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    ग्रेटर नोएडा में सर्किल रेट में हो 100 प्रतिशत की बढ़ोतरी, किसान संगठनों ने जिलाधिकारी के सामने रखी मांग

    Updated: Tue, 27 May 2025 09:28 AM (IST)

    ग्रेटर नोएडा में संयुक्त किसान मोर्चा के नेताओं ने जिलाधिकारी से मिलकर सर्किल रेट बढ़ाने की मांग की। उन्होंने कहा कि प्रशासन ने 11 साल से रेट नहीं बढ़ाया है इसलिए इस बार 100% बढ़ोतरी की जाए। विभिन्न परियोजनाओं से प्रभावित किसानों के मुद्दों पर भी चर्चा हुई। जिलाधिकारी के निर्देश पर 28 मई को एडीएम प्रशासन के साथ बैठक होगी जिसमें इन मांगों पर विस्तार से विचार किया जाएगा।

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    डीएम मनीष कुमार वर्मा को ज्ञापन देते संयुक्त किसान मोर्चा के पदाधिकारी व अन्य। सौ. कार्यकर्ता

    जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा। संयुक्त किसान मोर्चा के 14 किसान संगठनों के नेताओं ने सोमवार को कलक्ट्रेट में जिलाधिकारी मिलकर सर्किल रेट में बढ़ोतरी की मांग की। संगठन नेताओं ने कहा कि प्रशासन ने 11 साल से सर्किल रेट में बढ़ोतरी नहीं की है।

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    28 मई को एडीएम प्रशासन के साथ होगी किसान नेताओं की बैठक

    इस बार सर्किल रेट में 100 प्रतिशत की बढ़ोतरी की जाए। संगठन संगठन 28 मई को एडीएम प्रशासन के साथ वार्ता होगी। किसान संगठन के नेताओं ने कहा कि दस प्रतिशत आबादी भूखंड, नए भूमि अधिग्रहण कानून के लाभ तय करने के साथ शासन स्तर के मुद्दे पर जिलाधिकारी सहयोग का आश्वासन दिया।

    किसानों ने विभिन्न परियोजनाओं से प्रभावित किसानों की मांगों के बारे में भी जिलाधिकारी को बताया। जिलाधिकारी के निर्देश पर एडीएम प्रशासन के साथ 28 मई को बैठक कर इन मांगों पर विस्तार से चर्चा करने पर सहमति बनी।

    इन प्रोजेक्ट को लेकर की मांग

    इन परियोजना में डीएमआइसी, यूपीसीडा, और शिव नाडर यूनिवर्सिटी से प्रभावित किसानों के अलावा एनटीपीसी दादरी, ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे, डीएफसीसी परियोजना, अंसल बिल्डर व हाइटेक बिल्डर, जेपी बिल्डर परियोजना, अंबुजा व बिरला सीमेंट फैक्ट्री, सेतु निगम, बिजली और गंगाजल पाइप लाइन परियोजना के अलावा नोएडा एयरपोर्ट से प्रभावित किसानों की मांग शामिल हैं।

    बैठक में भारतीय किसान यूनियन टिकैत, भाकियू महात्मा टिकैत, भाकियू भानु, भाकियू मंच, भाकियू अजगर, भाकियू संपूर्ण भारत, भाकियू कृषक शक्ति, भाकियू अखंड, भाकियू एकता के अलावा किसान मजदूर संघर्ष मोर्चा, किसान एकता महासंघ एवं किसान बेरोजगार सभा तथा जय जवान जय किसान मोर्चा आदि के प्रतिनिधि शामिल थे।