Chinese Citizens Spy Case: चीनी नागरिकों को रोनित पार कराता है नेपाल बार्डर, हवाला से जुड़े तार
Chinese Citizens Spy Case चीनी नागरिकों को नेपाल बार्डर पार कराकर भारत की सीमा पर प्रवेश करवाया जाता है। इस मामले में पुलिस के हाथ कई अहम सुराग लगे हैं। वहीं इस पूरे मामले को हवाला से भी जोड़ कर देखा जा रहा है।

ग्रेटर नोएडा [प्रवीण विक्रम सिंह]। नेपाल बार्डर पर बिना वीजा के जासूसी के शक में पकड़े गए दो चीनी नागरिकों लु लैंग और यू हेलंग को भारत में प्रवेश करने के दौरान 24 मई को रोनित उर्फ सोनू ने नेपाल बार्डर पार करवाया था। सूत्रों ने दावा किया है कि पूरे केस के तार हवाला से जुड़े हैं।
सूत्रों ने यह भी बताया है कि पूर्व में भी रोनित कई अन्य चीनी नागरिकों को नेपाल बार्डर पार करवाकर भारत में प्रवेश करवा चुका है। ऐसे में सवाल यह उठता है कि किन लोगों की मिलीभगत से रोनित देश सुरक्षा में सेंध लगाने का काम कर रहा है। वर्तमान में रोनित फरार चल रहा है। चीनी नागरिक से जुड़े केस में उसे आरोपित बनाया गया है।
सूत्रों ने बताया कि आरोपितों के हवाला से तार जुड़े होने के साक्ष्य भी जांच एजेंसी को मिले हैं। पांच दिन की रिमांड पर लाए गए रविकुमार नटवरलाल ने कई अलग-अलग राज उगले हैं। चीनी नागरिकों के अवैध अड्डे पर आने वाले लोगों की रजिस्टर में एंट्री किए जाने की जानकारी नटवरलाल ने जांच एजेंसी को दी है। मौके से बरामद तीन रजिस्टर का अध्ययन किया जा जा रहा है। आशंका है कि उनमें से कई और सुराग हाथ लग सकते हैं।
नटवरलाल से मिले थे दोनों चीनी नागरिक
प्रोडक्शन वारंट लेकर बिहार के सीतामढ़ी स्थित सुरसंड पहुंची एसटीएफ ने बार्डर पर पकड़े गए दोनों नागरिकों लु लैंग व यू हेलंग से पूछताछ करनी चाही, लेकिन अनुवादक उपलब्ध नहीं होने की वजह से विस्तार से पूछताछ नहीं हो सकी। सूत्रों ने बताया कि दोनों चीनी नागरिक रविकुमार नटवरलाल को जानते थे।
भारत में अवैध रूप से रहने के दौरान दोनों ग्रेटर नोएडा स्थित घरबरा गांव में चीनी नागरिकों के अवैध अड्डे पर गए थे। दोनों चीनी नागरिकों ने नटवरलाल से मुलाकात की थी। हवाला के कारोबार को कैसे आगे बढ़ाना है, इस बारे में भी बात हुई थी।
एसएसबी सक्रिय न होती तो लगती रहती सुरक्षा में सेंध
24 मई को यदि एसएसबी के जवान सक्रिय नहीं होते तो देश सुरक्षा में सेंध लगती रहती। चीनी नागरिक आसानी से बार्डर पार कर जाते और ग्रेटर नोएडा के घरबरा गांव में चल रहा चीनी नागरिकों का अवैध अड्डा कभी पकड़ा ही न जाता।
यह है पूरा मामला
बीते 11 जून को नेपाल बार्डर पर बिहार के सीतामढ़ी क्षेत्र में एसएसबी ने दो चीनी नागरिक लु लैंग और तो यूं हेलंग को पकड़ा था। दोनों 18 दिनों तक ग्रेटर नोएडा के घरबरा गांव स्थित चीनी नागरिकों के अवैध शराब के अड्डे व जेपी ग्रींस सोसायटी में रहे थे। दोनों को भारत में पनाह चीनी नागरिक सु फाइ व उसकी महिला मित्र नगालैंड निवासी पेटेख रेनुओ ने दी थी।
पनाह देने वालों को बीटा दो कोतवाली पुलिस ने पकड़ा तो पता चला कि अवैध रूप से सु फाइ भारत में रह रहा था, उसकी वीजा अवधि वर्ष 2020 में समाप्त हो गई थी। सु फाइ के कब्जे से भारतीय पासपोर्ट बरामद हुआ था, जो कि देश सुरक्षा में सेंध लगा रहा था। वह घरबरा गांव में चीनी नागरिकों के लिए एक ऐसा अवैध अड्डा चला रहा था जहां बार, पब, कैसिनो, स्पा समेत कई अन्य मनोरंजन के साधन एक साथ मौजूद रहते थे।
अवैध अड्डे पर भारतीय युवती से यौन उत्पीड़न के आरोपित ली शुलुन का भी आना जाना था। चीनी नागरिकों को इन सब अवैध कार्यों में नटवरलाल व उसके साथी पुष्पेंद्र, अशोक व अन्य मदद कर रहे थे। सु फाइ उसकी महिला मित्र पेटेख रेनुओ, नटवरलाल, पुष्पेंद्र, अशोक गिरफ्तार हो चुके हैं, जबकि कई अन्य फरार हैं।
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