परेशानी हो रही है। प्रशासन निगरानी कर रहा है और लोग पुश्तों पर अस्थायी ठिकाने बना रहे हैं। हरनंदी नदी में उफान के कारण आसपास के खेतों और कॉलोनियों में भी पानी भर गया है जिससे फसलें डूब गई हैं और लोगों को कठिनाई हो रही है।

जागरण संवाददाता, नोएडा। यमुना अपना रौद्र रूप दिखा रही है। डूब क्षेत्र में हो रहीं अवैध गतिविधियां एक बार फिर उजागर हुई हैं। यमुना के पानी में पांच हजार से अधिक अवैध फार्म हाउस डूब चुके हैं। फार्म हाउस में रह रहे कामगारों ने अपना ठिकाना बदल दिया है।
प्रशासन की टीम डूब क्षेत्र में निगरानी कर रही है। पुस्ता के ऊपर लोगों ने अस्थाई व्यवस्था कर रहने का इंतजाम कर लिया है। एक दर्जन से अधिक सेक्टरों के पूरे डूब क्षेत्र में यमुना का पानी ही पानी नजर आ रहा है। मवेशियों और अपने सामान को लेकर लोग बाहर निकल रहे हैं। बृहस्पतिवार को जलस्तर और बढ़ने का अनुमान है। पानी पुश्ता को छू चुका है। यह जलस्तर लगातार बढ़ रहा है।
यमुना का बढ़ता जलस्तर डूब क्षेत्र में पहले ही चेतावनी दे चुका था। अब यमुना रोद्र रूप में हैं। सेक्टर-135, 168 145, 156, 150, 126 में बने हजारों फार्म हाउस डूब चुके हैं। मंगरौली, छपरौली, दोस्तपुर, नगला नगली, शाकपुर, नंगली वाजिदपुर गांव के खेत पानी में डूब चुके हैं।
वहीं यमुना किनारे बसे सेक्टरों के डूब क्षेत्र में बने फार्म हाउस समेत सभी प्रकार की गतिविधियों पर यमुना के पानी ने बंद कर दिया है। जलस्तर बढ़ने से डूब याकूबपुर गांव के डूब क्षेत्र में चल रहे क्रेशर के पास खडे डंपर और हाइड्रा पानी में डूब गए।
लोग ट्रैक्टर और पैदल सामान लेकर बाहर निकले और सुरक्षित स्थानों की ओर निकले। कई किमी लंबे पुश्ता रोड पर डूब क्षेत्र में रह रहे लोगों ने तिरपाल लगाकर रहने के लिए अस्थाई ठिकाना बनाया है। अवैध गतिविधियों की बाढ़ पर यमुना का पानी एक बार फिर कहर ढा रहा है।
सैकड़ों फार्म हाउस की फरीदाबाद मेंं रजिस्ट्री
यमुना के डूब क्षेत्र में बने सैकड़ों फार्म हाउसों से हरियाणा सरकार ने राजस्व कमाया है। सेक्टर-135, 145, 156, 150 में बने सैकड़ों फार्म हाउस हरियाणा के फरीदाबाद क्षेत्र में आते हैं। मालिकों ने फार्म हाउसों की रजिस्ट्री भी फरीदाबाद में कराई हुई है।
रजिस्ट्री में लगने वाले स्टांप शुल्क से राजस्व भी हरियाणा सरकार को मिला। इन फार्म हाउसों के लिए आने जाने का रास्ता नोएडा से है। यमुना में आई बाढ़ के बाद फार्म हाउस मालिक और यहां काम करने वाले लोग जान बचाकर पुश्ता रोड की ओर पर आ गए हैं। यहां फंसे लोगों को राहत देने का कार्य भी गौतमबुद्ध नगर जिला प्रशासन की ओर से किया जा रहा है।
दूसरी ओर हरनंदी भी उफान पर, खेतों कालोनियों में भरा पानी
सेक्टर-144 स्थित पुस्ता रोड के निकट डूबक्षेत्र में हरनंदी का पानी भर गया। बताया जा रहा है कि सेक्टर-151 के पास यमुना का पानी बैकफलो करने लगा है। इससे हरनंदी डूब क्षेत्र में दबाव बढ़ गया है। इससे कमजोर बांधनुमा जगह टूट गई। कमजोर स्थान टूटने से पानी तेजी से खेतों की ओर बढ़।
कुछ ही घंटों में आसपास की 100 बीघा फसल जलमग्न हो गईं। धान, ज्वार और सब्जियों की फसल इसमें डूब गईं। आसपास की कालोनियों में भी पानी भर जाने से स्थानीय निवासियों को घरों से निकलने में समस्या हो रही हैं। यह हरनंदी का डूब क्षेत्र है।
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