Noida News: तिरंगा यात्रा के साथ गांव पहुंचा CISF जवान का शव, बड़े भाई ने जवानों के साथ दी अंतिम विदाई
ग्रेटर नोएडा के जेवर स्थित चौरोली गांव के निवासी सीआईएसएफ जवान सुशील कुमार का सड़क हादसे में निधन हो गया। जवान का पार्थिव शरीर जेवर लाया गया जहां से तिरंगा यात्रा के साथ उनके पैतृक गांव चौरोली ले जाया गया। गांव में शोक की लहर दौड़ गई। सुशील कुमार 2014 में सीआईएसएफ में भर्ती हुए थे और उनकी पत्नी कैंसर से पीड़ित हैं।
जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा। जेवर के चौरोली गांव निवासी सीआईएसएफ के जवान सुशील कुमार का सड़क हादसे में निधन के बाद रविवार शाम को जवान का पार्थिव शरीर जेवर पहुंचा।
जवान के सम्मान में जेवर से बाइक पर तिरंगा यात्रा के साथ सीआईएसएफ के वाहन में शव को लेकर ग्रामीण जवान के पैतृक गांव चौरोली पहुंचे, जहां पहले से गांव व आसपास के लोग श्रद्धांजलि देने के लिए इंतजार कर रहे थे।
शव घर पहुंचते ही स्वजन में चीख पुकार मच गई घर की महिलाएं स्वयं रोते बिलखते हुए शव से लिपट गई। इस दौरान जवान की मां रोते हुए कई बार बेहोश हो गई। कैंप से पहुंची सीआईएसएफ की गारद ने सैनिक सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी, जिसके बाद बड़े भाई यशवीर ने शव को मुखाग्नि देते हुए अंतिम संस्कार किया।
पांचवीं बाटालियन साहिबाबाद में तैनात थे सुशील कुमार
जेवर के चौरोली निवासी सुशील कुमार (32) वर्ष 2014 में सीआईएसएफ में सिपाही चालक के पद पर भर्ती हुए थे। सुशील कुमार पांचवीं बाटालियन साहिबाबाद में तैनात थे। प्रतिदिन सीआईएसएफ कैंप से जवानों को बस लेकर दिल्ली संसद भवन की सुरक्षा को जाते थे।
ग्रामीणों ने बताया कि सुशील की शादी को लगभग पांच साल हो चुके हैं। पत्नी कैंसर से पीड़ित है। अभी दंपती के कोई बच्चा नहीं है। सीआईएसएफ के अधिकारी जवान के शव को पोस्टमार्टम के बाद कैंप लेकर गए, जहां सैनिक सम्मान के बाद सीआईएसएफ के वाहन से गारद पार्थिव शरीर को लेकर जेवर पहुंची।
ग्रामीण पहले से ही शव के पहुंचने के इंतजार में यमुना एक्सप्रेसवे के साबौता कट पर पहुंचे हुए थे। ग्रामीणों ने देश भक्ति के गाने और बाइकों पर तिरंगा लगाकर जेवर से चौरोली तक तिरंगा यात्रा निकाली। इस दौरान देश भक्ति के नारे और सुशील कुमार अमर रहे के नारे गूंजते रहे।
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