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    Noida: 87 गांव के किसानों की बल्ले-बल्ले, मुआवजे के साथ मिलेगा ये बड़ा लाभ; ऐसे विकसित होगा 'नया नोएडा'

    Updated: Thu, 06 Feb 2025 02:49 PM (IST)

    दादरी नोएडा गाजियाबाद इन्वेस्टमेंट रीजन (डीएनजीआईआर) के रूप में विकसित होने वाले नया नोएडा में किसानों को मुआवजे के साथ 5 प्रतिशत आवासीय भूखंड का आवंटन पत्र दिया जाएगा। यह व्यवस्था किसानों के साथ विवादों से बचने के लिए की जा रही है। जमीन अधिग्रहण के लिए 1000 करोड़ रुपये आरक्षित किए गए हैं। आगे विस्तार से पढ़िए पूरी खबर।

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    नोएडा के किसानों को मुआवजा के साथ पांच प्रतिशत आवासीय भूखंड का आवंटन पत्र मिलेगा। फाइल फोटो

    कुंदन तिवारी,  नोएडा। दादरी नोएडा गाजियाबाद इनवेस्टमेंट रीजन (डीएनजीआईआर) के रूप में विकसित होने वाले ‘नया नोएडा’ में 87 गांव के किसानों से जमीन समझौते के आधार पर ली जाएगी। इसकी खासियत यह होगी कि समझौता पत्र का अनुबंध साइन करते ही किसानों को उनके मुआवजे की चेक के साथ जमीन अधिग्रहण के एवज में प्राधिकरण से मिलने वाले विकसित पांच प्रतिशत का आवासीय भूखंड का आवंटन पत्र भी दिया जाएगा।

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    इसके अलावा गांव की आबादी और विकसित सेक्टरों के बीच सीमा विवाद का स्थाई हल करने के लिए आबादी भी निस्तारित कर दी जाएगी, जिसमें अधिग्रहित जमीन से 100 से 200 मीटर जगह को गांव की पैरिफेरल रोड बनाने के लिए पहले से छोड़ी जाएगी।

    नोएडा प्राधिकरण ने लागू की करने का निर्णय लिया

    डीएनजीआईआर को विकसित करने में किसी भी प्रकार का किसान विवाद न हो। इसलिए यह नई व्यवस्था नोएडा प्राधिकरण ने लागू की करने का निर्णय लिया, क्योंकि प्राधिकरण के नियोजन विभाग अधिकारियों के बीच इसी पैटर्न पर जमीन अधिग्रहण करने को लेकर बनी सहमति बनी। जल्द इसका प्रस्ताव तैयार कर बुलंदशहर व गौतमबुद्ध नगर जिलाधिकारी के समक्ष प्रस्तुत किया जाएगा।

    बता दें कि नोएडा में जिस प्रकार से जमीन अधिग्रहण को लेकर प्राधिकरण व किसानों के बीच विवाद हो रहा है, धरना प्रदर्शन की नौबत हो रही है। इस प्रकार की गलतियों को नोएडा प्राधिकरण ‘नया नोएडा’ विकसित करने में नहीं करना चाहता है।

    जमीन अधिग्रहण के लिए एक हजार करोड़ आरक्षित 

    डीएनजीआइआर मास्टर प्लान 2041 में 40 प्रतिशत भू उपयोग औद्योगिक, 13 प्रतिशत आवासीय और ग्रीन एरिया व रिक्रिएशनल गतिविधि के लिए 18 प्रतिशत प्रविधान किया गया है। इस शहर की आबादी छह लाख के आसपास होगी। प्राधिकरण ने 213वीं बोर्ड में करीब एक हजार करोड़ रुपये जमीन अधिग्रहण के आरक्षित किया है। यह पैसा यहां पहले फेज में जमीन अधिग्रहण के लिए आरक्षित है।

    सैटेलाइट मैपिंग के जरिये होगा जमीन अधिग्रहण

    ‘नया नोएडा’ का मास्टर प्लान 2041 को नोएडा प्राधिकरण ने सितंबर 2023 में आयोजित 210वीं बोर्ड में अनुमोदित किया था। प्लान से संबंधित आपत्तियां लोगों से मांगी गई, 12 जनवरी 2024 को शासन के पास मंजूरी को भेजा गया, जिसपर शासन ने 18 अक्टूबर 2024 को मंजूरी दी। अब इसी दिन की सैटेलाइट मैपिंग के जरिये जमीन का अधिग्रहण होगा।

    पश्चिम उत्तर प्रदेश का ग्रोथ इंजन होगा शहर

    दादरी नोएडा गाजियाबाद इनवेस्टमेंट रीजन (डीएनजीआइआर) के रूप में ‘नया नोएडा’ को 209.11 वर्ग किमी में यानी 20911.29 हेक्टेयर जमीन पर बसाया जाना है। यह पश्चिम यूपी का ग्रोथ इंजन होगा। 209 वर्गमीटर के नए शहर में 8420.92 हेक्टेयर में औद्योगिक को बसाया जाएगा। इसमें यूपीसीडा को 1370.10 हेक्टेयर के अलावा औद्योगिक एरिया 6885.59 हेक्टेयर और मिक्स इंडस्ट्री 165.22 हेक्टेयर में बसाई जाएंगी। इस नए शहर में छह लाखा लोग रहेंगे, जिसके पहले फेज में तीन लाख को रोजगार मिलेगा।

    चार फेज में लागू होगा ‘नया नोएडा’

    वर्ष                                  विकसित क्षेत्र

    2023 से 2027                 3165 हेक्टेयर

    2027 से 2032                 3798 हेक्टेयर

    2032 से 2037                 5908 हेक्टेयर

    2037 से 2041                 8230 हेक्टेयर

    समझौते के आधार पर जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया होगी, लेकिन जो गलतियां नेाएडा में की गई है। उन्हें डीएनजीआईआर में नहीं दोहराया जाएगा, उसका पूरी तरह से निस्तारण के बाद ही जमीन किसानों ली जाएगी। जल्द ही प्राधिकरण जिलाधिकारी के समक्ष जमीन अधिग्रहण का प्रस्ताव प्रस्तुत करेगा। - सतीश पाल, अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी, नोएडा प्राधिकरण