Noida Accident: कैब बाइक से जा रहीं कंपनी सेक्रेटरी को ट्रक ने मारी टक्कर, हुई मौत
नोएडा के सेक्टर-63 में एक दर्दनाक सड़क हादसा हो गया। इसमें एक कंपनी सेक्रेटरी की मौत हो गई। आकांक्षा गोयल नाम की महिला कैब बाइक से अपने ऑफिस जा रही थीं तभी एक ट्रक ने उन्हें पीछे से टक्कर मार दी। हादसे में आकांक्षा की मौके पर ही मौत हो गई। पुलिस ने ट्रक चालक के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।

जागरण संवाददाता, नोएडा। सेक्टर-63 थाना क्षेत्र के एसजेएम अस्पताल के पास से कैब बाइक से कार्यालय जा रहीं कंपनी सेक्रेटरी (सीएस) को टक्कर चालक ने लापरवाही से चलाते हुए टक्कर मार दी। हादसे में कंपनी सेक्रेटरी की मौत हो गई।
स्वजन ने ट्रक नंबर के आधार पर अज्ञात चालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। उधर, स्वजन ने पोस्टमार्टम के बाद रविवार को अंतिम संस्कार किया। बेटी की मौत से परिवार में कोहराम मचा हुआ है।
मूल रूप से मध्य प्रदेश ग्वालियर के गौरव गोयल ने दर्ज कराई रिपोर्ट में बताया कि वह और बहन के साथ बिसरख ऐस सिटी मे रहते हैं। उनकी 27 वर्षीय बहन आकांक्षा गोयल कंपनी सेक्रेटरी थी। बहन शनिवार सुबह को बिसरख से बाइक कैब से दिल्ली लाजपतनगर अपने कार्यालय जा रही थी।
कैब बाइक को पीछे से ट्रक चालक ने मारी थी टक्कर
एसजेएम अस्पताल के पास हरियाणा नंबर के ट्रक का चालक तेज गति व लापरवाही से चलाते हुए आया। कैब बाइक चालक के साइड देने पर भी ट्रक चालक वाहन को नियंत्रित नहीं करा पाया। कैब बाइक में पीछे से टक्कर मार दी। जहां हादसे में बाइक क्षतिग्रस्त हो गई। तो उनकी बहन और कैब चालक सड़क पर गिरकर घायल हो गए लेकिन बहन ट्रक के नीचे आने से ज्यादा चोट आई।
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आनन फानन में अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां पर चिकित्सकों ने आकांक्षा को मृत घोषित कर दिया। स्वजन बेटी को फोन मिला रहे लेकिन फोन नहीं उठ। ऐसे में बेटी से बात नहीं हो पाईं।
काफी देर बाद पुलिस के फोन उठाने पर डर गए और हादसे की सूचना पाकर घबरा गए। शुरुआत में यकीन ही नहीं हुआ था। उधर, आरोपित ट्रक चालक मौके से भाग गया। कैब चालक के पैर में चोट आई है और उसका उपचार चल रहा है।
थाना प्रभारी निरीक्षक अवधेश प्रताप सिंह ने बताया कि शव का पोस्टमार्टम कराकर स्वजन को सौंप दिया गया। स्वजन की तहरीर पर वाहन नंबर के आधार अज्ञात चालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच कराई जा रही है।
बेटा आईटी कंपनी तो बेटी थी सीएस
पेशे से कारोबारी पिता सुनील ने बताया कि बेटा गौरव आईटी कंपनी में नौकरी करता है जबकि बेटी आकांक्षा सीएस की पढ़ाई कर चुकी थी और दिल्ली की एक कंपनी में नौकरी कर रही थी।
बेटी को लेकर परिवार ने सपने देखे थे, लेकिन सड़क हादसे ने सारे सपने चकनाचूर कर दिए। हादसे से पूरा परिवार टूट गया है। हर कोई आकांक्षा के सरल व्यवहार और उससे जुड़ी बातों को याद कर दुखी है।

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